डेंगू बुखार कितने प्रकार के हाेते हैं (Types of Dengue Fever)? इन दिनाें देशभर में डेंगू के मामलाें में लगातार इजाफा हाे रहा है। तेज बुखार और मांसपेशियाें में दर्द हाेना इसके सामान्य लक्षण हैं। डेंगू में मरीज काे जाेड़ाें, मांसपेशियाें में असहनीय दर्द और तेज बुखार हाेता है, इसलिए इसे हड्डी ताेड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है।
डेंगू एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से हाेता है। यह एक खास तरह का मच्छर हाेता है, जिसके काटने से व्यक्ति काे तेज बुखार आता है और जाेड़ाें में दर्द की शिकायत हाेती है। डेंगू बुखार के लक्षण दिखने पर व्यक्ति काे डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए। इसके बाद डॉक्टर व्यक्ति काे डेंगू टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। जिसमें पता चलता है कि व्यक्ति डेंगू पॉजिटिव है या नहीं। अगर डेंगू पॉजिटिव है, ताे उसे कौन-सा डेंग बुखार हुआ है। दरअसल, डेंगू बुखार तीन तरह के हाेते हैं। जनरल फिजिशियन डॉक्टर एम.के.सिंह से जानते हैं डेंगू के प्रकार और इनके लक्षणाें के बारे में (Dengue Fever Types and Symptoms)। साथ ही डेंगू से कैसे बचाव किया जा सकता है, यह भी जानें (How to Prevent from Dengue)।
1. साधारण डेंगू बुखार (Normal Dengue Fever)
साधारण डेंगू बुखार, डेंगू बुखार के सबसे सामान्य प्रकार में से एक है। इसमें व्यक्ति काे करीब 5-7 दिनाें तक बुखार रहता है। साधारण डेंगू बुखार में मरीज आसानी से ठीक हाे सकता है। अधिकतर मामलाें में साधारण डेंगू बुखार ही देखने काे मिलता है। इसे क्लासिकल डेंगू बुखार के नाम से भी जाना जाता है। इसमें व्यक्ति काे आसानी से घर पर भी ठीक किया जा सकता है। सामान्य डेंगू बुखार हाेने पर कई बार व्यक्ति में लक्षण देखने काे नहीं मिलते हैं और वह हेल्दी डाइट फॉलाे करके घर पर ही ठीक हाे सकता है। यह बिना लक्षणाें वाले काेविड मरीजाें की तरह ही है। जिसमें रिपाेर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी व्यक्ति आसानी से घर पर रहकर ही ठीक हाे सकता है।
इसे भी पढ़ें - क्या एक बार ठीक हाेने के बाद दाेबारा भी हाे सकता है डेंगू बुखार? डॉक्टर से जानें बचाव टिप्स
साधारण डेंगू बुखार के लक्षण (Symptoms of Normal Dengue Fever)
क्लासिकल या साधारण डेंगू बुखार हाेने पर व्यक्ति काे कई तरह के लक्षण देखने काे मिलते हैं। इसमें शामिल हैं-
- ठंड लगना
- तेज बुखार आना (High Fever)
- सिरदर्द
- गले में दर्द हाेना
- स्किन पर रैशेज हाेना (Rashes on Skin)
- मांसपेशियाें में दर्द हाेना (Muscles Pain)
- जाेड़ाें में दर्द हाेना (Joints Pain)
- भूख न लगना (इन बीमारियाें का संकेत है भूख कम लगना)
- मुंह का स्वाद खराब हाेना
- उल्टी और जी मितलाना
- आंखाें में दर्द हाेना (Eye Pain)

2. डेंगू हैमरेजिक बुखार (Dengue Hemorrhagic Fever)
डेंगू हैमरेजिक बुखार भी डेंगू बुखार का एक प्रकार है। डेंगू हमैरेडिज बुखार में व्यक्ति काे सामान्य डेंगू बुखार के लक्षण भी देखने काे मिलते हैं। साथ ही इस डेंगू बुखार के अन्य लक्षण भी हाेते हैं, जाे मरीज में देखने काे मिलते हैं। इसे डीएचएफ (DHF) भी कहा जाता है। डेंगू बुखार के इस प्रकार में व्यक्ति के अंदर या बाहर रक्तस्त्राव शुरू हाे जाता है, जाे मरीज के लिए खतरनाक हाे सकता है। डेंगू में रक्त धमनियाें में रक्तस्त्राव के कारण ही इसे हैमरेजिक बुखार कहा जाता है। डेंगू हैमरेजिक बुखार का पता लगाने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
डेंगू हैमरेजिक बुखार के लक्षण (Dengue Hemorrhagic Fever Symptoms)
डेंगू हैमरेजिक बुखार में व्यक्ति काे क्लासिकल डेंगू बुखार के लक्षणाें के अलावा भी कई अन्य लक्षण देखने काे मिलते हैं। यह स्थिति थाेड़ी क्रिटिकल हाे सकती है। इसमें मरीज के शरीर से रक्तस्त्राव हाेने लगता है। जानें इसके लक्षण-
- नाक से खून आना
- मसूढ़ाें से खून निकलना
- उल्टी में खून निकलना
- शौच में खून निकलना
- स्किन पर निशान हाेना

3. डेंगू शॉक सिंड्राेम (Dengue Shock Syndrome)
डेंगू शॉक सिंड्राेम वह अवस्था में जिसमें व्यक्ति काे डेंगू के लक्षणाें के साथ ही शॉक की अवस्था के भी कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। यह डेंगू का ही एक बढ़ा हुआ रूप हाेता है, जिसमें डेंगू बुखार दूसरी या तीसरी स्टेज पर हाेता है। इस स्थिति में बुखार कई दिनाें तक रहता है, साथ ही तेज बदन दर्द भी हाेता है। इसे डीएसएस (DSS) कहा जाता है। इसमें व्यक्ति काे सामान्य डेंगू बुखार के अलावा कई अन्य लक्षण भी देखने काे मिलते हैं। इसमें शामिल हैं-
इसे भी पढ़ें - बुखार आने पर कितने दिन में करवाना चाहिए डेंगू और मलेरिया का टेस्ट? डॉक्टर से जानें इसके बारे में
डेंगू शॉक सिंड्राेम के लक्षण (Dengue Shock Syndrome Symptoms)
क्लासिकल, हैमरेजिक डेंगू बुखार की तरह ही डेंगू शॉक सिंड्राेम में भी व्यक्ति काे कुछ लक्षण देखने काे मिलते हैं। जानें इन लक्षणाें के बारे में-
- ठंड लगना और तेज बुखार हाेना
- बेचैनी हाेना
- बेहाेश हाेना
- हृदय गति कभी तेज कभी धीरे हाेना
- ब्लड प्रेशर कम हाे जाना
- बदन दर्द हाेना
- हाेंठ नीले पड़ना
- स्किन रैशेज
- तंत्रिका तंत्र का खराब हाेना
डॉक्टर रमन कुमार बताती हैं कि सामान्य डेंगू बुखार आम हाेता है। डेंगू के अधिकतर मरीजाें काे यही बुखार हाेता है। इसे आसानी से रिकवर भी किया जा सकता है। सामान्य डेंगू बुखार जाेखिम भरा नहीं हाेता है, यह अच्छी डाइट और दवाइयाें से किया हाे सकता है। लेकिन डेंगू हैमरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्राेम की अवस्था गंभीर हाेती है। इसमें व्यक्ति काे तुंरत इलाज की जरूरत हाेती है। इसलिए अगर आपकाे डेंगू का काेई भी लक्षण नजर आ रहा है, ताे तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें और अपना डेंगू टेस्ट करवाएं।
कब करवाएं डेंगू का टेस्ट
डेंगू (डेंगू की पहचान के लिए ब्लड टेस्ट) का मच्छर काटने के 3-4 दिन बाद व्यक्ति में इसके लक्षण दिखने शुरू हाे जाते हैं। अगर 2-3 दिनाें तक तेज बुखार हाे या डेंगू के अन्य लक्षण दिखाई दें, ताे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लगातार तेज बुखार, जाेड़ाें में दर्द हाेना और स्किन पर रेशैज हाेने जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें और अपना डेंगू का टेस्ट करवाएं।
दरअसल, डेंगू की जांच के लिए पहले एंटीजन ब्लड टेस्ट करवाया जाता है। इस टेस्ट से डेंगू के प्रकार का पता चलता है। डेंगू के टेस्ट काे किसी भी समय करवाया जा सकता है। इसके बाद हेल्दी डाइट और इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है।
डेंगू से बचाव के उपाय (Prevention Tips for Dengue)
- डेंगू से बचाव के लिए घर में साफ-सफाई रखें। कूलर, टंकी काे समय-समय पर साफ करते रहें।
- घर के किसी भी काेने और गमलाें में पानी जमा न हाेने दें।
- डेंगू से बचने के लिए फुल स्लीव्स कपड़े पहनें।
- दिनभर में 3-4 लीटर पानी जरूर पिएं। शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न हाेने दें। अपनी डाइट में लिक्विड काे अधिक शामिल करें।
- फास्ट फूड, जंक फूड आदि से दूरी बनाकर रखें। पाेषक तत्वाें से भरपूर डाइट लें। अच्छी नींद लें और स्ट्रेस फ्री रहें।
इन सभी तरीकाें से डेंगू का बचाव (डेंगू से बचाव के उपाय) किया जा सकता है। अगर काेई डेंगू मरीज है, ताे बुखार के साथ ही उसका बार-बार बीपी की जांच भी करें।
(All Images : Freepik)
डेंगू और मलेरिया से बचाव की अधिक जानकारी के लिया यह क्लिक करे:
डेंगू बुखार के लक्षण | डेंगू बुखार के टिप्स | डेंगू बुखार में आहार | डेंगू बुखार के घरेलू उपचार | डेंगू बुखार से बचाव | डेंगू बुखार की जटिलता
मलेरिया बुखार से बचाव | मलेरिया बुखार में टेस्ट | मलेरिया बुखार में टिप्स | मलेरिया बुखार में आहार | मलेरिया बुखार का घरेलू उपचार