Oropouche Fever in Hindi: बरसात का मौसम शुरू होते ही कई तरह के संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारियों का भी खतरा रहता है। आमतौर पर लोगों को लगता है की मच्छरों की वजह से सिर्फ डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां होती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया के अलावा कई अन्य समस्याओं का खतरा भी रहता है। मच्छरों से फैलने वाली एक बीमारी Oropouche Fever भी है। यह बीमारी इन दिनों इटली समेत यूरोप के कई देशों में फैल रही है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं आखिर ओरोपाउच फीवर है क्या और इसके लक्षणों के बारे में।
ओरोपाउच फीवर क्या है?
ओरोपाउच फीवर मच्छर जनित वायरल संक्रमण है जो दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। यह ट्रिनिडाड, सूरीनाम, गुयाना, फ्रेंच गुयाना और उत्तरी ब्राजील सहित अमेजन क्षेत्र के आसपास के देशों में सबसे आम है। बाबू ईश्वर शरण अस्पताल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर ने बताया, "ओरोपाउच बुखार (Oropouche fever) एक वायरल बीमारी है जो Oropouche virus नामक वायरस के कारण होती है। यह वायरस अक्सर क्यूलिकोइड्स पैराएन्सिस मिज के काटने से फैलता है। Culicoides spp नामक मच्छरों की वजह से यह वायरस जानवरों से इंसानों तक पहुंचता है।"
यह बीमारी बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होती है और आमतौर पर एक से दो सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाती है। हालांकि, संक्रमण होने पर दिखने वाले लक्षण और बुखार काफी तेज हो सकते हैं।
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ओरोपाउच फीवर के लक्षण
ओरोपाउच बुखार के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 3-7 दिनों बाद विकसित होते हैं और लगभग एक सप्ताह तक रह सकते हैं। कुछ मामलों में, लक्षण दो सप्ताह तक रह सकते हैं। इस बुखार में दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- तेज बुखार
- गंभीर जोड़ों का दर्द
- विशेष रूप से हाथों, पैरों, टखनों और कलाईयों में दर्द
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- कमजोरी
- भूख न लगना
- जी मिचलाना
- उल्टी
- दस्त
- गले में खराश
- लाइट सेंसिटिविटी
- स्किन पर लाल चकत्ते
गंभीर मामलों में ओरोपाउच फीवर के लक्षण इस तरह से भी हो सकते हैं-
- लिम्फैडेनोपैथी
- टेस्टिकुलर दर्द
- मेनिन्जाइटिस
ओरोपाउच फीवर से बचाव कैसे करें?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ओरोपाउच फीवर के गंभीर मामले बहुत कम देखने को मिलते हैं। इसीलिए इस बीमारी को लेकर कोई विशेष वैक्सीन या एंटीवायरल मेडिसिन नहीं है। इस बुखार से संक्रमित होने वाले लोग आमतौर पर 6 से 7 दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। बहुत ज्यादा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इस तरह का बुखार होने पर कुछ परेशानियां हो सकती हैं।
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इसके अलावा ओरोपाउच फीवर से बचने के लिए मच्छरों से बचाव बहुत जरूरी है। इसके लिए आप अपने आसपास मच्छरों को फैलने से रोकें। बाहर निकलते समय पूरी बाहों का कपड़ा पहनें। दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाएं। खानपान और जीवनशैली का ध्यान जरूर रखें।
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