
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना बेहद जरूरी होता है। इस समय मां के शरीर को न केवल खुद के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बल्कि गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए भी पर्याप्त पोषक तत्वों की जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी में कुछ मिलेट्स को भी खाना स्वास्थ्य (Benefits of Millets in Pregnancy) के लिहाज से फायदेमंद माना जाता है। इन्हीं मिलेट्स में से एक है राजगिरा (Amaranth)।
राजगिरा को हिंदी में चौलाई या रामदाना भी कहा जाता है। राजगिरा एक सुपरफूड है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं राजगिरा का सेवन करें तो उन्हें कई प्रकार के फायदे मिलते हैं।
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राजगिरा के पोषक तत्व - Nutritional Profile of Amaranth
USDA डेटा के अनुसार, लगभग 100 ग्राम राजगिरा में, प्रोटीन-13-14 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट-65 ग्राम, फाइबर- 6-7 ग्राम, आयरन-7.6 mg, कैल्शियम- 160 mg, जिंक- 2-3 mg और विटामिन ए, सी व ई पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इन अलावा राजगिरा में लाइसिन नामक अमीनो एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। Journal of Food Science and Technology पर प्रकाशित एक रिसर्च बताती है कि राजगिरा में लाइसिन और कैल्शियम की मात्रा अन्य अनाजों से कहीं ज्यादा होती है।
प्रेग्नेंसी में राजगिरा खाने के 7 फायदे
एलांटिस हेल्थकेयर दिल्ली के मैनेजिंग डायरेक्टर, इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मनन गुप्ता (Dr. Mannan Gupta, Obstetrician, Gynecologist and Infertility Specialist, New delhi) के अनुसार, प्रेग्नेंसी में राजगिरा खाने से होने वाली मां की सभी पोषक तत्वों की जरूरत पूरी हो जाती है। राजगिरा कैल्शियम और प्रोटीन का अच्छा सोर्स है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं राजगिरा खाएं तो इससे गर्भस्थ शिशु भी स्वस्थ रहता है।
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1. आयरन की कमी करें दूर
प्रेग्नेंसी के दौरान आयरन की कमी एक सामान्य समस्या है। अगर आयरन का स्तर कम हो जाए तो एनीमिया, थकान, कमजोरी और समय से पहले डिलीवरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। राजगिरा में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। आयरन के साथ राजगिरा में मौजूद विटामिन C शरीर में आयरन के अवशोषण (absorption) भी बेहतर करते हैं।
2. मां के शरीर को दें एनर्जी
प्रेग्नेंट महिलाओं की प्रोटीन की जरूरत सामान्य लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है। प्रोटीन शिशु के ऊतकों और अंगों के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व है। राजगिरा में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इसमें मौजूद लाइसिन प्रोटीन की गुणवत्ता को और बढ़ाता है। जिससे मां के शरीर को एनर्जी मिलती है और शरीर का दर्द भी दूर होता है।
3. शिशु का दिमागी विकास बनाएं बेहतर
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में फोलेट सबसे अहम पोषक तत्व होता है, क्योंकि यह शिशु के न्यूरल ट्यूब (brain और spinal cord) के विकास के लिए जरूरी है। डॉ. मनन गुप्ता की मानें तो राजगिरा में फोलेट की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिससे शिशु में जन्मजात विकारों का खतरा कम होता है।
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4. कब्ज से दिलाए राहत
प्रेग्नेंसी में होने वाले हार्मोनल बदलाव और आयरन की दवाइयों के कारण महिलाओं में कब्ज की समस्या देखी जाती है। कब्ज को दूर करने में भी राजगिरा फायदेमंद होता है। राजगिरा में हाई फाइबर होता है, जो मल को मुलायम बनाकर कब्ज की परेशानी को दूर करता है।
5. ब्लड प्रेशर रखें कंट्रोल
राजगिरा में मौजूद पोटैशियम प्रेग्नेंट महिला के बढ़ते ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि राजगिरा प्रेग्नेंसी में महिलाओं की हार्ट हेल्थ को भी बेहतर बनाता है। राजगिरा खाने से प्रीक्लेम्पसिया जैसी स्थितियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
6. इम्यूनिटी करें स्ट्रांग
प्रेग्नेंसी में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण महिला का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। राजगिरा में मौजूद विटामिन C, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट्स इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। प्रेग्नेंसी में राजगिरा खाने से मौसमी बुखार और वायरल इंफेक्शन की समस्या भी दूर होती है।
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7. शिशु के वजन को संतुलित रखें
राजगिरा में मौजूद प्रोटीन और हेल्दी कार्बोहाइड्रेट शिशु को पर्याप्त पोषण देते हैं। इस अनाज का सेवन करने से जन्म के समय शिशु का वजन संतुलित रहता है।
प्रेग्नेंसी में राजगिरा कैसे खाएं
प्रेग्नेंसी में राजगिरा का सेवन कई प्रकार से किया जाता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार राजगिरा को डाइट का हिस्सा बन सकते हैं।
1. राजगिरा का आटा : राजगीरे का आटा रोटी या पराठे के रूप में खा सकती हैं।
2. राजगिरा लड्डू या चिवड़ा : राजगीरे के दाने भूनकर गुड़ से लड्डू बनाकर खाए जा सकते हैं।
3. राजगिरा खीर: दूध में राजगिरा डालकर खीर बनाई जा सकती है।
4. राजगिरा पॉपकॉर्न: राजगिरा के दानों को पॉप करके हल्के स्नैक की तरह खाया जा सकता है।
डॉ. मनन गुप्ता कहते हैं कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं को एक दिन में राजगिरा का सेवन 1-2 सर्विंग से ज्यादा नहीं खाना चाहिए, क्योंकि किसी भी चीज का सेवन ज्यादा मात्रा में करना स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
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निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान मां के आहार में हर वह चीज शामिल होनी चाहिए जो मां और शिशु दोनों को संपूर्ण पोषण दे सके। राजगिरा (Amaranth) एक ऐसा सुपर फूड है जो प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फोलेट, फाइबर और अन्य आवश्यक मिनरल्स से भरपूर होता है। प्रेग्नेंसी में नियमित रूप से राजगिरा खाने से महिला को एनीमिया, कब्ज और थकान जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं और राजगिरा खाना चाहती हैं, तो इस विषय पर एक बार डॉक्टर से बात जरूर करें।
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FAQ
प्रेग्नेंट महिला को सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
प्रेग्नेंट महिला को संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमें हरी सब्जियां, दालें, फल, दूध, अंडे और साबुत अनाज हों। प्रेग्नेंसी में शिशु के संपूर्ण विकास के लिए महिला को आयरन और प्रोटीन से भरपूर फूड्स खाने चाहिए।प्रेगनेंसी में 1 महीने से 3 महीने तक क्या खाना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के 1 से 3 महीने तक का समय काफी नाजुक होता है। प्रेग्नेंसी के 1 से 3 महीने तक महिला को फोलेट युक्त फूड आइटम जैसे पालक, चना, संतरा खाना चाहिए।प्रेगनेंसी में कौन सा महीना नाजुक होता है?
प्रेग्नेंसी के पहले 3 महीने सबसे ज्यादा नाजुक होते हैं। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि इस दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव महिला को शारीरिक और मानसिक तौर पर परेशान कर सकते हैं।
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Oct 12, 2025 09:21 IST
Published By : Ashu Kumar Das