
प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए काफी सेंसेटिव समय होता है। प्रेग्नेंसी में महिला के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होते हैं। गर्भ में शिशु के सही विकास और हार्मोनल बदलावों को मैनेज करने के लिए सही खानपान की जरूरत होती है। खासकर दिन की शुरुआत में खाया गया भोजन गर्भवती महिला और शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। आज हम दिल्ली के आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर, आयुर्वेदिक डॉक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा से जानेंगे प्रेग्नेंट महिलाओं को सुबह सबसे पहले क्या खाना चाहिए।
सुबह की शुरुआत क्यों होती है सबसे जरूरी?
डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, सुबह का समय "वात काल" और "कफ काल" का सम्मिलन होता है। यह शरीर की शुद्धि, पुनर्नविकरण और संतुलन का समय होता है। गर्भवती स्त्री के लिए यह समय और भी अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस समय पाचन तंत्र को उत्तेजित करना, शरीर को ऊर्जा देना और मन को शांत रखना बहुत जरूरी माना जाता है। सुबह सबसे पहले जो भी खाया जाता है, वह दिनभर के पाचन और ऊर्जा स्तर को निर्धारित करता है। सुबह यदि सही खाना खाया जाए, तो ये दिनभर की थकान, एसिडिटी, ब्लोटिंग और जी मिचलाना की परेशानियों को दूर करता है।
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आयुर्वेद में गर्भवती महिला की सुबह की दिनचर्या
आयुर्वेद के अनुसार "गर्भिणी परिचर्या" यानी गर्भवती महिला की देखभाल में दिनचर्या का बहुत महत्व है। इस दिनचर्या में नीचे बताई गई चीजों को शामिल करना चाहिए
1. पानी पीना (उषःपान)
डॉ. चंचल कहती हैं कि गर्भवती महिलाओं को सुबह उठकर बिना ब्रश किए सबसे पहले गुनगुना जल पीना चाहिए। सुबह खाली पेट पाना पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और कब्ज की परेशानी भी दूर रहती है।

2. मूत्रत्याग और स्नान
गुनगुना पानी पीने के बाद गर्भवती महिलाओं को मूत्रत्याग और स्नान करना चाहिए। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है और शरीर दिनभर के लिए एक्टिव रहता है।
3. हल्की एक्सरसाइज या योग
गर्भवती महिला को सुबह हल्की प्राणायाम, जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी भी करने चाहिए। इन योगासन को करने से गर्भवती महिलाओं को मानसिक शांति मिलती है और शरीर में लचीलापन बना रहता है।
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गर्भवती महिला को सुबह सबसे पहले क्या खाना चाहिए?
अब जानते हैं कि गर्भवती महिला को सुबह सबसे पहले क्या खाना चाहिए जो ना केवल शिशु के विकास में मददगार हो, बल्कि मां के मूड और शरीर की एनर्जी को भी बेहतर बनाएं।
1. भीगी हुई किशमिश और बादाम
गर्भवती महिला को सुबह खाली पेट रातभर भीगी हुई किशमिश और बादाम खाना चाहिए। सुबह किशमिश और बादाम खाने से शरीर में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन और अच्छे फैट्स की पूर्ति होती है। डॉ. चंचल शर्मा का कहना है कि गर्भवती महिलाएं रोजाना 4-5 किशमिश और 4 भीगे हुए बादाम खाएं, तो इससे खून की कमी नहीं होती, कब्ज से राहत मिलती है और पूरा दिन शरीर एक्टिव रहता है।
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2. गाय का दूध
किशमिश और बादाम के बाद आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से महिलाओं को 1 कप गाय का दूध पीना चाहिए। गाय का दूध वात और पित्त को संतुलित करता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D भरपूर होता है। गाय का दूध गर्भस्थ शिशु की हड्डियों के विकास को बेहतर बनाता है।
3. फल
गर्भवती महिलाएं सुबह सबसे पहले केला और सेब जैसे फल भी खा सकती हैं। फल गर्भवती महिला के शरीर में प्राकृतिक विटामिन्स, फाइबर और जल की पूर्ति करते हैं। इससे सुबह होने वाली मतली की परेशानी दूर होती है। साथ ही, ये शरीर में एनर्जी को भी स्टोर करता है।
4. सादा मूग दाल का हलवा
स्त्री रोग विशेषज्ञ का कहना है कि गर्भवती महिलाएं सुबह सबसे पहले मूंग दाल को देसी घी में हल्का सेंककर गुड़ या मिश्री डालकर हलवा बनाकर भी खा सकती हैं। ये हल्का होता है। मूंग दाल का प्रोटीन मां और गर्भ में शिशु के पोषण को बढ़ावा देता है। इससे शरीर को पूरा दिन एनर्जी भी मिलती है।
गर्भवती महिला को सुबह क्या नहीं खाना चाहिए
- चाय या कॉफी : ज्यादातर महिलाएं सुबह उठते ही चाय और कॉफी पीती हैं। चाय-कॉफी में कैफीन होता है। कैफीन पाचन को बिगाड़ सकती है और एसिडिटी बढ़ा सकती है।
- फ्रीज से निकलाना हुआ सामान : रात को फ्रीज में रखा हुआ खाना सुबह निकालकर खाने से शरीर का वात दोष बढ़ता है। इससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- खट्टे फल या दही: गर्भवती महिलाओं को सुबह खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा और मौसमी का सेवन करने से बचाना चाहिए। खाली पेट खट्टे फल और दही खाने से पाचन तंत्रिका का काम बिगड़ता है। इससे जी मिचलना और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
निष्कर्ष
आयुर्वेद के अनुसार गर्भवती महिला के लिए सुबह की शुरुआत काफी महत्वपूर्ण होती है। यदि सुबह के भोजन में भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स, गुनगुना दूध, मौसमी फल, हल्का नाश्ता और हर्बल पोषक तत्वों को शामिल किया जाए, तो गर्भवती स्त्री और गर्भस्थ शिशु दोनों का स्वास्थ्य बेहतर बनता है। इन दिनों अगर आप भी उम्मीद से हैं, तो ऊपर बताई गई चीजों को डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।
FAQ
गर्भवती महिला को सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
गर्भवती महिला को गर्भवास्था की शुरुआती महीनों में हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए। गर्भवती महिलाएं खाने में दूध, घी, हरी सब्जियां, फल, सूखे मेवे, दालें और साबुत अनाज सबसे ज्यादा खाने चाहिए। इन चीजों को खाने से गर्भ के अंदर मां और शिशु दोनों का विकास तेजी से होता है।प्रेगनेंसी में 1 से 3 महीने तक क्या खाना चाहिए?
पहली तिमाही में हल्का, सुपाच्य और आयरन से भरपूर खाना ही खाना चाहिए। प्रेग्नेंसी के 1 से 3 महीनों में महिलाएं अनार, चुकंदर, हरी सब्जियां, भीगे बादाम-किशमिश, मूंग दाल और गाय के दूध पी सकती हैं। इसके अलावा प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में महिलाओं को अंडे खाने की भी सलाह दी जाती है।गर्भ में बच्चे की ग्रोथ के लिए क्या खाएं?
गर्भ के अंदर बच्चे की ग्रोथ अच्छे से होना जरूरी है। गर्भ में बच्चे की ग्रोथ के लिए प्रेग्नेंट महिलाओं को प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन युक्त चीजें जैसे दूध, दही, अंडा, दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, सूखे मेवे और नारियल पानी को डाइट में शामिल करना चाहिए।
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