
Benefits of Amaranth in Anemia: राजगिरा एक प्राचीन सुपरफूड है। ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार से लोग राजगिरा का सेवन करते हैं। राजगिरा को चौलाई भी कहा जाता है। कुछ लोग राजगिरा का आटा बनाकर इसकी रोटी, लड्डू और नमकीन भी बनाकर खाते हैं। राजगिरा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाता है। यूं तो राजगिरा के पोषक तत्व कई प्रकार के फायदेमंद होते हैं। लेकिन एनीमिया से बचाव में यह सुपरफूड बहुत फायदेमंद होता है। प्रतिदिन राजगिरा का सेवन करने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है, जिससे एनीमिया से बचाव करने में मदद मिलती है।
इस लेख में हम जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की डाइटिशियन प्रांजल कुमत (Pranjal Kumat, Dietitian, Mahatma Gandhi Hospital, Jaipur) से जानेंगे एनीमिया से बचाव में राजगिरा कैसे मददगार है और इसका सेवन कैसे करना चाहिए।
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एनीमिया से बचाव में कैसे मददगार है राजगिरा- How Rajgira is helpful in preventing Anemia
डाइटिशियन प्रांजल कुमत के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को एनीमिया की परेशानी तब होती है, जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है या हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। पुरुषों के मुकाबले बच्चों और महिलाओं में एनीमिया की समस्या ज्यादा देखी जाती है। राजगिरामें प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। राजगिरा का सेवन करने से शरीर का हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, राजगिरा में मौजूदा विटामिन-सी भी होता है, जो आयरन का अवशोषण बढ़ाता है। राजगिरा की खास बात यह है कि यह एक ग्लूटेन फ्री अनाज है। जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है, वो भी इसका सेवन बिना किसी संकोच के इसका सेवन कर सकते हैं।
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एनीमिया से बचाव के लिए राजगिरा का सेवन कैसे करें?- How to consume Rajgira to prevent Anemia?
राजगीरा को सेवन आप निम्नलिखित तरीकों से कर सकते हैं।
1. लड्डू- राजगिरा का डाइट में शामिल करने का सबसे आसान तरीका है, इसके लड्डू बनाकर खाना। आप राजगिरा और गुड़ के लड्डू बनाकर खाना खाने के बाद खा सकते हैं। राजगिरा और गुड़ के लड्डू एनर्जी बूस्टर के तौर पर काम करते हैं।
2. राजगिरा रोटी या परांठा-राजगिरा को मोटा पीसकर इसे नॉर्मल गेहूं के आटे की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आप राजगिरा के आटे की रोटी या परांठा बनाकर नियमित तौर पर खा सकते हैं।
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3. राजगीरा दलिया- गेहूं के दलिया को आप राजगिरा के दलिया से बदल सकते हैं। राजगिरा के दलिया में हरी सब्जियां और विभिन्न प्रकार के ड्राई फ्रूट्स मिलाकर इसकी पौष्टिकता को बढ़ाया जा सकता है।
इसके अलावा आप राजगिरा के पकौड़े, चिक्की और इसकी नमकीन बनाकर भी खा सकते हैं।
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निष्कर्ष
राजगीरा एक ऐसा सुपर फूड है। इसे रेगुलर डाइट में शामिल करना बहुत ही आसान है। आप अपने तरीके से राजगीर को डाइट में शामिल करके न सिर्फ एनीमिया से बच सकते हैं, बल्कि यह हड्डियों के विकास में भी मददगार होता है। राजगीर उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है, जिन्हें किसी भी प्रकार के ग्लूटेन से एलर्जी की समस्या होती है।
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