Children Vaccination Schedule : भारत में जन्म के बाद शिशुओं को बीमारी से बचाने के लिए कई तरह की वैक्सीन दी जाती है। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत शिशुओं को वैक्सीन फ्री में लगाई जाती है। जन्म के तुरंत बाद बच्चे को बीसीजी, पोलियो की जीरो खुराक और हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन लगाई जाती है। इसके अलावा वक्त के साथ बच्चों को रूबेला, टिटनेस, ओरल पोलियो ड्रॉप, ओपीवी और हेपेटाइटिस बी जैसी वैक्सीन लगाई जाती है। वहीं, कुछ वैक्सीन की बूस्टर डोज भी शिशुओं को वक्त के साथ दी जाती है। लेकिन कुछ वैक्सीन जो भारत में मौजूद तो हैं और बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए भी जरूरी है। गौर करने वाली बात यह है कि ये वैक्सीन राष्ट्रीय टीकाकरण के तहत नहीं आती हैं, इसलिए ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है। हैदराबाद स्थित बालाजी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में बतौर में कंसलटेंट पीडियाट्रिशियन डॉक्टर बी. संदीप का कहना है कि ये वैक्सीन बेशक से सरकार नहीं लगवाती हैं लेकिन पेरेंट्स को निजी तौर पर इसे लगवाना चाहिए और अपने बच्चों को बीमारियों से बचाना चाहिए।
1. इन्फ्लूएंजा फ्लू की वैक्सीन - Influenza Vaccine
बदलते मौसम में अक्सर बच्चों को सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों को संक्रमण और वायरल इंफेक्शन से बचाने के लिए इन्फ्लूएंजा फ्लू की वैक्सीन बहुत जरूरी है। डॉ. बी. संदीप का कहना है कि बच्चे को 5 साल तक की उम्र तक इन्फ्लूएंजा फ्लू की वैक्सीन लगाई जा सकती है। इस वैक्सीन को किसी भी प्राइवेट अस्पताल में लगवाया जा सकता है। इसकी अनुमानित कीमत 2000 से 3000 के बीच है।
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2. हेपेटाइटिस ए वैक्सीन- Hepatitis A Vaccine
राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन दी जाती है, लेकिन हेपेटाइटिस ए वैक्सीन बच्चों को मुफ्त में नहीं दी जाती है। पेरेंट्स किसी भी प्राइवेट अस्पताल में हेपेटाइटिस ए वैक्सीन लगावा सकता हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि इस वैक्सीन को 1 साल के बाद कभी भी डॉक्टर की सलाह पर लगवाया जा सकता है।
3. रेबीज वैक्सीन
रेबीज का टीका आज कल के बच्चों के लिए बहुत जरूर हो गया है। जिन घरों में कुत्ता, बिल्ली या अन्य कोई पालतू जानवर है उन्हें ये वैक्सीन अपने बच्चों को जरूर लगवानी चाहिए। डॉक्टर का कहना है कि कुत्ता, बंदर या बिल्ली के काटने से रेबीज फैलता है। यह एक खतरनाक स्थिति है, जब बच्चों को कई तरह की परेशानी से गुजरना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए बच्चों को रेबीज की वैक्सीन जरूर लगवाएं।
4. टाइफाइड वैक्सीन- Typhoid Vaccine
टाइफाइड वैक्सीन सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी जरूरी है। कुछ लोग टाइफाइड की वैक्सीन को लगवाने में पैसे खर्च होंगे इसलिए नहीं लगवाते हैं। डॉक्टर की मानें तो 2 साल की उम्र के बाद टाइफाइड की वैक्सीन हर बच्चे को लगवानी चाहिए।
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5. पोलियो
बच्चों को पोलियो जैसी गंभीर बीमारी न हो इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा ओरल पोलियो ड्रॉप दी जाती है, लेकिन इसकी वैक्सीन भी उपलब्ध हैं। पेरेंट्स प्राइवेट अस्पताल में पोलियो की वैक्सीन के बारे में पता कर सकते हैं और अपने बच्चों को दिलवा सकते हैं। डॉ. संदीप बेलपत्रे का कहना है कि ऊपर बताई गई 1-2 वैक्सीन कुछ राज्य सरकारों द्वारा फ्री में दी जाती है, लेकिन केंद्र सरकार के शेड्यूल में न होने की वजह से लोग इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं।
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