How Much Protein Should Pregnant Women Eat in a Day: 27 फरवरी को देश में नेशनल प्रोटीन डे मनाया (National Protein Day 2025) जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को प्रोटीन की जरूरत और सेहत से जुड़े इसके फायदों के बारे में जागरूकता फैलना है। प्रोटीन मांसपेशियों को मजबूत करने, बालों की लंबाई बढ़ाने, स्किन की रंगत को निखारने और कई प्रकार से शरीर के लिए जरूरी होता है। लेकिन जब बात प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोटीन की आती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन न करें, तो इससे गर्भस्थ शिशु के विकास में बाधा आ सकती है और जन्म के बाद शिशु को कई प्रकार की बीमारियों का खतरा भी रहता है।
लेकिन जब बात प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोटीन का सेवन करने की आती है, तो महिलाओं को इसकी मात्रा का पता नहीं होता है। नेशनल प्रोटीन डे के खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को 1 दिन में कितने प्रोटीन की जरूरत होती है (How Much Protein Should Pregnant Women Eat in a Day)। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डायरेक्टर डॉ. अरुणा कालरा (Dr Aruna Kalra, MBBS, MD, Obstetrics & Gynaecology, CK Birla Hospital, Gurugram) से बात की।
प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोटीन का महत्व- Importance of Protein During Pregnancy
डॉ. अरुणा कालरा के अनुसार, प्रोटीन शरीर में कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है। प्रेग्नेंसी में प्रोटीन का महत्व और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। शिशु के मस्तिष्क, मांसपेशियों और अन्य अंगों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा प्रोटीन प्रेग्नेंसी के दौरान इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और हार्मोन तथा एंजाइम के निर्माण में मददगार होता है।
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प्रेग्नेंसी में रोजाना कितनी मात्रा में प्रोटीन लें?- How much protein should consume daily during pregnancy?
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और अन्य स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, सामान्य स्थिति में वयस्क महिलाओं को प्रतिदिन 50-55 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान यह मात्रा बढ़ जाती है। प्रेग्नेंसी के हर पड़ाव पर महिलाओं को अलग प्रोटीन की जरूरत होती है।
- पहली तिमाही (0-3 महीने): लगभग 55-60 ग्राम प्रतिदिन
- दूसरी तिमाही (4-6 महीने): लगभग 70-75 ग्राम प्रतिदिन
- तीसरी तिमाही (7-9 महीने): लगभग 75-80 ग्राम प्रतिदिन
यदि प्रेग्नेंट महिला का वजन अधिक है या वह जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली है, तो प्रोटीन की मात्रा और अधिक हो सकती है। इस संबंध में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक होता है।
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प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत- Protein Natural Source in Hindi
प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने आहार में प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
शाकाहारी स्रोत:
- दूध और डेयरी उत्पाद (दही, पनीर, छाछ)
- दालें और साबुत अनाज (मूंग दाल, मसूर दाल, चना, राजमा, सोयाबीन)
- मेवे और बीज (बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स)
- हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी)
मांसाहारी स्रोत:
- अंडे
- चिकन और मछली
प्रेग्नेंसी में प्रोटीन की कमी से होने वाले जोखिम- Risks of protein deficiency in pregnancy
प्रेग्नेंसी के दौरान पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं लेने से कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
- भ्रूण का सही तरीके से विकास न होना
- प्रेग्नेंट महिला को कमजोरी और थकान महसूस होना
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना
- समय से पहले प्रसव का खतरा
- जन्म के समय कम वजन का शिशु
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निष्कर्ष
प्रोटीन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए एक अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है, जो शिशु के संपूर्ण विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने के लिए संतुलित आहार का पालन करना और डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
इसलिए, हर गर्भवती महिला को अपने आहार में प्रोटीन की सही मात्रा सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि वह और उसका शिशु दोनों स्वस्थ रह सकें।