Gulmohar Benefits Side Effects And Uses In Hindi: भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर लोग स्वास्थ्य से जुड़ी किसी न किसी समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य की कई समस्याओं में औषधीय गुणों से भरपूर गुलमोहर के पेड़ के फूल, पत्ते और तने का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। नॉर्थ इंडिया में लोग इसके फूलों और पत्तों को खाने में इसका इस्तेमाल करते हैं।
बता दें, ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज चला रहा है, जिसमें औषधीय गुणों से भरपूर और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में बताया जाता है। इस सीरीज में हम पाठकों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों और जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं, ताकि लोगों को आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से मिलने वाले फायदे, नुकसानों और इलाज के तरीकों के बारे में जान सकें। ऐसे में आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) और रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा (Ayurvedacharya Shrey Sharma of Ramhans Charitable Hospital, Sirsa) से जानें गुलमोहर के पेड़ से मिलने वाले फायदे, इसके नुकसान और इसके इस्तेमाल के तरीकों के बारे में -
गुलमोहर की तासीर गर्म है या ठंडी? - Is The Nature Of Gulmohar Hot Or Cold?
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, गुलमोहर की तासीर ठंडी होती है। इसका पेड़ छोटी लंबाई वाला पेड़ है, जो पार्कों में मिल जाता है, इसके फूल लाल रंग के होते हैं। इसके फूलों को प्रयोग नॉर्थ इंडिया या अन्य जगाहों पर किया जाता है, साथ ही, इसकी पत्तियों और फूलों को खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए एक बार में 8-10 पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, गुलमोहर के फूल, तने की छाल और पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी तासीर ठंडी होती है।
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गुलमोहर की छाल के फायदे - Benefits Of Gulmohar Bark In Hindi
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, गुलमोहर की छाल से अतिसार यानी पाचन से जुड़ी समस्या होने, घाव को भरने, इंफेक्शन को रोकने और महिलाओं को ल्यूकोरिया या श्वेतप्रदर (व्हाइट डिस्चार्ज) जैसी समस्याओं से जुड़ी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, गुलमोहर की छाल में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इससे घाव को भरने में मदद मिलती है। इसको नारियल तेल और बी-वैक्स के साथ मिलाकर, इस लेप को प्रभावित जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका साथ ही, यह बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए सहायक है।
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गुलमोहर के फूल के फायदे - Benefits Of Gulmohar Flower In Hindi
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, गुलमोहर के फूल का इस्तेमाल करने से लोगों को घाव के इंफेक्शन, पीरियड्स की समस्या, जोड़ों के दर्द, पाइल्स और हार्पिज की समस्याओं से राहत के लिए फायदेमंद है। इनका इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, इंफेक्शन, यूटीआई और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं, गायनेकोलॉजिकल डिसऑर्डर में भी इस्तेमाल किया जाता है, इसके फूलों के पाउडर को प्राइवेट पार्ट को वॉश किया जा सकता है। इसके अलावा, इससे जुड़ी समस्याओं में इसका सेवन भी किया जा सकता है, साथ ही, इससे बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने में सहायक है।
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गुलमोहर के पत्तों के फायदे - Benefits Of Gulmohar Leaves In Hindi
गुलमोहर के पत्तों का उपयोग करने से पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से राहत देने, गंजेपन की समस्या से राहत देने, पाइल्स की समस्या से राहत देने, जोड़ों के दर्द, गंजेपन और हार्पिज की समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। इसके अलावा, गुलमोहर के पत्तों से बाय, बादी, आर्थराइटिस, सूजन और गठिया जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
गुलमोहर के नुकसान - Side Effects Of Gulmohar In Hindi
गुलमोहर की समस्या में अस्थमा की समस्या होने, ब्रोंकाइटिस, सीने से जुड़ी या लंग्स से जुड़ी समस्या होने पर इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इस दौरान इसका सेवन करने से इन समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
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गुलमोहर का सेवन कब नहीं करना चाहिए? - When Should Gulmohar Not Be Consumed?
गुलमोहर का सेवन ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं, हार्ट से जुड़ी समस्याओं, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, सीने से जुड़ी या लंग्स से जुड़ी समस्याओं और बुजुर्ग लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इन लोगों को इसका सेवन करने से स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।
गुलमोहर कितनी मात्रा में लें? - How Much Quantity Of Gulmohar Should Be Taken?
1 दिन में 1-2 ग्राम गुलमोहर की छाल का चूर्ण या फूल का चूर्ण का सेवन किया जा सकता है। इनका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। बता दें, अतिसार यानी पाचन से जुड़ी समस्या होने पर 1-2 ग्राम गुलमोहर की छाल के चूर्ण का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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पीरियड्स की समस्याओं में गुलमोहर के फूल का सेवन कैसे करें? - How To Consume Gulmohar Flower In Period Problems?
पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से राहत के लिए गुलमोहर के फूल के चूर्ण को शहद के साथ लेना फायदेमंद है।
बवासीर क समस्या कैसे करें गुलमोहर के फूल का उपयोग? - How To Use Gulmohar Flower To Treat Piles?
गुलमोहर के फूल बवासीर (Piles) की समस्या में फायदेमंद है। इनसे राहत के लिए गुलमोहर के पीले पत्तों को दूध में पीसकर प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे बवासीर की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
गंजेपन से राहत के लिए कैसे करें गुलमोहर के पत्तों का इस्तेमाल? - How To Use Gulmohar Leaves To Get Relief From Baldness?
गुलमोहर के पत्तों बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने में सहायक हैं। ऐसे में इसके पत्तों को पीसकर सिर पर इस लेप को लगाने से गंजेपन की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, गंजेपन की समस्या से राहत के लिए डेढ़ महीने तक इस लेप को नियमित रूप से लगाना फायदेमंद है।
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जोड़ों के दर्द से राहत के लिए कैसे करें गुलमोहर के फूल का उपयोग? - How To Use Gulmohar Flower To Relieve Joint Pain?
गुलमोहर के पत्तों की भाप जोड़ों के दर्द के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, इसके पत्तों के लेप को जोड़ों पर लगाएं। इससे जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत देने में मदद मिलती है।
हार्पिज से राहत के लिए कैसे करें गुलमोहर के फूल का उपयोग? - How To Use Gulmohar Flower To Get Relief From Herpes?
हार्पिज की समस्या से राहत के लिए गुलमोह के पीले पत्तों या फूल को दूध के साथ पीसकर लेप तैयार कर लें और इसको हार्पिज पर लगाएं। इससे हार्पिज की समस्या से राहत मिलती है। बता दें, यह एक त्वचा से जुड़ी समस्या है।
निष्कर्ष
औषधीय गुणों से भरपूर गुलमोहर के फूल, पत्ते और तने पाचन से जुड़ी समस्या से राहत देने, घाव को भरने, इंफेक्शन को रोकने, घाव को भरने, महिलाओं को व्हाइट डिस्चार्ज, पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं, गायनेकोलॉजिकल डिसऑर्डर से राहत देने, बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने, गंजेपन से राहत, जोड़ों के दर्द, बाय, बादी, आर्थराइटिस, सूजन, गठिया हार्पिज और पाइल्स जैसे समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
लेकिन ध्यान रहे, इनका इस्तेमाल करते समय सावधानी रखें। कुछ लोगों को इनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इसके लेप के इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
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FAQ
गुलमोहर का फूल खाने से क्या फायदा होता है?
गुलमोहर के फूल का सेवन करने से गठिया, अपच, दस्त, बालों के झड़ने की समस्या, ऐंठन, जोड़ों के दर्द से राहत देने और पीरियड्स के दर्द से राहत देने में मदद मिलती है। इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें।गुलमोहर का सेवन कब नहीं करना चाहिए?
अस्थमा की समस्या होने, हार्ट से जुड़ी समस्या होने, बुजुर्ग लोग और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलोँ को गुलमोहार का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, इनका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।गुलमोहर कितना खाना चाहिए?
गुलमोहर के 8-10 पत्तों को खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, इसकी छाल को 2 से ढाई ग्राम तक लिया जा सकता है। इसके अलावा, इसका सेवन स्वास्थ्य समस्या के अनुसार डॉक्टर की सलाह के साथ ही करें। इनका सेवन करने और इसके लेप को घाव या अन्य समस्याओं पर किया जा सकता है।