
लाल और नारंगी रंग के दिखने वाले पलाश के फूलों का उपयोग आयुर्वेद में कई समस्याओं के इलाज में बताया गया है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में पलाश के फूल, बीज, पत्ते और छाल सभी अंगों के औषधीय उपयोगों का वर्णन मिलता है। विशेष रूप से पलाश के फूलों में प्राकृतिक रूप से मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण इसे एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि बनाते हैं। पलाश के फूलों का प्रयोग पारंपरिक औषधियों, हर्बल चाय, त्वचा की देखभाल आदि में भी किया जाता है। गर्मी के मौसम में अक्सर कुछ लोगों को नकसीर की समस्या हो जाती है। इस लेख में नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से जानिए, नकसीर की समस्या में पलाश के फूलों के फायदे और उपयोग।
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पलाश के फूल से नकसीर की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज - Palash Flower For Nose Bleeding
गर्मियों में अक्सर लोगों को नाक से खून बहने की समस्या यानी नकसीर की शिकायत होती है। यह समस्या शरीर में अत्यधिक गर्मी बढ़ने या पित्त दोष असंतुलन के कारण हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार, नकसीर एक पित्तजन्य विकार है और ऐसे में शरीर को शीतलता देने वाले, रक्त को शुद्ध करने वाले गुणों वाली औषधियों का सेवन लाभकारी होता है।
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पलाश आयुर्वेद में रक्तशोधन, व्रणरोपण (घाव भरने), पित्त शमन और मूत्र संबंधी विकारों को दूर करने वाली औषधियों में प्रमुख रूप से शामिल किया गया है। इसके फूल ठंडे तासीर के होते हैं और पित्त को शांत करने (What is the medicinal use of palash tree) में मदद करते हैं, जो नकसीर जैसी समस्याओं में बेहद उपयोगी होता है।
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- आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, पलाश के फूलों का सही रूप में उपयोग करने से नाक से खून बहना यानी नकसीर की समस्या में तुरंत राहत मिल सकती है।
- ताजे पलाश के फूलों को पीसकर उसकी लुगदी बना लें। इसे कपड़े में लपेटकर माथे और सिर पर ठंडे स्थान पर रखा जाए तो शरीर की गर्मी कम होती है और नकसीर रुक जाती है।
- पलाश के फूलों का रस निकालकर दो से तीन बूंदें नाक में डालने से भी नकसीर में राहत मिलती है। यह प्रयोग वैद्य की देखरेख में किया जाना चाहिए। बिना एक्सपर्ट के इसका प्रयोग बिलकुल न करें।
- फूलों को उबालकर बनाए गए काढ़े को ठंडा करके पीने से शरीर की गर्मी कम होती है और रक्तस्राव रुकने में सहायता मिलती है। यह काढ़ा सुबह-शाम लिया जा सकता है।
पलाश के फूल के अन्य फायदे - Palash Flower Benefits

- पलाश के फूलों का उपयोग खून को शुद्ध करता है और त्वचा रोगों में लाभदायक होता है।
- जिन लोगों के शरीर में अत्यधिक गर्मी या जलन की स्थिति होती है उनके लिए भी पलाश का फूल उपयोगी हो सकता है।
- पलाश के फूलों और पत्तियों का लेप घावों पर लगाने से घाव जल्दी भरते हैं।
- पलाश के फूल मूत्राशय को शुद्ध करते हैं और मूत्र विकारों में राहत देते हैं।
पलाश प्राकृतिक और सुरक्षित औषधि मानी जाती है, फिर भी इसका सेवन कुछ सावधानियों के साथ करना जरूरी है। गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका सेवन बिना डॉक्टर के परामर्श के न करें। बहुत अधिक मात्रा में पलाश का सेवन दस्त, कमजोरी या पाचन गड़बड़ी पैदा कर सकता है। यदि आप किसी अन्य औषधि या एलोपैथिक दवा का सेवन कर रहे हैं, तो पलाश का उपयोग करने से पहले अपने वैद्य या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष
मॉडर्न लाइफस्टाइल में हम अक्सर छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दवाओं पर निर्भर हो जाते हैं, लेकिन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और फूल बिना नुकसान पहुंचाए भी आपकी समस्या को दूर कर सकते हैं। नकसीर जैसी समस्या में पलाश का फूल विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होता है। बशर्ते इसका उपयोग उचित मात्रा और विधि से किया जाए।
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FAQ
नकसीर आने का कारण क्या है?
शरीर में ज्यादा गर्मी बढ़ने या पित्त दोष असंतुलन के कारण नकसीर की समस्या हो सकती है।पलाश का दूसरा नाम क्या है?
पलाश के फूलों को टेसू और किंशुक नाम से भी जाना जाता है।नकसीर के लिए क्या खाना चाहिए?
नकसीर की समस्या होने पर शरीर को ठंडक देने वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप डाइट में गोंद कतीरा, सौंफ का पानी और धनिया का पानी जैसी चीजों को शामिल करें।
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Dec 27, 2025 09:21 IST
Published By : Akanksha Tiwari
