Ayurvedic Treatment For Nose Bleeding In Hindi: गर्मियां शुरू होते ही कई लोगों को नाक से खून बहने की शिकायत होने लगती है। नाक से खून आने को नकसीर फूटना भी कहते हैं। दरअसल, अधिक गर्मी के कारण नाक के अंदर मौजूद खून की वाहिनियां फटने की वजह से नाक से खून आने लगता है। इसके अलावा, नाक को बहुत ज्यादा रगड़ने, एलर्जी, सर्दी-जुकाम, ज्यादा मिर्च-मसालों का सेवन करने या नाक पर चोट लगने के कारण भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के मौसम में नकसीर की समस्या काफी आम है। हालांकि, बार-बार ऐसा होना सेहत के लिए ठीक नहीं है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में पित्त दोष का असंतुलन नकसीर फूटने का कारण बन सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्स्क डॉ रितु चड्ढा (BAMS) की मानें तो नकसीर की समस्या को कुछ आयुर्वेदिक उपायों की मदद से जड़ से खत्म किया जा सकता है। आइए, जानते हैं नकसीर की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज -
नकसीर के लक्षण - Symptoms Of Nose Bleeding
- नाक से खून आना
- दिल की अनियमित धड़कन
- सांस लेने में कठिनाई महसूस होना
- त्वचा का पीला पड़ना
- मितली और कमजोरी महसूस होना
- चक्कर आना
नकसीर का आयुर्वेदिक इलाज - Ayurvedic Treatment For Nose Bleeding In Hindi
पीपल के पत्ते
हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष धार्मिक महत्व है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीपल के पत्तों का इस्तेमाल कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा सकता है? आयुर्वेद के अनुसार, पीपल के पत्ते घाव को जल्दी भरने, सूजन को कम करने और त्वचा को जल्दी हील करने में मदद करते हैं। नाक से खून आने की समस्या होने पर पीपल के पत्ते को पीसकर रस निकाल लें। अब इस रस की लगभग 5-7 बूंदें नाक में डालें। ऐसा करने से आपको जल्द राहत मिल सकती है।
घी
नकसीर से राहत पाने के लिए घी का इस्तेमाल किया जा सकता है। घी में मौजूद गुण नाक की ड्राईनेस को कम करते हैं। इससे नाक से खून निकलने की परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आप गाय के घी को हल्का गर्म कर लें। अब इसे अपनी उंगलियों पर लगाकर अपनी नाक के अंदर लगाएं। आप चाहें तो इसकी दो-दो बूंदें नाक के अंदर डाल सकते हैं।
आयुर्वेदिक चूर्ण
अगर आप नाक से खून आने की समस्या से परेशान हैं, तो घर पर आयुर्वेदिक चूर्ण तैयार कर सकते हैं। इसके लिए 50 ग्राम सौंफ, 10 ग्राम खसखस के बीज, 100 ग्राम मिश्री, 10 दाने इलायची और 5 दाने काली मिर्च लें। इन सभी चीजों को महीन पीस लें और कपड़े से छानकर रख लें। इस चूर्ण का एक चम्मच रोज सुबह-शाम पानी के साथ लें।
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शीशम
आयुर्वेद में शीशम के पत्तों, जड़ और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। शीशम में तंत्रिका को शांत करने वाले गुण होते हैं। नकसीर की समस्या में शीशम के पत्तों के रस की लगभग 5-7 बूंदों को नाक में डालने से खून बहना बंद हो जाता है। आप चाहें तो इसके पत्तों को पानी में उबालकर नेसल ड्रॉप लिक्विड के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
बेल
गर्मियों में बेल का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और ठंडक प्रदान करता है। नकसीर की समस्या से निजात पाने के लिए बेल के पत्तों को पानी में उबाल लें। फिर इसे छान लें और इसमें मिश्री मिलाकर पिएं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपको काफी लाभ होगा।
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नकसीर से बचाव के लिए टिप्स - Tips To Prevent Nose Bleeding
- गर्म और मसालेदार भोजन का सेवन न करें
- धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें
- खूब सारा पानी पिएं
- लंबे समय तक धूप में काम न करें
- मानसिक तनाव से बचें
- अनार, अंगूर, सेब, नाशपाती, आड़ू, खरबूजा, तरबूज आदि फलों का सेवन करें।
- अपने आहार में हरी सब्जियां, साबुत अनाज और दालें शामिल करें।
- सोडा, एनर्जी ड्रिंक और कैफीनयुक्त पेय पदार्थों के सेवन से बचें।
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम, पवनमुक्तासन, अर्धचंद्रासन, नरराजसन आदि कुछ आसनों का अभ्यास करें।
नकसीर की समस्या से राहत पाने के लिए आप इन आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी समस्या कम नहीं हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।