Benefits Of Ashta Choornam: मौजूदा समय में लोगों का आयुर्वेद की ओर काफी रुझान बढ़ा है। लोग इस विधा का इस्तेमाल अपने इलाज और कई तरह की बीमारियों से बचने के लिए कर रहे हैं। अष्ट चूर्णम, एक तरह की आयुर्वेदिक औषधि है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों और अन्य समस्याओं में किया जाता है। आज हम इस लेख में जानेंगे, अष्ट चूर्णम के फायदे और इस्तेमाल का तरीका। इस संबंध में हमने आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुमन सरोज राठौड़ और उत्तराखंड के देहरादून स्थित तुलसी आयुर्वेद क्लिनिक के एमडी (आयु) डॉ. अंकित अग्रवाल से बातचीत की है। पेश है, बातचीत के अहम अंश।
अष्ट चूर्णम पाचन समस्याओं से राहत दिलाता है (Ashta Choornam For Digestive Disorders)
अष्ट चूर्णम की मदद से पाचन संबंधी समस्याएं, जैसे अपच, गैस्ट्राइटिस, अम्लता से छुटकारा पाया जा सकता है। 2019 में साइमन एट एल द्वारा अष्ट चूर्णम पर एक अध्ययन किया गया था। इस अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि अष्ट चूर्णम की मदद से कई तरह पेट संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है। इनमें मुख्य रूप, से पेट फूलना, पांचन संबंधी समस्या, एसिडिटी आदि शामिल हैं। हालांकि, यह कहना गलत नहीं होगा कि अब भी अष्ट चूर्णम के विस्तरित उपयोग और लाभ के लिए और भी अध्ययनों का किया जाना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें: नसों में हो रहा है दर्द? तो इन 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का करें सेवन
अष्ट चूर्णम बालों के लिए (Ashta Choornam For Grey Hair)
अष्ट चूर्णम का इस्तेमाल बालों के लिए भी किया जाता है। हाल के सालों में हमने देखा है कि कम उम्र में ही लोगों के बाल सफेद होने लगे हैं। ऐसे में आप विशेषज्ञों की सलाह पर अष्ट चूर्णम का इस्तेमाल कर सकते हैं। माना जाता है कि अष्ट चूर्णम के इस्तेमाल से बालों के सफेद होने की प्रकिया को धीमा किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए विशेषज्ञ अष्ट चूर्णम के साथ कोई अन्य विशेष दवा मिक्स करके देते हैं, जिस संबंध में आप उनसे परामर्श कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: गले की एलर्जी की आयुर्वेदिक दवा : आयुर्वेद की इन 8 जड़ी-बूटियों से गले की एलर्जी को करें दूर
अष्ट चूर्णम भूख के लिए (Ashta Choornam For Enhance Appetite)
अष्ट चूर्णम भूख बढ़ाने के काम भी आता है। असल में, मौजूदा समय में बच्चे हों या बड़े, शारीरिक गतिविधियों में कमी और सारा दिन कंप्यूटर स्क्रीन के पास बैठे रहने के कारण उनकी भूख में काफी कमी आ गई है। इसके पीछे, खराब जीवनशैली भी जिम्मेदार है। इन्हीं सब कारणों की वजह से कई लोग ऐसे हैं, जो कमजोरी और दुर्बलता का शिकार हो चुके हैं। इससे निपटने के लिए जरूरी है कि आप अष्ट चूर्णम की मदद लें। इसके सेवन से आपकी भूख में सुधार होगा, पेट संबंधी समस्याएं कम होंगी और कई संक्रामक बीमारियां भी खत्म होंगी।
इसे भी पढ़ें: बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने के लिए आजमाएं ये आयुर्वेदिक उपाय, जल्द मिलेगी राहत
अष्ट चूर्णम गठिया के लिए (Ashta Choornam For Arthritis)
अष्ट चूर्णम में एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करने में बेहद फायदेमंद होते हैं। इसकी मदद से ऑटोइम्यून इंफ्लेमेटरी डिजीज जैसे रूमेटाइड अर्थराइटिस होने की संभावना में कमी आती है। इसके अलावा, मासंपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने में हो रही तकलीफ को भी अष्ट चूर्णम की मदद से ठीक किया जा सकता है।
अष्ट चूर्णम डायरिया में मददगार (Ashta Choornam For Diarrhea)
अष्ट चूर्णम एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-डायरियल गुणों से भरपूर होता है। इसकी मदद से पेट में मौजूद उन बैक्टीरिया को बाहर निकाला जाता है, जो डायरिया के लिए जिम्मेदार होते हैं। यही नहीं, आंतों से संबंधित संक्रमण में भी अष्ट चूर्णम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा, अष्ट चूर्णम की मदद से दस्त का इलाज भी किया जा सकता है।
अष्ट चूर्णम का उपयोग कैसे करें (How To Use Ashta Choornam)
अष्ट चूर्णम पाउडर और सिरप दोनों रूप में आता है। आमतौर पर, महज 3 ग्राम तक ही अष्ट चूर्णम पाउडर का सिरप का सेवन किया जाता है। इसके बावजूद, आप इसका सेवन किस उद्देश्य से करना चाहते हैं, ये बात आप पर निर्भर करती है। इसके अलावा, ये लिवर की समस्या में, हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, पीलिया जैसी बिमारियों में भी उपयोग की जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि अष्ट चूर्णम का सेवन करने से पहले डॉक्टर की राय ले जरूर लें।
image credit: freepik