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आयुर्वेद के अनुसार शरीर में दिखें ये 5 संकेत तो न करें नजरअंदाज, पाचन से जुड़ी समस्याओं का है सकता है संकेत

पाचन तंत्र को आयुर्वेद में बहुत अहम माना गया है, क्योंकि यह पूरे शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है। लेकिन, पाचन तंत्र धीमा या कमजोर होने के कारण अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएं या कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
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आयुर्वेद के अनुसार शरीर में दिखें ये 5 संकेत तो न करें नजरअंदाज, पाचन से जुड़ी समस्याओं का है सकता है संकेत


हमारे शरीर में आधे से ज्यादा बीमारियां पेट से जुड़ी समस्याओं के कारण होती हैं। इसलिए, हमारे शरीर का पाचन-तंत्र दुरुस्त होना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। हम जो भी खाते है उसे सही तरह से पचाने में हमारा पाचन-तंत्र अहम भूमिका निभाता है। हमारा पाचन तंत्र कमजोर होने के कारण पेट में खाना ठीक तरह से पच नहीं पाता है, जिसका असर हमारे मेटाबॉलिज्म और इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। आयुर्वेद में भी हमारे स्वास्थ्य को तीन दोषों (वात, पित्त और कफ) के संतुलन के रूप में देखा जाता है। जब ये दोष असंतुलित हो जाते हैं तब शरीर में अलग-अलग तरह की समस्याएं बढ़ने लगती हैं। पाचन तंत्र को आयुर्वेद में बहुत अहम माना गया है, क्योंकि यह पूरी शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है। लेकिन, पाचन तंत्र धीमा या कमजोर होने के कारण अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएं या कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में आइए सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से जानते हैं कि आयुर्वेद में कमजोर पाचन के क्या संकेत हैं?

आयुर्वेद के अनुसार कमजोर पाचन के संकेत - Signs Of Poor Digestion According To Ayurveda in Hindi

1. खाने के बाद ब्लोटिंग - Bloating after Meals

अगर हर बार खाना खाने के बाद आपको ब्लोटिंग की समस्या होती है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी पाचन अग्नि कमजोर है। आयुर्वेद के अनुसार, जब पाचन अग्नि कमजोर पड़ जाती है तो खाना ठीक तरह से पचता नहीं है और गैस बनने लगती है। यह शरीर में वात दोष के असंतुलन का संकेत होता है। खासकर, ठंडे, भारी या तले-भुने खाद्य पदार्थों के ज्यादा सेवन के बाद यह समस्या ज्यादा बिगड़ सकती है।

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2. बार-बार डकार आना या गैस बनना - Frequent Burping or Gas

अगर आपको बार-बार डकारें आती हैं या पेट में गैस ज्यादा बनती है, तो यह पाचन से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। बार-बार डकार आना या गैस बनना यह दिखाता है कि खाना ठीक से नहीं पच रहा है। यह शरीर में वात और पित्त दोनों दोषों के असंतुलन का संकेत होता है। डकारें खासकर इस बात की ओर इशारा करती है कि खाना पचा नहीं है और पेट में ही हैं।

3. जीभ पर सफेद परत - White Coating on the Tongue

आयुर्वेद में जीभ की स्थिति को स्वास्थ्य का प्रतिबिंब माना जाता है। अगर सुबह उठने पर जीभ पर सफेद परत दिखाई दे रही है, तो यह पेट में अम के निर्माण का संकेत है। यह अम दोष पूरे शरीर में जहर के रूप में फैल सकता है और अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। यह इस बात का संकेत है कि आपके शरीर को डिटॉक्सीफिकेशन की जरूरत है।

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4. खाने के बाद थकान - Constant Fatigue After Eating

खाना खाने के बाद एनर्जी महसूस करने के बजाय अगर आपको थकावट होती है तो इस बात का संकेत है कि आपका शरीर खाने को पचाने में ज्यादा मेहनत कर रहा है। आयुर्वेद के अनुसार, जब अग्नि कमजोर होती है तो भोजन शरीर में पोषण नहीं दे पाता और शरीर थका हुआ महसूस करता है। यह समस्या कफ दोष के बढ़ने का भी संकेत हो सकता है।

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5. अनियमित मलत्याग - Irregular Bowel Habits

अगर आपको कब्ज, दस्त, या मल त्याग को लेकर समस्या हो रही हैं तो और कभी भी हो जा रही है तो यह पाचन तंत्र में गड़बड़ी का संकेत है। वात दोष बढ़ने पर कब्ज, पित्त दोष बढ़ने पर जलन वाला मल त्याग, और कफ दोष बढ़ने पर भारीपन या चिपचिपा मल दिखाई देता है। मल त्याग में गड़बड़ी पाचन अग्नि के कमजोर होने की ओर इशारा करती है।

कमजोर पाचन तंत्र मजबूत करने के लिए क्या करें? - How To Improve Weak Digestive System in Hindi?

कमजोर पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए और पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए आप इन आयुर्वेदिक टिप्स को अपना सकते हैं- 

  • आयुर्वेद में अग्नि को मजबूत करने के लिए आप तुलसी, अदरक, हिंग और त्रिकटु जैसी जड़ी-बूटियों का सेवन कर सकते हैं।
  • भोजना रोजाना एक ही समय पर करने की कोशिश करना और धीरे-धीरे काना।
  • नियमित रूप से गर्म पानी या हर्बल चाय का सेवन करना।
  • पंचकर्म या डिटॉक्सिफिकेशन थेरेपी की मदद से टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना।
  • ध्यान और योग की मदद से मेंटल हेल्थ को संतुलित रखना।

निष्कर्ष

अगर आपके शरीर में ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो यह आपके पाचन तंत्र में खराबी के संकेत हो सकते हैं और इसे अनदेखा करना आपके सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। आयुर्वेद में पाचन अग्नि को बढ़ावा देने और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण क्या हैं?

    पाचन शक्ति कमजोर होने पर आपके शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसमें पेट फूलना, गैस बनना, कब्ज, दस्त और सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • पेट की पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

    पेट की पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए आप अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ा सकते हैं, जिसके लिए भरपूर मात्रा में खाद्य पदार्थों, जैसे- फल, सब्जियां, साबुत अनाज और अंकुरित अनाज का सेवन कर सकते हैं।
  • खाना तुरंत पचाने के लिए क्या करना चाहिए?

    खाना जल्दी पचाने के लिए आप खाना खाने के बाद कुछ देर वॉक करें, गर्म पानी पिएं, अजवाइन या सौंफ चबाएं।

 

 

 

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