अशोक (Saraca asoca) एक प्राचीन औषधीय पेड़ है, जो आयुर्वेद में एक खास महत्व रखता है। अशोक का पेड़ न सिर्फ औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। अशोक के पेड़ की छाल, फूल और बीज सभी चीजों का इस्तेमाल आयुर्वेद में अलग-अलग तरह से किया जाता है। अशोक के पेड़ के बारे में कई आयुर्वेदिक किताबों और ग्रंथों में जिक्र किया गया है। हम सभी लोगों ने कहीं न कहीं अशोक का पेड़ देखा होगा और इस पेड़ को देखने के बाद दिमाग में ये सवाल आता है कि इस पेड़ का क्या उपयोग है। लेकिन, आपको बता दें कि आयुर्वेद में अशोक के पेड़ को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना गया है। यह पेड़ आपको आसानी से भारत के कई मंदिरों, बाग-बगिचों और जंगलों में आसानी से देखा जा सकता है। आज के समय में लोगों का फोकस आयुर्वेदिक और नेचुरल ट्रीटमेंट की ओर काफी बढ़ गया है। लोग अपने स्वास्थ्य को दवा खाने के स्थान पर नेचुरल और घरेलू नुस्खों की मदद से ठीक करने की कोशिश करते हैं।
बता दें कि आयुर्वेद के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने और सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में हम अपने पाठकों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों और जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं, इसके साथ ही रियल लाइफ स्टोरीज भी शेयर करेंगे, जिससे लोगों का रुझान आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की ओर बढ़ें। आज के इस लेख में हम आपको अशोक पेड़ और इसकी छाल, फूल और पत्तियों के आयुर्वेदिक फायदे, नुकसान और सेवन के तरीके के बारे में विस्तार से बताएंगे। तो आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार अशोक के फायदे, नुकसान और सेवन के तरीके के बारे में-
आयुर्वेद में अशोक का पेड़ क्या है? - What is Ashoka Tree in Hindi?
अशोक के पेड़ को शोकनाश, विशोक, अपशोक आदि नामों से जाना जाता है। आमतौर पर अशोक के पेड़ की दो प्रजातियां होती हैं, जिनका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज के लिए अलग-अलग तरह से किया जाता है। अशोक का पेड़ छोटा, सीधा, सदाबहार पेड़ होता है, जिसके पत्ते गहरे और हरे रंग के होते हैं। अशोक के फूल नारंगी-पीले रंग के होते हैं, जो मुरझाने से पहले अपना रंग बदलकर लाल रंग के हो जाते हैं। आयुर्वेद में इसकी छाल, पत्ते और फूलों का इस्तेमाल दवाइयों के रूप में किया जाता है।
अशोक के फायदे क्या हैं? - What Are The Benefits Of Ashoka in Hindi?
अशोक का पेड़ खासकर महिलाओं के सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, जिसमें-
- यह महिलाओं के पीरियड्स को नियमित करने, ज्यादा ब्लीडिंग को रोकने और गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है।
- पीरियड्स के दौरान महिलाओं के पेट में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में ये काफी मददगार होता है।
- अशोक की छाल का उपयोग स्किन की सूजन, खुजली, और फोड़े-फुंसियों से राहत दिलाने में मदद करता है।
- यह आपके शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालकर खून को साफ करने में मदद करता है।
- इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल आपके दिमाग और मन को शांत करने में काफी फायदेमंद होता है, जो मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।

अशोक के नुकसान क्या हैं? - What Are The Side Effects Of Ashoka in Hindi?
आमतौर पर अशोक नेचुरल तरीके से आपके सेहत के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन ज्यादा मात्रा या गलत तरीके से इसका सेवन आपके सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
- ज्यादा मात्रा में इसका सेवन व्यक्ति में अतिसार यानी डायरिया का कारण बन सकता है।
- कुछ लोगों में इसके सेवन के बाद एलर्जिक रिएक्शन दे सकता है।
- अगर आप किसी तरह की दवा का सेवन करते हैं, तो अशोक का सेवन उसके प्रभाव को कम कर सकता है।
अशोक की छाल, फूल और पत्तियां खाने का तरीका
अशोक की छाल, फूल और पत्तियों का सेवन आप अलग-अलग तरीके से किया जा सकता है, जैसे-
- अशोक की छाल का सेवन काढ़े के रूप में किया जा सकता है, जिसे बनाने के लिए आप 5 से 10 ग्राम छाल को पानी में उबालकर छान लें और फिर सुबह-शाम इसका सेवन करें।
- अशोक की पत्तियों या छाल का सेवन आप पाउडर के रूप में कर सकते हैं। आप इसके चूर्ण को पानी या शहद के साथ मिलाकर कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अशोक के पेड़ का उपयोग आयुर्वेद में कई औषधीय गुणों के लिए किया जाता है, लेकिन आप इसे हमेशा अपनी डाइट में आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेकर ही शामिल करें।