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गुड़मार के फायदे, नुकसान और इसको खाने के सही तरीका क्या है? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें

आयुर्वेद के अनुसार गुड़मार में औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल करने से कई लाभ मिलते हैं। आइए लेख में जानें गुड़मार के फायदे और नुकसान के बारे में -
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गुड़मार के फायदे, नुकसान और इसको खाने के सही तरीका क्या है? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें


Gudmar Benefits Side Effects And Way To Consume In Hindi: आज के समय में ज्यादातर लोग अनहेल्दी खानपान और भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण ब्लड शुगर, शरीर में सूजन होने और वजन बढ़ने जैसी स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन समस्याओं से राहत के लिए कई तरह के उपायों को अपनाने की सलाह दी जाती हैं। इन समस्याओं से राहत के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक गुड़मार का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं।

आपको बता दें, ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) नाम की एक स्पेशल सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में हम आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में बताते हैं। इसमें हम अपने पाठकों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों और जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं, ताकि लोग इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से मिलने वाले फायदे, नुकसानों और इलाज के तरीकों के बारे में जान सकें। ऐसे में नई दिल्ली के चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेदिक चरक संस्थान की एमडी-आयुर्वेद, पीएचडी-आयुर्वेद, योग में पीजी डिप्लोमा और बीएएमएस डॉ. पूजा सभरवाल (Dr. Pooja Sabharwal, BAMS, MD-Ayurved, PhD-Ayurved, PG Diploma in Yoga in Choudhary Brahm Prakash Ayurvedic Charak Sansthan, Delhi) से जानें गुड़मार के फायदे, नुकसान और इस्तेमाल के तरीकों के बारे में -

क्या है गुड़मार? - What is Gudmar?

डॉ. पूजा सभरवाल के अनुसार, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक गुड़मार एक रसयुक्त औषधी है। गुड़मार को मेढाशिंगी, मेषवल्ली, विषाणी और मेषश्रृंगी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, इसका लेटिन नाम जिम्नेमा सिल्वेस्ट्री (Gymnema sylvestre) है, साथ ही, इसको मधुनाशिनी भी कहा जाता है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इसका इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।

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गुड़मार की तासीर क्या है? - What Is The Effect Of Gudmar?

डॉ. पूजा के अनुसार, गुड़मार की तासीर शीत वीर्य यानी इसकी तासीर ठंडी होती है, साथ ही, इसके पत्ते कटु विपाक होते है यानी इनमें एक तीखा स्वाद होता है, जिससे जीभ की स्वाद गृहण शक्ति कुछ समय के लिए नष्ट हो जाती है, जिससे 1-2 घंटे तक मधुर तथा सिक्तरस का स्वाद पता नहीं चलता है।

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गुड़मार के फायदे - Benefits Of Gudmar In Hindi

डॉ. पूजा के अनुसार, गुड़मार में जिम्नेमिक एसिड (Gymnemic Acid) होता है, साथ ही, इसके पत्तों में एंथ्राक्विनोन यौगिक (Anthraquinone Compund) होता है। इसके पत्तों को चबाने से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने (गुड़मार ब्लड शुगर को कम करता है।), मुत्रकृच्छा यानी यूरिन के रुक-रुककर आने वाला मूत्र रोग, कफ को कम करने, कुष्ठ रोग को कम करने, शरीर के दर्द को कम करने, ज्वर यानी बुखार को कम करने, सूजन, जलन, घाव को कम करने और वमन यानी उल्टी आने की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। गुड़मार के पत्तों का रस सर्पदंश में फायदेमंद है। इसके रस से उल्टी के जरिए शरीर को डिटॉक्स कर विष को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।

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गुड़मार के नुकसान - Side Effect Of Gudmar In Hindi

डॉ. पूजा सभरवाल के अनुसार, गुड़मार के पत्तों का अधिक सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर बहुत कम (Hypoglycemia) की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, इसका अधिक सेवन करने से कब्ज, गैस और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ध्यान रहे, इसका अधिक सेवन करने से बचें और पहले से ब्लड शुगर का स्तर कम होने या पाचन से जुड़ी समस्याएं होने पर गुड़मार के पत्तों को खाने से बचें।

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कैसे करें गुड़मार का इस्तेमाल? - How To Use Gudmar?

डॉ. पूजा सभरवाल के अनुसार, यह एक तरह के एकल औषधी है। यह एक मुख्य वनस्पति मानी गई है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक औषधी गुणों से भरपूर गुड़मार के पत्तों का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। 

- ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए गुड़मार के पत्तों को चबाकर खाया जा सकता है।

- घाव को कम करने, सूजन को कम करने, शरीर के दर्द को कम करने के लिए गुड़मार के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाया जाता है।

- गुड़मार के पत्तों या जड़ के पानी को पिलाने से सर्पदंश के असर को कम करने में मदद मिल सकती है। इस रस को पिलाने से उल्टी के जरिए शरीर को डिटॉक्स कर विष को कम करने में मदद मिलती है। उसके बाद उत्तेजक औषधी दी जाती है।

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कैसे करें गुड़मार के पत्तों का सेवन? - How To Consume Gudmar leaves?

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक औषधी गुणों से भरपूर गुड़मार के पत्तों का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है।

- गुड़मार के पत्तों को चबाकर खाया जा सकता है।

- 2-4 ग्राम गुड़मार के पत्तों के पाउडर को गाय के दूध और शहद के साथ इसका सेवन करें।

- गुड़मार के पत्तों के पाउडर को हल्के गुनगुने पानी के साथ दिन में 2 बार किया जा सकता है।

- गुड़मार के पत्तों को पीसकर सूजन या घाव पर इसके लेप को लगाया जा सकता है।

- गुड़मार के पत्तों के काढे़ को नियमित रूप से 30-40 मि.ली. का सेवन किया जा सकता है।

किसे नहीं करना चाहिए गुड़मार का सेवन? - Who Should Not Consume Gudmar?

लो ब्लड शुगर यानी Hypoglycemia के मरीजों, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं और एंटी-डायबिटीक दवाइयों (Anti-Diabetic Medicine) को लेने वाले लोगों को गुड़मार खाने से बचना चाहिए। इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।

निष्कर्ष

गुड़मार का सेवन करने से यूरिन के रुक-रुककर आने, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने, सूजन को कम करने, घाव, जलन और सूजन को कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, इसका सेवन सीमित मात्रा में और डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ध्यान रहे, लो ब्लड शुगर की समस्या होने, ब्रेस्टफीडिंग और प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। ध्यान रहे, इससे किसी भी तरह की एलर्जी होने पर इसके सेवन से बचें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • गुड़मार का दूसरा नाम क्या है?

    गुड़मार को मधुनाशिनी, मेषश्रृंगी और जिम्नेमा सिल्वेस्ट्री (Gymnema sylvestre) के नाम से जाना जाता है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर को कम करने और कई अन्य स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
  • शुगर होने पर शरीर क्या संकेत देता है?

    ब्लड शुगर की समस्या होने पर लोगों को बार-बार यूरिन आने, ज्यादा प्यास लगने, वजन कम होने, घाव का देरी से भरने, हाथों-पैरों में झुनझुनी होने, थकान होने, धुंधला दिखने और ज्यादा भूख लगने की समस्या हो सकती है।
  • गुड़मार पाउडर का उपयोग कैसे करें?

    2 से 4 ग्राम गुड़मार के पत्तों के पाउडर को हल्के गुनगुने पानी के साथ लें। इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, घाव भरने, सूजन को कम करने, बुखार को कम करने और जलन को कम करने में मदद मिलती है। 

 

 

 

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