Benefits And Side Effects Of Kutki in Hindi: आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं, जो हमारी सेहत पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालते हैं। इतना ही नहीं, ये जड़ी बूटियां छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों से राहत दिलाने में भी मदद करते हैं। इन्हीं जड़ी बूटियों में कुछ ऐसे भी हर्ब्स हैं, जिनके बारे में शायद आपने कभी सुना भी न हो, देखना या इस्तेमाल करना दूर की बात, जिसमें कुटकी भी शामिल है। कुटकी, जिसका वैज्ञानिक नाम Picrorhiza kurroa है, एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी-बूटी है, जिसे हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह स्वाद में कड़वी होती है, लेकिन आपके सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि कुटकी के फायदे और नुकसान क्या हैं?
कुटकी के क्या फायदे हैं? - What Are The Benefits Of Kutki in Hindi?
- आयुर्वेद के अनुसार कुटकी एक बेहतर हेपेटोप्रोटेक्टिव यानी लिवर को किसी तरह के नुकसान से बचाने वाले के रूप में माना जाता है। यह जड़ी बूटी लिवर की सूजन को कम करने और हेपेटाइटिस, पीलिया तथा फैटी लिवर जैसी समस्याओं में फायदेमंद हो सकती हैं। यह लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है।
- कुटकी का सेवन कब्ज, अपच और गैस की समस्या में भी फायदेमंद होता है। यह अग्नि को तेज करती है और खाने के पाचन में मदद करती है।
- कुटकी एक नेचुरल ज्वरनाशक यानी बुखार को मारने वाले के रूप में जाना जाता है। यह वायरल या बैक्टीरियल बुखार में शरीर के तापमान को कंट्रोल करने और इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है।
- कुटकी में मौजूद ऐंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता हैं और इम्यून सिस्टम को एक्टिव करता है।
- कुटकी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में इसे वातशामक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
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कुटकी के साइड इफेक्ट क्या हैं? - What Are The Side Effects Of Kutki in Hindi?
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार कुटकी खाने के वैसे तो कोई खास साइड इफेक्ट नहीं है लेकिन, ज्यादा मात्रा में खाने से कुछ समस्याएं हो सकती है, और कुछ लोगों को इसके खाने से बचना चाहिए। जैसे-
- ज्यादा मात्रा में कुटकी का सेवन दस्त, उल्टी, पेट दर्द या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- प्रेग्नेंसी के दौरान कुटकी के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय को सिकोड़ सककता है और गर्भपात का कारण बन सकता है।
- कुटकी का शीतल प्रभाव शरीर में ज्यादा ठंडक ला सकता है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उन्हें कुटकी के सेवन से बचना चाहिए।
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निष्कर्ष
आयुर्वेद में कुटकी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग लिवर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने, पाचन को बेहतर रखने और बुखार से आराम दिलाने के लिए किया जाता है। हालांकि, इसके ज्यादा सेवन से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए, इसे खुद से डाइट में शामिल करने से बचना चाहिए, और हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
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FAQ
कुटकी खाने से कौन-कौन से रोग दूर हो सकते हैं?
कुटकी का सेवन बुखार, पीलिया, हेपेटाइटिस, अपच, कब्ज, और लिवर से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं।क्या कुटकी का सेवन लिवर के लिए फायदेमंद है?
जी हां, आयुर्वेद में कुटकी को लिवर हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह लिवर को डिटॉक्स करने, पीलिया, फैटी लिवर और हेपेटाइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।क्या कुटकी वजन घटाने में मदद कर सकती है?
कुटकी का सेवन पाचन सुधार में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव कर सकता है, जो वजन कम करने में फायदेमंद हो सकता है।बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुटकी देना सुरक्षित है या नहीं?
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को और छोटे बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह उनके पाचन तंत्र पर ज्यादा तेज तरीके से काम करता है, जिससे उनके सेहत पर नुकसान पहुंच सकता है।