बरसाती घाव, असल में बारिश में होने वाला स्किन इंफेक्शन है जो कि बरसात के पानी से फैलता है। दरअसल, यह बरसात के मौसम में पानी और गंदगी की वजह से पनपने वाले फंगस और बैक्टीरिया की वजह से होता है। इसके अलावा कई बार गीले कपड़ों की वजह से होने वाली इंफेक्शन भी बरसाती घाव की वजह बन जाती है। इससे त्वचा पर पानी से भरे फफोले जैसे दाने हो जाते हैं या कई बार पूरी स्किन पर छोटे-छोटे पानी से भरपूर दाने निकल आते हैं। ऐसे में कुछ आयुर्वेदिक उपचार (home remedies for barsati ghav) इस स्थिति में मददगार हो सकते हैं। कैसे, जानते हैं इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट Dr. Purva Balkrishna Amin, BAMS, MD (Scholar) से।
बरसाती घाव के घरेलू उपचार-barsati ghav ke gharelu upay
नीम की पत्तियों का उपयोग करें
नीम की पत्तियों का उपयोग बरसाती घाव को कम करने में मदद कर सकता है। नीम एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर है जो कि त्वचा के तमाम इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा यह खून साफ करने में भी मददगार है जिससे बरसाती घाव में कमी आती है। तो आपको करना यह है कि नीम की पत्तियों को पीस लें और इसे अपने घाव पर लगाएं। दूसरा, आपको करना यह है कि आप नीम की पत्तियों को उबाल लें और इस पानी को पी लें। आप यह कर सकते हैं घाव से बचने या इसे फैलने से रोकने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट नीम की कुछ पत्तियों को चबाएं।
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कुटकी का सेवन करें
कुटकी का सेवन बरसाती घाव ठीक करने में मदद कर सकता है। कुटकी, एक जड़ी बूटी है जो कि एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर है जिसका सेवन बरसाती घाव को कम करने में मदद कर सकता है। यह खून साफ करने के साथ, खुजली और जलन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह इंफेक्शन को फैलने से भी रोकता है। इसलिए आपको करना यह है कि कुटकी को पानी में उबाल लें और फिर इस पानी को पिएं। इसके अलावा आप कुटकी का काढ़ा या फिर कुटकी की चाय भी पी सकते हैं जो कि बरसाती घाव के इलाज में मददगार है।
चिरायता का सेवन करें
चिरायता का सेवन बरसाती घाव को कम करने में मदद कर सकता है। चिरायता का पानी हमेशा से ही स्किन के लिए फायदेमंद माना जाता रहा है। यह पानी एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर है जो कि इंफेक्शन को कम करने में मददगार है। इसके अलावा आप चिरायता का चूर्ण बनाकर और इसे शहद में मिलाकर ले सकते हैं और फिर 1 गिलास पानी पी सकते हैं। इससे स्किन डिटॉक्स होने के साथ बरसाती घाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
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हरड़ का सेवन करें
हरड़ का सेवन बरसाती घाव को कम करने में मदद कर सकता है। हरड़ एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर है जो कि इंफेक्शन को कम करने के साथ त्वचा की तमाम समस्याओं से बचाव में मददगार है। इसके लिए हरड़ का पाउडर बना लें और फिर इसे शहद में मिलाकर लें। साथ ही आप हरड़ को उबालकर इसका पानी पी सकते हैं। खाने-पीने के अलावा आप हरड़ को पीसकर लगा भी सकते हैं। तो हरड़ को पीस लें और फिर इसे नारियल तेल में मिलाकर स्किन पर लगाएं। यह त्वचा में खुजली को कम करने के साथ घाव की जलन और दर्द को भी कम करने में मदद कर सकता है।
लौंग, कपूर और नारियल तेल का इस्तेमाल करें
बरसाती घाव से बचने के लिए नारियल तेल में कपूर और लौंग मिलाकर पका लें और फिर इसे बरसाती घाव पर लगा लें। यह तीनों ही एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि इंफेक्शन को कम करने के साथ खुजली, जलन और घाव के दर्द को कम करने में मददगार है। आप इस तेल को दिन और रात मिलाकर दिन में 2 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
तो इन टिप्स को अपनाएं और खुद को बरसाती घाव से बचाएं। इसके अलावा ध्यान रखें कि इंफेक्शन को बढ़ने से रोकने के लिए दूध और चीनी के सेवन को कंट्रोल करें। इसके अलावा घाव को सूखने तक ज्यादा हाथ न लगाएं। इससे घाव में मवाद भर सकता है और इंफेक्शन बढ़ सकता है।
FAQ
घाव को जल्दी सुखाने के लिए क्या करना चाहिए?
घाव को जल्दी सुखाने के लिए आप डॉक्टर को बताकर एंटीबैक्टीरियल पाउडर ले सकते हैं और इसका छिड़काव कर सकते हैं। इसके अलावा आप घाव पर हल्दी और सरसों तेल का लेप बनाकर लगा सकते हैं जो कि घाव को सूखने में तेजी से मदद कर सकता है।नीम की तासीर गर्म या ठंडी होती है?
नीम की तासीर ठंडी होती है जो कि शरीर को ठंडा रखने के साथ आपको कई बीमारियों से बचा सकती है।खुजली से तुरंत राहत पाने के लिए क्या करें?
खुजली से तुरंत राहत पाने के आप यह दो घरेलू उपचार आजमा सकते हैं। पहला आप पुदीने का तेल लगाएं और दूसरा आप कपूर का तेल बनाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।