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मानसून में कौन-कौन से फंगल इंफेक्शन होते हैं? डॉक्टर से जानें

फंगल इंफेक्शन के कारण न सिर्फ आपकी स्किन, बल्कि. नाखून, सिर और शरीर के अन्य कई अंग प्रभावित होते हैं। ऐसे में मानसून का मौसम शुरू होते ही फंगल इंफेक्शन की समस्या बढ़ जाती है, आइए जानते हैं इस मौसम में कौन-कौन से संक्रमण होते हैं- 
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मानसून में कौन-कौन से फंगल इंफेक्शन होते हैं? डॉक्टर से जानें


What Are The Fungal Infections in The Rainy Season: बरसात का मौसम आने के साथ लोगों में फंगल इंफेक्शन (Fungal Infection) की समस्या भी बहुत आम हो जाती है। बारिश के मौसम में वातावरण में नमी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जिसके कारण फंगल इंफेक्शन तेजी से फैल सकता है। फंगल इंफेक्शन के कारण न सिर्फ आपकी स्किन, बल्कि. नाखून, सिर और शरीर के अन्य कई अंग प्रभावित होते हैं। यह फंगल इंफेक्शन बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग हर उम्र और वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में हमें यह पता होना जरूरी है कि मानसून में कौन-से फंगल इंफेक्शन (common monsoon related fungal infections) होने का जोखिम ज्यादा होता है? तो आइए डॉ. शिवम स्किन सेंटर और इटरनल हॉस्पिटल जयपुर के कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट और हेयर ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ. शिवम गोयल (Dr. Shivam Goyal, Consultant Dermatologist & Hair Transplant Specialist, Dr Shivam’s Skin Centre & Eternal Hospital Jaipur) जानते हैं कि बरसात के मौसम में कौन-कौन से फंगल इंफेक्शन होते हैं? (barish hone wale fungal infection)

मानसून में होने वाले फंगल संक्रमण - Fungal infections that occur during monsoon in Hindi

डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. शिवम गोयल का कहना है कि, बरसात के मौसम में वातावरण में नमी के कारण आपको कई तहह के फंगल इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है, जिनमें-

1. रिंगवर्म या दाद

दाद एक तरह का स्किन फंगल इंफेक्शन है, जो लाल गोल घाव के रूप में दिखाई देता है। यह इंफेक्शन स्किन के किसी भी हिस्से में हो सकता है खासकर हाथ, पैर, पीठ, कमर और जांघों में। रिंगवर्म होने पर प्रभावित स्किन पर रेडनेस, गोल घाव, खुजली, जलन, स्किन में सूजन और पपड़ी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। रिंगवर्म होने का कारण बरसात के मौसम में गीले कपड़े देर तक पहनना, पसीने की वजह से स्किन का नम रहना और इंफेक्टेड व्यक्ति के साथ तौलिया, कपड़े या कंघी शेयर करना है।

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2. एथलीट्स फुट

यह फंगल इंफेक्शन आमतौर पर पैरों की उंगलियों के बीच होता है। नमी भरे जूते और मोजे पहनने के कारण यह इंफेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। एथलीट्स फुट होने पर आपके पैरों में खुजली और जलन, स्किन का फटना, बदबू आना, रेडनेस और सूजन की समस्या हो सकती हैं। एथलीट्स फुट होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें बंद जूते पहनना, गीले पैरों को सुखाए बिना जूते पहनना और पब्लिक स्थानों पर नंगे पैर चलना शामिल हैं।

3. कैंडिडायसिस

कैंडिडायसिस यीस्ट के कारण होने वाला इंफेक्शन है, जो आमतौर पर मुंह, प्राइवेट पार्ट्स और स्किन की सिलवटों में होता है। इस इंफेक्शन के होने पर आपके मुंह में सफेद परत बनने लगती है, प्राइवेट पार्ट में खुजली और जलन के शता संक्रमित त्वचा में रेडनेस और सूजन की समस्या होती है। नमी, गर्मी, कमजोर इम्यून सिस्टम और डायबिटीज कैंडिडायसिस होने का कारण बनता है।

Fungal-infection-during-rainy-season

4. नाखूनों में फंगल इंफेक्शन

मानसून में गीले और गंदे पैरों के कारण नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ सकता है। यह इंफेक्शन नाखूनों को पीला, मोटा और भुरभुरा बना देता है। नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने पर आपके नाखून का रंग बदलने लगता है, नाखून के टूटने या मोटे होने की समस्या बढ़ जाती हैं और इनमें दर्द या बदबू आने लगती है।

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5. सेबोरहिक डर्मेटाइटिस

यह एक तरह की स्कैल्प से जुड़ी समस्या है, जो फंगल इंफेक्शन के कारण होती है। इस समस्या में डैंड्रफ, खुजली और रेडनेस होती है। सेबोरहिक डर्मेटाइटिस मानसून में होने वाली समस्या है, जो सिर में सफेद पपड़ी, खुजली, जलन और बाल झड़ने जैसे लक्षणों के साथ नजर आ सकती है। इतना ही नहीं स्कैल्प पर तेल और नमी का जमाव, नियमित रूप से बाल न धोने और हेलमेट या टोपी का बार-बार इस्तेमाल करने के कारण ये समस्या हो सकती है।

निष्कर्ष

मानसून का मौसम जहां एक ओर आपको गर्मी से राहत और ताजगी देता है, वहीं दूसरी ओर ये मौसम कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। खासकर बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन से जुड़ी समस्याएं काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं, जिनके बारे में पता होने पर आप इन्हें होने से रोक सकते हैं, या बढ़ने से रोक सकते हैं।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • बरसात के मौसम में फंगस से कैसे बचें?

    बरसात के मौसम में फंगस इंफेक्शन से बचने के लिए जरूरी है कि आप साफ-सफाई का ध्यान रखें, गीले कपड़े तुरंत बदलें, नमी से बचने की कोशिश करें और हवादार कपड़े पहनें।
  • फंगल इंफेक्शन किस मौसम में होना आम है?

    फंगल इन्फेक्शन आमतौर पर मानसून और गर्मियों के मौसम में होना आम माना जाता है। मानसून के दौरान, हवा में नमी बढ़ जाती है, जिसके कारण पसीना जल्दी नहीं सूखता और फंगल इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
  • बरसात के मौसम में फंगल इन्फेक्शन क्यों होता है?

    बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि इस मौसम में वातावरण में नमी और गर्मी ज्यादा होती है, जो फंगस के बढ़ने का कारण बन सकता है।

 

 

 

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