
आज के समय में बच्चे जितनी जल्दी मोबाइल और इंटरनेट से जुड़ जाते हैं, उतनी ही तेजी से उनकी भोजन आदतें भी बदल गई हैं। बाहर का खाना, पैकेज्ड स्नैक्स, फ्राइड फूड, चिप्स, बर्गर, पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक्स, ये सब बच्चों की नई फेवरिट फूड लिस्ट बन चुके हैं। माता-पिता अक्सर कहते दिखते हैं कि बच्चा घर का खाना नहीं खाता, लेकिन जंक फूड देखते ही मान जाता है। ऐसे में कई पेरेंट्स का सवाल होता है कि किया ज्यादा बाहर का जंक फूड खाने के कारण बच्चों में जल्दी प्यूबर्टी आती है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने हैदराबाद के यशोदा अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ एवं नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. डी. श्रीकांत (Dr. D. Srikanth, Sr. Consultant Pediatrician & Neonatologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से बात की-
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क्या जंक फूड से बच्चों में जल्दी Puberty शुरू हो जाती है? - Does junk food cause early puberty
डॉ. डी. श्रीकांत बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में भारत सहित दुनिया भर में लड़कियों और लड़कों दोनों में जल्दी प्यूबर्टी की समस्या बढ़ी है और इसका एक बड़ा योगदान मॉडर्न डाइट पैटर्न, खासतौर पर जंक फूड को माना जा रहा है। डॉ. श्रीकांत के अनुसार, जंक फूड शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव पैदा करता है, जो सामान्य विकास की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। खासतौर पर शुगरी, फ्राइड और हाई-फैट फूड्स बच्चों के हार्मोन बैलेंस पर नकारात्मक असर डालते हैं। डॉ. डी. श्रीकांत बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि जंक फूड खाने वाले हर बच्चे प्यूबर्टी जल्दी आएगी, लेकिन जिन बच्चों का डाइट पैटर्न लगातार खराब है और जिनमें पहले से मोटापे का खतरा, फैमिली हिस्ट्री और हार्मोनल संवेदनशीलता मौजूद हो, उनमें Early Puberty का खतरा ज्यादा रहता है।
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1. बॉडी फैट तेजी से बढ़ाए
जंक फूड में कैलोरी बहुत ज्यादा और न्यूट्रिशन बहुत कम होता है। लगातार सेवन से बच्चों का वजन तेजी से बढ़ता है जिससे उनके शरीर में लेप्टिन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। लेप्टिन, शरीर को प्यूबर्टी शुरू करने का संकेत देने वाले हार्मोन्स में एक जरूरी भूमिका निभाता है। इसलिए, बॉडी फैट बढ़ने के साथ प्यूबर्टी जल्दी आ सकती है।
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2. केमिकल्स का हार्मोन पर असर
कई पैकेज्ड फूड्स और ड्रिंक्स में BPA, phthalates और प्रिजर्वेटिव्स जैसे केमिकल्स पाए जाते हैं। ये पदार्थ शरीर के endocrine system को बाधित करते हैं, जिससे एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन समय से पहले एक्टिव हो जाते हैं। डॉ. श्रीकांत बताते हैं कि यह प्रभाव खासतौर पर लड़कियों में जल्दी देखा जाता है, जैसे ब्रेस्ट डेवलपमेंट जल्दी शुरू होना, पीरियड्स समय से पहले आना और हाइट ग्रोथ पैटर्न में बदलाव।
3. नींद और एक्टिविटी पैटर्न पर असर
जंक फूड खाने से बच्चे सुस्ती महसूस करते हैं, नींद खराब होती है और फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, कम एक्टिविटी और खराब नींद भी हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ते हैं, जिससे प्यूबर्टी जल्दी शुरू होने की संभावना बढ़ जाती है।
निष्कर्ष
जंक फूड मॉडर्ल लाइफ का हिस्सा बन गया है, लेकिन बच्चों के विकास के लिए यह एक छुपा हुआ खतरा है। हार्मोनल असंतुलन, वजन बढ़ना, केमिकल प्रोडक्ट्स का संपर्क, ये सभी Early Puberty के जोखिम को बढ़ाते हैं। डॉ. डी. श्रीकांत के अनुसार, संतुलित भोजन, हेल्दी आदतें और समय पर निगरानी से इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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FAQ
क्या हफ्ते में एक बार जंक फूड खाना ठीक है?
सीमित मात्रा में और बेहतर विकल्प चुनकर जैसे बेक्ड, कम तेल वाला खाना ठीक है, लेकिन इसे आदत बनाना हानिकारक हो सकता है।क्या घर का जंक फूड हानिकारक है?
घर का जंक फूड कम हानिकारक होता है, क्योंकि घर पर बनाया गया जंक फूड ताजी सामग्री से, कम तेल में और बेहतर क्वालिटी से बनता है, जो बाजार के अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होता है।क्या जंक फूड खाने से आपके मूड पर असर पड़ता है?
जंक फूड में चीनी और अनहेल्दी फैट ज्यादा होते हैं, जो डोपामाइन के तेज उतार-चढ़ाव करके मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और फोकस कम होने जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
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Dec 01, 2025 17:55 IST
Published By : Akanksha Tiwari