Is Eating Junk Food Twice A Week Ok For Kids: बच्चों को जंक फूड खाना बहुत पसंद होता है। उन्हें हर दिन बर्गर या पिज्जा जैसी चीजें खाने के लिए दी जाए, तो वे बहुत चाव से खाते हैं। लेकिन, यह बात हम सभी जनते हैं कि बच्चों के हेल्थ के लिए जंक फूड सही नहीं है। इससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है और रोजाना जंक फूड खाने से उनका वेट गेन हो सकता है, जो कई अन्य बीमारियों का कारण बनता है। बहरहाल, ऐसे में पैरेंट्स के सामने यह चुनौती जरूर आती है कि आखिर बच्चों को एक सप्ताह में कितनी बार जंक फूड खाने के लिए दिया जा सकता है? कई पैरेंट्स बच्चों को सप्ताह में दो बार जंक फूड खाने के लिए देते हैं। तो क्या ऐसा किया जाना सही है? आइए, जानते हैं इस बारे में Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी की क्या राय है।
क्या बच्चों को एक सप्ताह में दो बार जंक फूड खाने के लिए दे सकते हैं?- Is It Bad To Eat Fast Food Two Times A Week
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट की मानें, "बच्चों को सप्ताह में दो बार जंक फूड दिया जाना सही विकल्प नहीं है। ऐसा करने से बच्चे की हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। उन्हें सप्ताह में एक से भी कम बार जंक फूड खाने के लिए दिया जाना चाहिए। इसके अलावा, बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि पैरेंट्स अपने बच्चों के साथ मील लें। इस दौरान टीवी, मोबाइल फोन पूरी तरह बंद रखें। मतलब यह है कि मील टाइम के दौरान स्क्रीन बंद होना चाहिए।" विशेषज्ञ समझाते हैं कि अगर बच्चों को एक सप्ताह में दो बार जंक फूड खाने के लिए दिया जाता है, तो इससे बच्चों की इम्यूनिटी वीक हो जाती है, जिससे वे आसानी से मौसमी संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।
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क्यों बच्चों के लिए सप्ताह में दो बार जंक फूड खाना नुकसानदायक होता है?
पोषक तत्वों की कमीः दिव्या गांधी कहती हैं, बच्चों को सप्ताह में दो बार जंक फूड खाने के लिए नहीं दिया जाना चाहिए। पैरेंट्स को ऐसा करने से बचना चाहिए, क्यांकि जंक फूड में किसी भी तरह के पोषक तत्व नहीं होते हैं। अगर बच्चा हर सप्ताह दो बार जंक फूड का सेवन करता है, तो न सिर्फ शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, बल्कि एनर्जी का स्तर कम हो जाता है और इम्यूनिटी भी वीक हो जाती है।
वजन का बढ़नाः जंक फूड में काफी मात्रा में ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे वेट गेन हो सकता है। वैसे भी इन दिनों बच्चे आउटडोर एक्टिविटी कम करते हैं। इस पर अगर बच्चों में जंक फूड खाने की फ्रिक्वेंसी बढ़ती है, तो उनका वजन बढ़ जाता है। मोटापे के कारण छोटे बच्चों में ही डायबिटीज और बीपी जैसे कंडीशन देखने को मिल सकती है।
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क्रॉनिक हेल्थ प्रॉब्लमः दिव्या गांधी की मानें, तो कम उम्र से ही ज्यादा मात्रा में जंक फूड खाने से बच्चों में क्रॉनिक हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं। जैसे फास्ट फूड का अधिक मात्रा में सेवन करने वाले बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का रिस्क बना रहता है।
विकास में बाधाः चूंकि, जंक फूड में किसी तरह के पोषक तत्व नहीं होते हैं। इसलिए, इसका सेवन करना भी बच्चों के लिए फायदेमंद नहीं माना जाता है। पोषक तत्वों की कमी के कारण बच्चों का शारीरिक-मानसिक विकास भी बाधित होता है।
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FAQ
हफ्ते में कितनी बार जंक फूड खाना चाहिए?
वैसे तो जंक फूड स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए, इनके सेवन से बचना चाहिए। अगर आप इसे खाना ही चाहते हैं, तो सप्ताह में एक से दो बार जंक फूड खा सकते हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि लगातार कई सप्ताह तक जंक फूड न खाएं।जंक फूड बच्चों के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है?
जंक फूड बच्चों के विकास को बाधित करता है। साथ ही, अनहेल्दी फैट होने के कारण जंक फूड खाने से बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज, हाई बीपी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।कौन से जंक फूड हेल्दी हैं?
आमतौर पर दो किस्म के फूड्स होते हैं। हेल्दी फूड और जंक फूड। हेल्दी फूड का मतलब है कि सब्जियां, फल, साबुत अनाज आदि। ये सभी पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होते हैं। वहीं, जंक फूड की बात करें, तो यह हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं है। जंक फूड में कैंडी, सोडा आदि चीजें शामिल होती हैं। इनका सेवन करने से बॉडी में कैलोरी और फैट की मात्रा बढ़ सकती है, जो कई मेडिकल कंडीशंस का कारण होते हैं।