
Benefits Of Limiting Junk Food: आजकल बच्चे घर का बना ताजा खाना न खाकर, बाहर का फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं। बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज और पैकेज्ड स्नैक्स का सेवन बच्चों को पसंद होता है। इन चीजों को खाने की लत, आगे चलकर सेहत की दुश्मन बन सकती है। अगर बच्चे बार-बार जंक फूड्स का सेवन करेंगे, तो मोटापा, त्वचा की समस्याएं, डायबिटीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। माता-पिता को बच्चों की डाइट से जंक फूड कम करके उनकी डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करना चाहिए। बच्चों को हेल्दी डाइट देंगे, तो उनकी सेहत के साथ-साथ मेमोरी, एनर्जी और मूड पर भी अच्छा असर पड़ेगा। इस लेख में जानेंगे बच्चों की डाइट से जंक फूड को कम करने के फायदे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ, विकास नगर स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
1. वजन कंट्रोल होता है- Less Junk Food Controls Weight
जंक फूड की मात्रा कम करने से बच्चे फिट बनते हैं क्योंकि इस उम्र में ज्यादा जंक फूड खाने से वजन तेजी से बढ़ता है। बच्चे को हेल्दी खिलाएंगे, तो वजन कंट्रोल होगा और पूरे दिन शरीर में एनर्जी बनी रहेगी। बच्चों की अच्छी सेहत के लिए उन्हें पौष्टिक नाश्ता, लंच और डिनर दें। इस तरह वो दिनभर एक्टिव रहेंगे। गर्भावस्था में भी जंक फूड का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे गर्भस्थ शिशु की सेहत खराब हो सकती है। बायोमेड सेंट्रल (BioMed Central) के अध्ययन में पाया गया है कि उन बच्चों में ज्यादा मोटापा (Obesity) और अतिरिक्त वजन देखने को मिला है, जिनकी मांएं प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा मात्रा में जंक फूड का सेवन करती थीं।
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2. पाचन शक्ति बेहतर होती है- Less Junk Food Makes Digestion Better
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि बच्चों की डाइट से जंक फूड कम कर देंगे, तो पेट साफ रहेगा, शरीर में पोषक तत्व ठीक तरह से एब्सॉर्ब होंगे और पाचन तंत्र बेहतर होगा। बच्चोंं को जंक फूड से दूर रखें क्योंंकि इसमें फाइबर और ऑयल की मात्रा ज्यादा होती है जिससे बच्चों में कब्ज, पेट में गैस और दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. मूड और नींद बेहतर होती है- Less Junk Food Enhances Mood and Sleep Quality
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि जंक फूड में शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जिससे मूड स्विग और बेचैनी हो सकती है। डाइट में जंक फूड की मात्रा को कम कर देंगे, तो शरीर में सेरोटोनिन यानी हैप्पी हार्मोन का लेवल बढ़ेगा। इससे मूड स्टेबल रहेगा और अच्छी नींद आएगी।
4. इम्यूनिटी मजबूत होती है- Less Junk Food Improves Immunity
जंक फूड्स का सेवन करने से शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी हो सकती है जिससे इम्यूनिटी कमजोर होती है। अगर जंक फूड की मात्रा, बच्चों की डाइट से कम कर देंगे और उन्हें पौष्टिक आहार जैसे दालें, सूखे मेवे और ताजी सब्जियां खिलाएंगे, तो बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत होगी और बच्चे बार-बार बीमार नहींं होंगे।
5. एकाग्रता बढ़ती है और मेमोरी बेहतर होती है- Less Junk Food Improves Focus And Memory
बच्चों की डाइट में जंक फूड्स की मात्रा को कम कर देंगे, तो उनके ब्रेन फंक्शन में सुधार होगा और इससे बच्चों की इम्यूनिटी तेज होगी और वे एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर पाएंगे। बच्चे हेल्दी फूड्स का सेवन करते हैं, तो शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन और प्रोटीन मिलता है जिससे ब्रेन फंंक्शन बेहतर होता है।
निष्कर्ष:
बच्चों की डाइट से जंक फूड की मात्रा को कम कर देंगे, तो उनकी सेहत बेहतर होगी। मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव होगा और बच्चे हेल्दी खाने के लिए प्रेरित होंगे। आप चाहें, तो बच्चों की डाइट तय करने के लिए डाइट एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं।
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FAQ
जंक फूड खाने के नुकसान क्या हैं?
अक्सर जंक फूड का सेवन करते हैं, तो मोटापा, पाचन समस्याएं, शुगर असंतुलित होना और कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे थकान, मूड स्विंग और स्किन से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।जंक फूड खाने से दिल की सेहत को क्या नुकसान होता है?
जंक फूड का ज्यादा सेवन करने से ह्रदय रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इन फूड्स में मौजूद ट्रांस फैट और सोडियम से धमनियां सख्त हो सकती हैं जिससे बीपी और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने लगता है और बीमारियां होती हैं।जंक फूड में कौन से हानिकारक इंग्रीडिएंट्स होते हैं?
जंक फूड्स का सेवन करने से मोटापा, हार्मोनल असंतुलन, डायबिटीज, सूजन का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इसमें हानिकारक इंग्रीडिएंट्स होते हैं जैसे- रिफाइंड आटा, ट्रांस फैट, नमक, शुगर, आर्टिफिशल फ्लेवर्स वगैरह इसलिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
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Oct 15, 2025 15:53 IST
Published By : Yashaswi Mathur