
Can skipping breakfast cause stress: आज की तेज और बिजी लाइफस्टाइल में कई लोग सुबह उठकर सीधे काम पर निकल जाते हैं और नाश्ता करना अक्सर भूल जाते हैं या इसे समय की बर्बादी मान लेते हैं। कई बार लोग मानते हैं कि नाश्ता छोड़ने से वजन कम करने में मदद मिलती है या यह एक छोटी सी आदत है, जो ज्यादा असर नहीं डालती। हालांकि एक्सपर्ट मानते हैं कि नाश्ता सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं है यह दिन की पहली और सबसे जरूरी डाइट है, जो शरीर और मस्तिष्क को जरूरी एनर्जी और पोषक तत्व देती है। इस लेख में यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के सलाहकार एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, डॉ. जयादित्य घोष (Dr. Jayaditya Ghosh, Consultant Endocrinologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, क्या नाश्ता छोड़ने से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाता है?
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क्या नाश्ता छोड़ने से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाता है? - Can skipping breakfast increase stress hormones
डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं कि नाश्ता दिन की पहली और सबसे जरूरी डाइट होती है। रात भर खाने-पीने की कमी और सोने के बाद शरीर का एनर्जी लेवल कम होता है। सुबह नाश्ता लेने से शरीर को ग्लूकोज मिलता है, जिससे मस्तिष्क और मांसपेशियों को जरूरी एनर्जी मिलती है। यदि नाश्ता नहीं लिया जाता है, तो शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन का लेवल बढ़ जाता है, जिससे तनाव बढ़ता है। लंबे समय तक यह आदत क्रॉनिक स्ट्रेस, ब्लड शुगर इंबैलेंस और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का कारण बन सकती है।
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1. स्ट्रेस हार्मोन बढ़ना
जैसा कि डॉ. रेड्डी बताते हैं, नाश्ता छोड़ने पर शरीर में कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। यह हार्मोन ब्लड शुगर बढ़ाने के लिए काम करता है, जिससे इंसुलिन रेसिस्टेंस और वजन बढ़ने का खतरा होता है।
2. मेटाबॉलिज्म धीमा होना
नाश्ता छोड़ने से शरीर को एनर्जी की कमी महसूस होती है और मेटाबॉलिज्म धीरे-धीरे काम करने लगता है। इसका सीधा असर वजन कंट्रोल और एनर्जी लेवल पर पड़ता है।
3. मानसिक स्वास्थ्य पर असर
भूख और एनर्जी की कमी से मूड खराब होता है, ध्यान कम लगता है और थकान बढ़ती है। लगातार नाश्ता न करने वाले लोगों में एंग्जायटी और स्ट्रेस के स्तर बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है।
4. क्रॉनिक बीमारियों का खतरा
लंबे समय तक नाश्ता छोड़ने से टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेश जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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नाश्ता खाने का सही तरीका क्या है? - What is the right way to eat breakfast
डॉ. जयादित्य घोष की सलाह है कि नाश्ता संतुलित, प्रोटीन और फाइबर युक्त होना चाहिए। इससे न केवल स्ट्रेस हार्मोन कंट्रोल रहते हैं, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी सही रहता है।
- प्रोटीन के लिए अंडा, पनीर, दही या मूंगफली का सेवन करें
- फाइबर के लिए रोजाना ओट्स, साबुत अनाज, फल और सब्जियों का सेवन करें
- हाइड्रेशन के लिए पानी, हर्बल टी या जूस का सेवन किया जा सकता है
- हेल्दी फैट के लिए अखरोट, अलसी और बादाम खाएं
निष्कर्ष
डॉ. जयादित्य घोष के अनुसार, नाश्ता छोड़ना सिर्फ भूख का मसला नहीं, बल्कि यह हार्मोनल बैलेंस और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। नाश्ता लेने से कोर्टिसोल का लेवल कंट्रोल रहता है, मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है और स्ट्रेस कम होता है। इसलिए सुबह का नाश्ता दिन की सबसे जरूरी डाइट है। संतुलित, पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता लेने से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि एनर्जी, ध्यान और मोटापे से बचाव होता है।
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FAQ
स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने से क्या होता है?
लंबे समय तक स्ट्रेस हार्मोन ज्यादा रहने से ब्लड प्रेशर बढ़ना, नींद में परेशानी, इम्यून सिस्टम कमजोर होना और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।स्ट्रेस हार्मोन के बढ़ने के लक्षण क्या होते हैं?
ज्यादा तनाव, बार-बार भूख लगना, नींद की कमी, मूड स्विंग, थकान और मांसपेशियों में तनाव स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने के संकेत हो सकते हैं।क्या एक्सरसाइज स्ट्रेस हार्मोन को कम करता है?
हल्की वॉक, योग, स्ट्रेचिंग और मेडिटेशन शरीर में कॉर्टिसोल को संतुलित रखते हैं और तनाव कम करते हैं।
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Dec 05, 2025 13:38 IST
Published By : Akanksha Tiwari