
आज की बिजी जिंदगी में तनाव हर किसी के जीवन का हिस्सा बन गया है। काम का दबाव, करियर की चिंता, नींद की कमी और रिश्तों में खटास, ये सब मिलकर शरीर पर ऐसा असर डालते हैं जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। यही वजह है कि आज के दौर में, जब युवा दिखने में फिट और एक्टिव हैं, फिर भी फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में कई लोगों का सवाल होता है कि क्या तनाव के कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो सकता है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के सलाहकार एंडोक्राइनोलॉजिस्ट, डॉ. जयादित्य घोष (Dr. Jayaditya Ghosh, Consultant Endocrinologist working, Yashoda Hospitals, Hyderababd) से बात की-
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क्या तनाव आपके स्पर्म काउंट को कम कर सकता है? - Can Stress Cause Low Sperm Count In Men
डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं कि जब पुरुष लंबे समय तक मानसिक या शारीरिक तनाव में रहते हैं, तो उनके शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन बढ़ जाता है। यह हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के लेवल को घटा देता है, जो शुक्राणु (Sperm) बनने के लिए जरूरी होता है। नतीजतन, स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों कम हो जाते हैं। मानव शरीर में हार्मोनल संतुलन बहुत संवेदनशील होता है।
NCBI के अनुसार, जिन पुरुषों में लगातार मानसिक तनाव रहता है, उनमें स्पर्म की संख्या और गतिशीलता (motility) सामान्य पुरुषों की तुलना में कम पाई गई। इतना ही नहीं, तनाव से शुक्राणुओं का डीएनए भी कमजोर हो सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम होती है।
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- तनाव सिर्फ हार्मोनल स्तर नहीं बिगाड़ता, बल्कि यह शरीर की अन्य प्रक्रियाओं को भी प्रभावित करता है।
- नींद पूरी न होने से टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन घटता है।
- तनाव के कारण कई पुरुष धूम्रपान और शराब के सेवन की आदतों की ओर झुक जाते हैं, जो शुक्राणु की क्वालिटी को और खराब करते हैं।
- तनाव में व्यक्ति जंक फूड और मीठे फूड्स ज्यादा खाता है, जिससे मोटापा और हार्मोनल असंतुलन बढ़ता है।
- तनाव से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे जननांगों तक ब्लड फ्लो कम होता है और स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित होता है।
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स्ट्रेस कम करने और स्पर्म काउंट बढ़ाने के तरीके - Ways To Reduce Stress And Increase Sperm Count
- रोज 15-20 मिनट ध्यान लगाने से कॉर्टिसोल कम होता है और मानसिक शांति बढ़ती है।
- डाइट में प्रोटीन, जिंक, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फल और सब्जियां शामिल करें।
- रोज 7-8 घंटे की नींद से हार्मोनल बैलेंस बना रहता है।
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं, ये दोनों आदतें शुक्राणु की संख्या और गतिशीलता पर सीधा असर डालती हैं।
- हल्की-फुल्की फिजिकल एक्सरसाइज स्ट्रेस को घटाने और हार्मोन को संतुलित करने में सहायक होती है।
डॉक्टर की सलाह
डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं, ''पुरुषों में स्पर्म काउंट सिर्फ उम्र या खानपान से नहीं घटता, बल्कि मानसिक तनाव सबसे बड़ा कारण बन सकता है। लंबे समय तक चिंता और नींद की कमी से शरीर टेस्टोस्टेरोन बनाना बंद कर देता है। इसलिए हर पुरुष को मानसिक स्वास्थ्य को उतनी ही प्राथमिकता देनी चाहिए जितनी फिजिकल फिटनेस को।''
निष्कर्ष
तनाव को हल्के में लेना पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए हानिकारक हो सकता है। लगातार स्ट्रेस शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ देता है, इसलिए लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव, जैसे योग, ध्यान, बैलेंस डाइट और पर्याप्त नींद अपनाकर आप न केवल तनाव को कंट्रोल रख सकते हैं बल्कि अपनी फर्टिलिटी को भी मजबूत बना सकते हैं।
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Nov 13, 2025 15:54 IST
Published By : Akanksha Tiwari