
आजकल पुरुषों में कम स्पर्म काउंट एक आम चिंता बनती जा रही है। बदलती लाइफस्टाइल, तनाव, गलत खानपान, नींद की कमी और मोबाइल-लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल, ये सभी चीजें पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को धीरे-धीरे प्रभावित कर रही हैं। जब किसी कपल को कंसीव करने में परेशानी आती है, तो कई बार जांच के दौरान पुरुष में स्पर्म काउंट या स्पर्म क्वालिटी कम पाई जाती है। ऐसे में सबसे पहला सवाल यही उठता है कि क्या खानपान से इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है।
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अंडा एक ऐसा फूड है, जिसे कुछ लोग हेल्दी मानते हैं तो कुछ लोग अनहेल्दी। इसी तरह अंडे से स्पर्म काउंट बढ़ता है या नहीं, इसे लेकर भी लोगों के अलग-अलग विचार हैं। कुछ लोग मानते हैं कि रोज अंडे खाने से स्पर्म काउंट बढ़ता है, वहीं कुछ को लगता है कि इसका कोई खास असर नहीं होता। तो आखिर सच्चाई क्या है? क्या वाकई अंडे शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाते हैं या फिर इनका रोल कुछ और है? चलिए इसे विज्ञान और एक्सपर्ट की राय के आधार पर समझते हैं।
क्या अंडे सीधे स्पर्म काउंट बढ़ाते हैं?
यहां सबसे पहले एक बात साफ समझनी जरूरी है। अंडा कोई दवा नहीं हैं, जो सीधे स्पर्म काउंट को बढ़ा दे। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं कि अंडे स्पर्म काउंट को प्रभावित नहीं करते। असल में अंडे पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को सपोर्ट करते हैं, जिससे स्पर्म की क्वालिटी बेहतर हो सकती है।
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डॉक्टर की क्या राय है?
इस बारे में Pune के Apollo Spectra Hospital के Gynecologist, Dr Nitin Gupte कहते हैं, "अंडे सीधे तौर पर शुक्राणु (स्पर्म) की संख्या नहीं बढ़ाते, लेकिन नियमित और संतुलित मात्रा में अंडों का सेवन करने से शुक्राणुओं की गुणवत्ता और सम्पूर्ण पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अंडे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं।"

अंडों में ऐसा क्या होता है जो फायदेमंद है?
अंडे को अक्सर एक "कम्प्लीट फूड" कहा जाता है और इसकी वजह इसके पोषक तत्व हैं। अंडों में मिलने वाला हाई क्वालिटी प्रोटीन शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, जिसमें शुक्राणु भी शामिल हैं।
डॉ नितिन बताते हैं कि, "अंडों में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, विटामिन B12, विटामिन D, सेलेनियम और जिंक जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।"
ये सभी तत्व स्पर्म की संख्या और क्वालिटी से जुड़े माने जाते हैं। खासकर जिंक और सेलेनियम शुक्राणुओं की संरचना और उनकी मोटिलिटी यानी चलने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
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ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कैसे बचाते हैं अंडे?
आज की लाइफस्टाइल में तनाव, प्रदूषण और गलत खानपान की वजह से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ जाता है। इसका असर शुक्राणुओं पर भी पड़ता है। डॉ नितिन के अनुसार, "अंडों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शुक्राणुओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं, जिससे उनकी गतिशीलता (मोटिलिटी) और संरचना में सुधार हो सकता है।"
टेस्टोस्टेरोन और अंडों का कनेक्शन
स्पर्म प्रोडक्शन के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का संतुलन बहुत जरूरी होता है। अंडों में मौजूद पोषक तत्व इस हार्मोन के संतुलन को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं। इसका मतलब यह है कि अंडे अप्रत्यक्ष रूप से स्पर्म उत्पादन की प्रक्रिया को सपोर्ट करते हैं।
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सिर्फ अंडे काफी नहीं हैं
यहां एक जरूरी बात फिर से समझना जरूरी है। सिर्फ अंडे खाने से स्पर्म काउंट में कोई चमत्कारी बढ़ोतरी नहीं होती। इसके लिए पूरी लाइफस्टाइल का ध्यान रखना जरूरी है। जैसा कि डॉ नितिन भी बताते हैं, "अंडे टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के संतुलन में भी सहायक होते हैं, जो शुक्राणु उत्पादन के लिए अत्यंत आवश्यक है। हालांकि, केवल अंडे खाने से ही शुक्राणु संख्या में कोई चमत्कारी वृद्धि नहीं होती। इसके लिए नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव से दूरी रहे, नियमित आहार में पालक, अखरोट, बीज, फल और अश्वगंधा शामिल करे, प्लास्टिक कंटेनर में रखे खाने, ज्यादा फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स, प्रोसेस्ड मीट के साथ-साथ धूम्रपान और शराब से बचें।"
कुल मिलाकर सवाल का जवाब साफ है। अंडे सीधे स्पर्म काउंट नहीं बढ़ाते, लेकिन ये पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत सपोर्ट जरूर देते हैं। अगर इन्हें संतुलित आहार और सही लाइफस्टाइल के साथ शामिल किया जाए, तो शुक्राणुओं की क्वालिटी और ओवरऑल फर्टिलिटी में सुधार देखने को मिल सकता है।
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Dec 23, 2025 19:56 IST
Published By : Anurag Gupta