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क्या वाकई नींद की कमी से स्पर्म काउंट पर नेगेटिव असर पड़ता है? डॉक्टर से जानें सच्चाई

Does Sleep Affect Sperm Count: नींद की से स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है। हालांकि, ऐसा कैसे हो सकता है और इसमें कैसे सुधार किया जा सकता है? जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
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क्या वाकई नींद की कमी से स्पर्म काउंट पर नेगेटिव असर पड़ता है? डॉक्टर से जानें सच्चाई

Low Sperm Count: हम सभी के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो इसका हमारी ओवर ऑल हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित एक लेख से पता चलता है कि जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो इसकी वजह से हार्मोन बैलेंस रहते हैं, एनर्जी का स्तर मेंटेन रहता है, बॉडी की हीलिंग प्रक्रिया में सुधार होता है, जर्म्स और बीमारी से लड़ने की हमारी क्षमता में भी सुधार होता है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति अच्छी नींद नहीं लेता है, तो शरीर पर इसका नेगेटिव असर पड़ता है, जो स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है, इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और बीमार होने का रिस्क भी बढ़ जाता है। यह भी माना जाता है कि नींद की कमी से स्पर्म काउंट पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। तो क्या वाकई इसमें बात में कोई सच्चाई है? आइए, जानते हैं मेडिकवर अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से कि नींद की कमी से स्पर्म काउंट पर नेगेटिव असर पड़ता है या नहीं?

क्या नींद की कमी से स्पर्म काउंट घटता है?- Can Lack Of Sleep Affect Sperm Count

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हर व्यक्ति को एक दिन में कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। लंबे समय तक इससे कम नींद लेने का नेगेटिव असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। जहां तक सवाल इस बात का है कि नींद की कमी से स्पर्म काउंट घटता है या नहीं? इस संबंध में डॉ. विजय दहिफले बताते हैं, "निश्चित रूप से नींद की कमी से सपर्म कांट पर नेगेटिव असर पड़ता है और इससे मेल इंफर्टिलिटी (Male Infertility) भी प्रभावित होती है। असल में, नींद की कमी के कारण (Lack Of Sleep Causes) हार्मोन इंबैलेंस हो जाता है, जिससे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस बढ़ने लगता है। ऐसे में न सिर्फ स्पर्म प्रोडक्शन में गिरावट आती है, बल्कि क्वालिटी भी खराब हो जाती है।" इस बात की पुष्टि National Centre For Biological Information में मेंशन एक रिपोर्ट से भी होती है। 

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नींद की कमी कैसे स्पर्म काउंट घटाती है?- How Long Does Lack Of Sleep Affect Sperm Count

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हार्मोनल इंबैलेंसः आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि शरीर स्पर्म प्रोडक्शन (Sperm Production) को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम टेस्टेस्टेरोन की मात्रा को नींद में बढ़ाती है। जैसे ही पुरुष पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो ऐसे में टेस्टेस्टेरोन का स्तर 10-15 फीसदी तक प्रति सप्ताह गिर जाता है। जाहिर है, जब टेस्टेस्टेरोन के स्तर में कमी आती है, तो स्पर्म काउंट कम हो जाता है।

स्पर्म क्वालिटी पर असरः कई अध्ययनों से इस बात की पुष्टि होती है कि जो पुरुष लंबे समय तक सिर्फ 6 या इससे कम घंटे की नींद लेते हैं, तो उनमें स्पर्म क्वालिटी का स्तर भी कम हो जाता है। यहां तक कि स्पर्म मोटिलिटी और स्पर्म मॉर्फिलिजी यानी उसके आकार पर भी बुरा असर पड़ता है।

ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस का बढ़नाः जब आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो इसकी वजह से ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस बढ़ जाता है। इसका रिप्रोडक्टिव हार्मोन पर नेगेटिव असर पड़ता है। यहां तक नींद की कमी कमी वजह से बढ़ रहे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण स्पर्म डीएनए डैमेज हो सकता है और टेस्टिकुलर  फंक्शन भी गड़बड़ी देखने को मिल सकती है।

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स्पर्म क्वालिटी कैसे सुधारें

  1. नियमित रूप से 8-9 घंटे की नींद लें।
  2. सोने-जगने का समय फिक्स करें।
  3. सोने के लिए अच्छा एन्वायरमेंट क्रिएट करें।
  4. सोने से इलक्ट्रोनिक डिवाइस खुद से दूर करें।
  5. मेडिटेशन और एक्सरसाइज से तनाव कम करें

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि नींद की कमी के कारण स्पर्म क्वालिटी और क्वांटिटी पर ही नहीं, बल्कि मोटिलिटी भी प्रभावित होती है। इसलिए, तमाम विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि अपनी नींद में सुधार करें। 8 घंटे से कम नींद न लें। नींद की क्वालिटी बेहतर होगी, तो स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा। विशेषकर, अगर कोई पुरुष पैरेंट्स बनना चाहता है, तो उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी आदतों को अपनाना चाहिए। अगर जरूरी हो, तो यूरोलॉजिस्ट से मिलकर मदद ले सकते हैं।

All Image Credit: Freepik

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  • Current Version

  • Nov 10, 2025 13:22 IST

    Published By : Meera Tagore

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