
Phimosis Causes Symptoms And Treatment In Hindi: आज के समय में भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल और काम पर फोकस न कर पाने के कारण पुरुषों को स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं होती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक कई बार पुरुषों को फिमोसिस नामक समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके कारण पुरुषों को कई परेशानियां भी होती है। ये समस्या पुरुषों में कई कारणों से होती है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए पुरुषों को अक्सर हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करने और कई तरह की उपायों को अपनाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आइए हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल्स के सीनियर कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट डॉ. एम. गोपीचंद (Dr. M. Gopichand, Senior Consultant Urologist Working, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानें फिमोसिस की समस्या के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में -
क्या है फिमोसिस की समस्या? - What Is The Problem Of Phimosis?
यूरोलॉजिस्ट डॉ. एम. गोपीचंद के अनुसार, फिमोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पुरुषों के लिंग के अग्रभाग की स्किन (foreskin) इतनी कस जाती है कि उसे लिंग के अग्रभाग पर पीछे की ओर खींचना संभव नहीं होता। ये समस्या शिशुओं और छोटे लड़कों में काफी आम है और ज्यादातर मामलों में ये समस्या उम्र के साथ नेचुरल रूप से ठीक हो जाती है। इसे शारीरिक फिमोसिस कहा जाता है और आमतौर पर इसके लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन ये समस्या किसी भी पुरुष को हो सकती है।
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फिमोसिस की समस्या के कारण? - Causes Of Phimosis Problem?
डॉ. एम. गोपीचंद बताते हैं कि ये समस्या बच्चों में आम है, हालांकि, वयस्कों में पैथोलॉजिकल फिमोसिस (pathological phimosis) की समस्या इंफेक्शन (infection), निशान (scarring), लाइकेन स्क्लेरोसस (lichen sclerosus) या एक्जिमा (eczema) जैसी कुछ त्वचा संबंधी स्थितियों (certain skin conditions) के कारण लोगों को फिमोसिस की समस्या हो सकती है। वहीं, कुछ मामलों में बार-बार चोट लगने या स्किन को जोर से खींचने से भी कसाव (tightness) और सूजन (inflammation) हो सकती है।
फिमोसिस की समस्या के लक्षण - Symptoms Of Phimosis In Hindi
डॉ. एम. गोपीचंद बताते हैं कि फिमोसिस की समस्या होने पर पुरुषों को पेशाब करते समय परेशानी होने या दर्द होने (pain when urinating), पेशाब के दौरान चमड़ी के फूलने या सूजन आने (ballooning of the foreskin during urination), शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द (pain during erection or intercourse), सूजन आने और रेडनेस होना (redness or swelling), स्किन को पीछे करने में दर्द होने, जोर लगाकर स्किन को पीछे किया जाए तो त्वचा में क्रैक्स पड़ना, क्रैक्ड स्किन से या इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग होने की समस्या, कभी-कभी बार-बार यूटीआई या अन्य इंफेक्शन होने की समस्या (sometimes frequent infections) या बार-बार यूरिन में या पेनिस की स्किन में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। कुछ पुरुषों को चमड़ी के सिरे पर एक सफेद घेरा या सख्त ऊतक भी दिखाई दे सकता है। पुरुषों में फिमोसिस के ये संकेत दिखते हैं, जिनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
वहीं, फिमोसिस की स्थिति के गंभीर होने पर व्यक्ति को पैराफाइमोसिस की समस्या भी हो सकती है। इस समस्या में लिंग के सिरे के ऊपर खींची गई स्किन पीछे नहीं हट पाती है, जिसके कारण लिंग के सिरे पर सूजन आने और ब्लड सर्कुलेशन में बाधा आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इस स्थिति में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
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फिमोसिस की समस्या से राहत के लिए उपचार - Treatments To Relieve The Problem Of Phimosis In Hindi
डॉ. एम. गोपीचंद के अनुसार, फिमोसिस की समस्या के हल्के मामलों में इलाज बिना सर्जरी के, इस पर टोपिकल स्टेरॉयड क्रीम (topical steroid creams) और हल्की स्ट्रेचिंग वाली एक्सरसाइज (gentle stretching exercises) को किया जा सकता है। इससे स्किन को सॉफ्ट और ढीला करने में मदद मिल सकती है। इस समस्या में त्वचा की साफ-सफाई (Maintaining good hygiene) का खास ध्यान रखने और जोर से खींचने से बचना (avoid forceful retraction) जरूरी है।
ध्यान रहे, अगर स्थिति अधिक गंभीर है और बार-बार हो रही है तो इसके लिए छोटी सर्जरी की जा सकती है, जिसमें सर्जरी के जरिए इसकी थोड़ी सी स्किन (foreskin) को हटाने की सलाह दी जा सकती है। डॉ. एम. गोपीचंद बताते हैं कि फिमोसिस पूरी तरह से इलाज योग्य है। ऐसे में इस समस्या के लक्षणों के दिखने में समय से मूत्र रोग विशेषज्ञ (urologist) से सलाह लेने से इंफेक्शन, दर्द और भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की समस्य से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष
फिमोसिस की समस्या छोटे बच्चों में आम है, लेकिन ये किसी भी उम्र में हो सकती है। इस समस्या में व्यक्ति को पेशाब करते समय दर्द होने, पेशाब करते समय इसके फूलने और बार-बार इंफेक्शन होने जैसी कई तरह की परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इस समस्या में डॉक्टर से सलाह जरूर लें। अगर अधिक गंभीर स्थिति होने पर सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है।
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Nov 10, 2025 11:56 IST
Published By : Priyanka Sharma