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एनल फिशर (गुदा में दरार) की समस्या से राहत के लिए क्या खाएं? जानें एक्सपर्ट से 

एनल फिशर की समस्या के कारण लोगों को कई परेशानी होती हैं। ऐसे में इससे राहत के लिए कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है। आइए लेख में जानें -
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एनल फिशर (गुदा में दरार) की समस्या से राहत के लिए क्या खाएं? जानें एक्सपर्ट से 


Foods To Get Relief From Anal Fissure Problem In Hindi: एनल फिशर की समस्या होने पर लोगों को दर्द और कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह एक गंभीर समस्या है। ऐसे में इस समस्या से राहत के लिए हेल्दी और पोषक तत्वों से युक्त कुछ फूड्स को डाइट में शामिल किया जा सकता है। बता दें, एनल फिशर की समस्या होने पर लोगों को गुदा के पास की त्वचा में दरारे आने और जलन होने जैसी समस्याएं होती हैं। इस समस्या के बढ़ने पर इसके कारण होने वाली परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। इसके कारण मल त्याग करते समय लोगों को दर्द भी होने लगता है। ऐसे में आइए जयपुर के डॉ. मेधावी न्यूट्रीफिट की निदेशक एवं वरिष्ठ सलाहकार, डायटिशियन एवं न्यूट्रिशियनिस्ट डॉ. मेधावी गौतम (Dr. Medhavi Gautam, Director and Senior Consultant, Dietitian and Nutritionist, Dr. Medhavi Nutrifit, Jaipur) से जानें एनल फिशर की समस्या से राहत के लिए क्या खाएं?

क्या है एनल फिशर की समस्या? - What Is The Problem Of Anal Fissure?

एनल फिशर की समस्या होने पर गुदा के पास और इसकी नली में दरारे आने या छोटे-छोटे कट लगने की समस्या होती है। इस स्थिति को एनल फिशर कहा जाता है। इस समस्या के दौरान लोगों को मल त्याग करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ये समस्याएं कई तरह की होती हैं, जिसमें गुदा मार्ग में जलन, दर्द और सूजन आने जैसी कई परेशानियां होती हैं। ऐसे में इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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what to eat to get relief from anal fissure problem in hindi main (3)

एनल फिशर की समस्या से राहत के लिए क्या खाएं? - What To Eat To Get Relief From Anal Fissure Problem?

पपीता खाएं

पपीते को पाचन के लिए फायदेमंद माना जाता है। पपीते में पपैन नामक एंजाइम्स पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, पपीते में भरपूर मात्रा में पानी और फाइबर होता है, जिससे शरीर में पानी की कमी को दूर करने, मल को ढीला कर, मल त्याग की परेशानियों से बचाव करने, कब्ज और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं इसके सेवन से बचें।

खट्टे फल खाएं

खट्टे फलों में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी और फाइबर के गुण पाए जाते हैं, साथ ही, इनमें अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं। नींबू जैसे खट्टे फूड्स का सेवन करने से एनल फिशर की समस्या के कारण होने वाली सूजन और जलन को कम करने में मदद मिलती है। इससे स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलते हैं।

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प्रोबायोटिक्स से युक्त फूड्स खाएं

एनल फिशर की समस्या से राहत के लिए प्रोबायोटिक्स से युक्त फूड्स को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है। इसके लिए डाइट में दही, डोसा और सोयाबीन जैसे फूड्स को लिया जा सकता है। इनसे बाउल मूवमेंट को बढ़ावा देने और फिशर की समस्या के कारण दर्द से राहत देने में भी मदद मिलती है, साथ ही, ये गट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में भी सहायक है।

दालें और बीन्स खाएं

एनल फिशर की समस्या में दालों और बीन्स को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है। इसके लिए दालें, बीन्स और छोले खाएं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। ऐसे में इसका सेवन करने से मल त्याग करने में मदद मिलती है।

सब्जियां खाएं

एनल फिशर की परेशानी से राहत के लिए डाइट में फाइबर युक्त ब्रोकोली जैसी सब्जियों शामिल करें। इनका सेवन करने से पाचन को दुरुस्त करने, कब्ज से राहत देने और इसके कारण गुदा में होने वाली जलन और छोटे-छोटे कट आने से बचाव करने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

एनल फिशर की समस्या से राहत के लिए डाइट में सब्जियों, प्रोबायोटिक्स से युक्त फूड्स, दालों, बीन्स, खट्टे फल, पपीता, अलसी के बीज, तरबूज और सेब जैसे फलों को डाइट में शामिल करें। इनको खाने से स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, इसके कारण अधिक समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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FAQ

  • एनल फिशर का क्या मतलब है?

    एनल फिशर की समस्या में लोगों को गुदा के पास की त्वचा पर दरार या कट आने की समस्या को कहा जाता है। इसके कारण लोगों को मल त्याग में दर्द होने, ब्लीडिंग होने, गुदा एरिया में दर्द होने और खुजली होने जैसी समस्याएं होती हैं।
  • पाइल्स और फिशर में क्या फर्क है?

    पाइल्स यानी बवासीर के दौरान लोगों को मल त्याग में परेशानी होने, गुदा मार्ग में सूजन आने और ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। वहीं, फिशर की समस्या होने पर एनल कैनाल के आसपास सूजन आने और दरारें आने की समस्या हो सकती है। इन समस्याओं के कारण लोगों को कई परेशानियां होती हैं। 
  • फिशर की पहचान कैसे करें?

    फिशर की समस्या होने पर लोगों को मल त्याग करते समय तेज दर्द होने, गुदा के क्षेत्र में खुजली होने या जलन होने, गुदा के पास सूजन आने और मल में खून आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में फिशन के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।  

 

 

 

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