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हाई बीपी में वजन कंट्रोल करना क्यों जरूरी है? डॉक्‍टर से जानें

सिर्फ 5 से 10 % वजन घटाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो सकता है। इससे दिल पर दबाव कम होता है, धमनियां स्वस्थ रहती हैं और हृदय रोगों का खतरा घटता है।
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हाई बीपी में वजन कंट्रोल करना क्यों जरूरी है? डॉक्‍टर से जानें


हाई बीपी (High Blood Pressure or Hypertension) तब होता है जब आपके हार्ट से ब्‍लड पंप करने की ताकत और ब्‍लड वेसल्‍स पर दबाव सामान्य से ज्यादा हो जाता है। जब शरीर का वजन ज्‍यादा होता है, तो हार्ट को खून पूरे शरीर में पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। Dr. V. Rajasekhar, Senior Consultant Interventional Cardiology & Electrophysiology, Certified TAVR Operator & Clinical Director at Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया क‍ि वजन कंट्रोल करना एक नेचुरल उपाय है जो दवाओं के साथ मदद करता है और कई बार ब्लड प्रेशर की दवाओं की जरूरत या डोज को कम कर देता है। यह हृदय और ब्‍लड वेसल्‍स पर कुल दबाव कम करता है और मरीजों को अपनी सेहत को एक्‍ट‍िव रूप से संभालने की क्षमता देता है। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि हाई बीपी में वजन कंट्रोल करना क्‍यों जरूरी है।

हाई बीपी में वजन कंट्रोल करना क्यों जरूरी है?- Importance Of Weight Control In High BP

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Dr. V. Rajasekhar ने बताया क‍ि वजन बढ़ना, हार्ट और ब्‍लड वैसल्‍स पर ज्‍यादा दबाव डालता है, इसलिए हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए वजन कम करना बेहद जरूरी है। जब कोई व्यक्ति ज्‍यादा वजन वाला होता है, तो दिल को शरीर में ब्‍लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इस अतिरिक्त मेहनत के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और ब्‍लड वेसल्‍स को नुकसान का खतरा बढ़ जाता है।

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10 kg घटाकर 10 mmhg बीपी कम होता है

Dr. V. Rajasekhar ने बताया क‍ि अगर आप 10 क‍िलो वजन कम करते हैं, तो करीब 10 mmhg बीपी को घटा सकते हैं। वजन कम करने के ल‍िए संतुल‍ित डाइट लें, एक्‍सरसाइज करें, स्‍ट्रेस कंट्रोल करें और पोर्शन कंट्रोल पर ध्‍यान दें।

हार्ट अटैक, स्‍ट्रोक, क‍िडनी और आंख की समस्‍या हो सकती है

ज्‍यादा फैट, खासकर पेट के आसपास जमा होने वाली चर्बी, सूजन और हार्मोनल बदलाव लाती है, जो ब्‍लड वेसल्‍स को और पतला कर देती है और ब्‍लड की स्‍पीड को धीमा कर देती है। इसका परिणाम हाई बीपी (High BP) के रूप में सामने आता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी की समस्या और आंखों से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

केवल 5 से 10 % वजन घटाने से कंट्रोल होता है बीपी

Dr. V. Rajasekhar ने बताया क‍ि शरीर के वजन का केवल 5 से 10% घटाना भी ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में पॉज‍ीट‍िव असर डाल सकता है। वजन कम करने से इंसुलिन सेंस‍िट‍िवि‍टी बेहतर होती है, धमनियों की कठोरता कम होती है और दिल पर दबाव घटता है। इससे ब्लड प्रेशर कम होता है और हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े हृदय रोगों का खतरा घटता है।

डायब‍िटीज, स्‍लीप एपन‍िया, हाई कोलेस्‍ट्रॉल से राहत

डायबिटीज, स्लीप एपनिया, हाई कोलेस्ट्रॉल और अन्य बीमारियां जो हाई बीपी के साथ होती हैं, ये सब भी वजन कम करने से अक्सर सुधार जाती हैं। संतुलित आहार, नियमित एक्‍सरसाइज और जीवनशैली में बदलाव अपनाकर मरीज लंबे समय तक बेहतर ब्लड प्रेशर कंट्रोल हासिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

वजन कम करने से दिल पर दबाव कम होता है, ब्‍लड वेसल्‍स की सेहत बेहतर होती है और गंभीर बीमार‍ियों का खतरा घटता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए वजन कम करना एक सुरक्षित, असरदार और जरूरी कदम है, जो ब्लड प्रेशर और हृदय स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।

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FAQ

  • हाई बीपी को तुरंत कंट्रोल कैसे करें?

    अगर ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाए, तो शांत बैठें, गहरी सांस लें और डाइट में नमक की मात्रा को कम करें। पानी पि‍एं, कैफीन और एल्कोहल से बचें। हल्की एक्‍सरसाइज या टहलना भी अच्‍छा उपाय है।
  • हाई बीपी क‍ितना होता है?

    सामान्य ब्लड प्रेशर लगभग 120/80 mmHg होता है। 130/80 mmHg या उससे ऊपर होने पर इसे हाई बीपी माना जाता है। लगातार 140/90 mmHg या उससे ज्‍यादा ब्लड प्रेशर होने पर गंभीर रूप से इसे कंट्रोल करना जरूरी है।
  • हाई बीपी में क्‍या खाएं?

    फलों, सब्जियों, दलिया, ओट्स, बीन्स, कम नमक वाले भोजन और नट्स खाएं। प्रोसेस्ड, तली हुई और ज्यादा नमक वाले भोजन से बचें। डैश डाइट या संतुलित आहार ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।

 

 

 

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