वर्कआउट करने वालों के साथ एक आम समस्या यह होती है कि एक्सरसाइज के अगले दिन शरीर की मांसपेशियों में दर्द और अकड़न महसूस होती है। यह दर्द आमतौर पर तब होता है जब आप कोई नया वर्कआउट शुरू करते हैं, मसल्स पर ज्यादा दबाव डालते हैं या फिर लंबे समय बाद एक्सरसाइज करते हैं। ऐसे में मसल्स टिश्यू में हल्की चोट यानी माइक्रो-टियर्स हो जाते हैं, जिसके कारण खिंचाव और दर्द महसूस होता है। अब सवाल यह उठता है कि जब मांसपेशियों में दर्द हो रहा हो, तो क्या उस समय एक्सरसाइज करना सही है या शरीर को आराम देना चाहिए?
कई लोग सोचते हैं कि दर्द के बावजूद वर्कआउट करने से मसल्स और मजबूत बनते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि ऐसा करने से चोट लग सकती है। सही जानकारी के अभाव में लोग या तो ओवरट्रेनिंग कर बैठते हैं या फिर बिना जरूरत लंबे समय तक वर्कआउट से दूर हो जाते हैं। इस बारे में सही जानकारी के लिए हमने, एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से बात की-
क्या मांसपेशियों में दर्द होने पर एक्सरसाइज करना सही है? - Should You Exercise With Sore Muscles
जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज बताते हैं कि जब आप कोई नया वर्कआउट शुरू करते हैं या फिर हैवी एक्सरसाइज करते हैं, तो मांसपेशियों के टिश्यू में हल्की चोट या माइक्रो-टियर्स हो जाते हैं। यह चोट शरीर के लिए हानिकारक नहीं होती बल्कि मसल्स को और मजबूत बनाने की प्रोसेस का हिस्सा होती है। यही वजह है कि मांसपेशियों में हल्का दर्द वर्कआउट के असर को दिखाता है।
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अगर दर्द हल्का है और केवल stiffness यानी खिंचाव महसूस हो रहा है तो आप हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और मांसपेशियों की रिकवरी तेजी से होगी। लेकिन अगर दर्द बहुत ज्यादा है, सूजन है या मूवमेंट में परेशानी हो रही है तो आपको वर्कआउट से ब्रेक लेना चाहिए।
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हल्के दर्द में क्या करें?
- वॉकिंग, योगा या हल्की स्ट्रेचिंग से फायदा मिलेगा।
- एक्सरसाइज से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियां जल्दी रिकवर करती हैं।
- पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी पूरी करें।
- अंडा, दाल, दूध, पनीर, सोया जैसे फूड्स मसल्स रिपेयर में मदद करते हैं।
दर्द कम करने के घरेलू उपाय
- गरम पानी से सिकाई करें, यह ब्लड फ्लो बढ़ाकर दर्द कम करती है।
- ठंडी सिकाई सूजन और इंफ्लेमेशन घटाती है।
- गर्म पानी में नमक डालकर स्नान करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है।
- हल्की मसाज मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है।
डॉक्टर की राय
डॉक्टर सुधीर कुमार भारद्वाज का मानना है कि हल्के मसल्स दर्द में वर्कआउट करना सुरक्षित है, बशर्ते आप ओवरट्रेनिंग से बचें। लेकिन अगर दर्द बहुत तेज है तो शरीर को आराम देना ही बेहतर है। वे सलाह देते हैं कि अपने शरीर की सुनना सबसे जरूरी है क्योंकि हर किसी की रिकवरी क्षमता अलग होती है।
निष्कर्ष
वर्कआउट के बाद मांसपेशियों का दर्द होना सामान्य है और यह शरीर की ग्रोथ का संकेत है। हल्के दर्द में आप हल्की एक्सरसाइज जारी रख सकते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और मसल्स तेजी से रिकवर होंगे। लेकिन अगर दर्द ज्यादा हो तो एक्सरसाइज से ब्रेक लें और आराम को प्राथमिकता दें।
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FAQ
मसल्स सोरनेस कितने दिन तक रहती है?
आमतौर पर मसल्स सोरनेस 2 से 3 दिन तक रहती है। अगर दर्द ज्यादा दिनों तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।मांसपेशियों का दर्द जल्दी कम करने के लिए क्या करें?
गरम या ठंडी सिकाई, हल्की मसाज, प्रोटीन युक्त डाइट और पर्याप्त नींद से मांसपेशियों का दर्द जल्दी कम हो सकता है।क्या मसल्स दर्द में हैवी वर्कआउट करना नुकसानदायक है?
ज्यादा दर्द होने पर हैवी वर्कआउट करने से चोट और मसल्स स्ट्रेन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए इस दौरान ओवरट्रेनिंग से बचें।