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चिकनगुनिया के बाद कमजोरी से जूझ रहे हैं? तेज रिकवरी के लिए करें ये 5 असरदार उपाय

बरसात के मौसम में मच्छरों से फैलने वाला चिकनगुनिया एक बड़ी समस्या बन जाता है। यहां जानिए, चिकनगुनिया के बाद जल्दी रिकवरी के लिए क्या करें?
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चिकनगुनिया के बाद कमजोरी से जूझ रहे हैं? तेज रिकवरी के लिए करें ये 5 असरदार उपाय


बरसात का मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियां लेकर आता है, जिनमें से चिकनगुनिया सबसे आम और गंभीर समस्या बन चुका है। यह एक वायरल रोग है, जो मच्छर के काटने से फैलता है। चिकनगुनिया के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, स्किन पर लाल चकत्ते और आंखों में दर्द शामिल हैं, लेकिन चिकनगुनिया की सबसे कठिन और लंबे समय तक परेशान करने वाली समस्या है जोड़ों का दर्द और अकड़न। कई बार बुखार उतर जाने के हफ्तों बाद भी मरीज को हाथ-पैरों और शरीर के अन्य जोड़ों में सूजन और दर्द का अनुभव होता है। यही कारण है कि लोग अक्सर इस बीमारी से पूरी तरह ठीक होने में समय लगाते हैं। ऐसे में आयुर्वेद की ओर रुख करना लाभकारी होता है। इस लेख में मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानिए, चिकनगुनिया के बाद जल्दी रिकवरी के लिए क्या करें?

चिकनगुनिया के बाद जल्दी रिकवरी के लिए क्या करें? - Chikungunya Fast Recovery Tips

1. हल्दी वाला दूध

चिकनगुनिया के बाद शरीर में सबसे बड़ी समस्या होती है जोड़ों में दर्द और सूजन। आयुर्वेद के अनुसार हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है, जो दर्द और सूजन को कम करता है। रात में सोने से पहले गुनगुने दूध में एक चुटकी हल्दी डालकर पीना रिकवरी में काफी मदद करता है। यह न केवल दर्द को कम करता है बल्कि शरीर की इम्यूनिटी भी बढ़ाता है, जिससे कमजोरी जल्दी दूर होती है। हल्दी वाला दूध नींद को भी बेहतर बनाता है और थकान कम करता है। आप इस दूध में 1 काली मिर्च भी डाल सकते हैं।

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2. अदरक-तुलसी की चाय

अदरक और तुलसी दोनों ही आयुर्वेद में इम्यूनिटी बढ़ाने और सूजन कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। अदरक का गर्म प्रभाव रक्त संचार को बेहतर करता है और दर्द कम करता है, जबकि तुलसी का सेवन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। सुबह या शाम को अदरक-तुलसी की हर्बल चाय पीना चिकनगुनिया के बाद शरीर को ताकत देता है। यह चाय गले की खराश, थकान और इम्यूनिटी की कमजोरी में भी कारगर है। एक कप पानी में कुछ तुलसी की पत्तियां, अदरक का छोटा टुकड़ा और चाहें तो थोड़ा शहद डालकर तैयार करें।

3. मेथी के पानी

मेथी के बीजों में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. किरण गुप्ता का मानना है कि चिकनगुनिया के बाद शरीर की अकड़न और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए मेथी का पानी बेहद उपयोगी है। रात को एक चम्मच मेथी के बीज पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस पानी को छानकर पी लें। यह न केवल दर्द और सूजन को कम करेगा, बल्कि पाचन को भी बेहतर बनाएगा और कमजोरी दूर करेगा।

Fast Recovery Tips

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4. बैलेंस डाइट और हाइड्रेशन

चिकनगुनिया के बाद रिकवरी के लिए बैलेंस डाइट और पर्याप्त तरल पदार्थ लेना बेहद जरूरी है। इस दौरान नारियल पानी का सेवन करें, यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करता है और कमजोरी दूर करता है। नींबू पानी लें, यह विटामिन C से भरपूर होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाता है। साथ ही, खाने में आसानी से पचने वाले फूड्स जैसे मूंग दाल, दलिया, खिचड़ी, मौसमी फल और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए। तली-भुनी और बहुत मसालेदार चीजों से परहेज करें, क्योंकि ये पाचन को कमजोर कर सकती हैं।

5. हल्की एक्सरसाइज

चिकनगुनिया के बाद कई मरीजों को महीनों तक जोड़ों में दर्द और अकड़न बनी रहती है। ऐसे में शरीर को पूरी तरह आराम देने के बजाय धीरे-धीरे हल्की कसरत और स्ट्रेचिंग शुरू करनी चाहिए। सुबह-शाम हल्की वॉक करें, साधारण स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा। आयुर्वेद के अनुसार, धीरे-धीरे शरीर को एक्टिव करना ही रिकवरी का सबसे अच्छा तरीका है।

निष्कर्ष

चिकनगुनिया एक ऐसा रोग है जिसमें बुखार उतरने के बाद भी मरीज लंबे समय तक परेशान रहते हैं। लेकिन आयुर्वेद के ये 5 सरल उपाय हल्दी वाला दूध, अदरक-तुलसी की चाय, मेथी का पानी, बैलेंस डाइट और हल्की कसरत शरीर को जल्दी हेल्दी करने में मदद करते हैं। इन उपायों के नियमित पालन से न केवल दर्द और अकड़न कम होगी बल्कि इम्यूनिटी भी मजबूत होगी, जिससे भविष्य में होने वाले इंफेक्शन से भी बचाव मिलेगा।

All Images Credit- Freepik

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