Chikungunya ka ilaj: चिकनगुनिया, मच्छरों द्वारा फैलने वाली एक वायरल बीमारी है जिसमें तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द होता है। इसके अलावा इस दौरान शरीर में कमजोरी के साथ कई प्रकार के लक्षण महसूस होते हैं। ऐसे में दवाओं के साथ कुछ घरेलू इलाज मददगार साहित हो सकते हैं। जैसे कि आज हम बात करेंगे अर्जुन की छाल की जिसका अर्क कई बायोएक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। इतना ही नहीं अर्जुन की छाल से बने काढ़े का एंटीऑक्सीडेंट के साथ एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इस बीमारी के कई लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा इसका सेवन तेजी से रिकवरी में भी मददगार है। तो आइए, जानते हैं चिकनगुनिया में अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने के फायदे (arjuna bark kadha benefits for chikungunya)
चिकनगुनिया में अर्जुन की छाल का काढ़ा कैसे फायदेमंद है?
Dr Purva Balkrishna Amin, BAMS, MD(Scholar) बताते हैं कि अर्जुन छाल आयुर्वेद में एक प्रसिद्ध जड़ी बूटी है जो कि खास एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इसलिए चिकनगुनिया के दौरान और बाद में अर्जुन की छाल का काढ़ा जिसे अर्जुन त्वक क्वाथ भी कहते हैं एक लाभकारी सहायक औषधि के रूप में काम करती है खासकर जोड़ों के दर्द, सूजन, वायरल संक्रमण के बाद की कमजोरी और हृदय संबंधी लक्षणों के प्रबंधन में। यह एक एंटीवायरल नहीं है, लेकिन शरीर की ऊतकों, खासकर रक्तमांस हृदय, पर रोग के बाद के प्रभावों को दूर करके मदद करता है।
चिकनगुनिया में अर्जुन की छाल का काढ़ा कैसे काम करता है?
सूजन कम करने में मददगार है अर्जुन की छाल का काढ़ा
चिकनगुनिया में अर्जुन की छाल का काढ़ा काफी फायदेमंद माना जाता है क्योंकि यह चिकनगुनिया के बुखार को कम करने और इस दौरान होने वाले जोड़ों के दर्द में कमी ला सकता है। दरअसल, बुखार कम होने के बाद बिगड़े हुए वात और रक्त के कारण जोड़ों में सूजन आ जाती है और मांसपेशियों में दर्द उठता है। ऐसे में की अर्जुन की छाल का काढ़ा सूजन को कम करने में मदद करता है।
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बिगड़े हुए पित्त को सही करता है
चिकनगुनिया में अर्जुन की छाल का काढ़ा बिगड़े हुए पित्त को सही करने में मदद करता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने के साथ खून साफ करने में मदद कर सकता है जिससे पित्त की समस्या में भी कमी आती है और मांसपेशियों के दर्द से भी राहत मिलती है।
चिकनगुनिया की कमजोरी को कैसे दूर करें?
चिकनगुनिया की कमजोरी लंबे समय तक महसूस होती है। ऐसे में अर्जुन की छाल का काढ़ा इस कमजोरी को कम करने में मदद कर सकता है। अर्जुन की छाल का काढ़ा इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है। अर्जुन की छाल का काढ़ा शरीर के इम्यून सेल्स को बढ़ावा देता है जिससे चिकनगुनिया में महसूस होने वाले लक्षणों में कमी आती है, रिकवरी तेज होती है और कमजोरी में कमी आती है।
चिकनगुनिया में कैसे लें अर्जुन की छाल का काढ़ा
अर्जुन की छाल का काढ़ा आप घर पर बनाकर ले सकते हैं, जिसके लिए आप इन टिप्स की मदद ले सकते हैं। तो आपको करना यह है कि
- - 5-10 ग्राम अर्जुन की छाल का दरदरा चूर्ण लें।
- - 200 मिलीलीटर पानी में इस डालकर उबालें
- - 50 मिलीलीटर तक उबालें और फिर छान लें
चिकनगुनिया में कितना लें अर्जुन की छाल का काढ़ा?
30-50 मिलीलीटर दिन में एक या दो बार लेना आपको चिकनगुनिया में आराम दिला सकता है। आप इसे सुबह खाली पेट या रात में हल्के भोजन के बाद ले सकते हैं। बेहतर प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए 1 छोटा चम्मच शहद या एक चुटकी गुडुची चूर्ण मिलाएं।
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क्या आप रोज अर्जुन की छाल का काढ़ा ले सकते हैं?
अर्जुन की छाल का काढ़ा रोज लेने से बचें क्यों ऐसा करना शरीर में वात-पित्त-कफ को असंतुलित कर सकता है। इसे आप एक्सपर्ट के बताए अनुसार बस 1-2 सप्ताह के लिए उपयोग करने कर सकते हैं क्योंकि यही सुरक्षित तरीका है।
ध्यान देने वाली बात-
गंभीर कब्ज या लो बीपी में बिना चिकित्सकीय देखरेख के सेवन से बचें। गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना नुकसानदेह हो सकता है। इतना ही नहीं हृदय या रक्तचाप की दवाओं के साथ प्रतिक्रिया हो सकती है। अगर आप नियमित रूप से दवा ले रहे हैं तो चिकित्सक से परामर्श लें। अर्जुन का काढ़ा चिकनगुनिया से उबरने में मदद करता है, लेकिन पूरी तरह से यह इलाज नहीं है।
FAQ
चिकनगुनिया से कौन सा अंग प्रभावित होता है?
चिकनगुनिया में आपके हड्डियों और मांसपेशियों की सेहत सबसे ज्यादा प्रभावित रहती है। इसके अलावा हड्डियों में सूजन की समस्या भी हो जाती है जो दर्द को बढ़ा सकता है।चिकनगुनिया में क्या परहेज करें?
चिकनगुनिया में आप चाय और कॉफी, जंक फूड, राजमा, कुलथ जैसी दालों के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा इस समस्या में मसालों का प्रयोग कम करें।चिकनगुनिया में कौन सा जूस सबसे अच्छा होता है?
चिकनगुनिया में आप गिलोय का जूस पी सकते हैं जो कि इसके कई लक्षणों को कम करने में मददगार है। इसके अलावा आप अनार का जूस पी सकते हैं।