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चिकनगुनिया से कौन-से अंग प्रभावित हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

चिकनगुनिया होने पर बुखार और सिरदर्द जैसी समस्याएं होना आम है। लेकिन यह शरीर के इन अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। 
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चिकनगुनिया से कौन-से अंग प्रभावित हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें


Chikungunya Affected Body Parts in Hindi: चिकनगुनिया एक वायरल संक्रमण है। यह मच्छरों के काटने से फैलती है। चिकनगुनिया संक्रमित मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलती है। दरअसल, जब संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वह भी संक्रमित हो जाता है। बुखार, त्वचा पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द, चिकनगुनिया के आम लक्षण माने जाते हैं। चिकनगुनिया होने पर व्यक्ति को थकान और कमजोरी का अनुभव भी हो सकता है। इसकी वजह से हफ्तों तक शरीर में दर्द और सूजन बनी रह सकती है। यह वायरस आमतौर पर जोड़ों को प्रभावित करता है। हालांकि, इसके अलावा भी कुछ अन्य अंग प्रभावित हो सकते हैं। आइए, जानते हैं चिकनगुनिया शरीर के कौन-से अंगों को प्रभावित करता है-

चिकनगुनिया के लक्षण- Chikungunya ke Lakshan

चिकनगुनिया से कौन-से अंग प्रभावित हो सकते हैं?

joints pain

जोड़ों को

नारायण हेल्थ, एसआरसीसी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट और पीडियाट्रिक मेडिसिन डॉ. महेश बालसेकर बताते हैं कि चिकनगुनिया जोड़ों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। चिकनगुनिया होने पर सबसे पहले जोड़ और मांसपेशियां प्रभावित होती हैं। इस स्थिति में आपको जोड़ों में गंभीर दर्द हो सकता है। इतना ही नहीं, इसकी वजह से जोड़ों में सूजन भी आ सकती है। अगर इस समस्या को समय पर ठीक न किया जाए, तो इससे क्रोनिक गठिया जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। 

किड़नी को

स्पर्श अस्पताल, यशवंतपुर की डॉ. कविता एस बताती हैं कि चिकनगुनिया होने पर किड़नी भी प्रभावित हो सकती है। कुछ गंभीर मामलों में यह किड़नी पर भी असर डाल सकता है। यह बीमारी किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है। अगर किसी व्यक्ति को चिकनगुनिया हो गया है, तो  किडनी प्रभावित हो सकती है। इस स्थिति में रिकवरी के 3 महीने तक किडनी की समस्याएं बनी रह सकती हैं। 

लिवर को

चिकनगुनिया लिवर को भी प्रभावित करता है। जब चिकनगुनिया में लिवर प्रभावित होता है, तो इससे त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ सकता है। इससे पेशाब का रंग गहरा हो जाता है। यह उल्टी और मतली जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। अगर आपको ये लक्षण नजर आए, तो बिलकुल भी नजरअंदाज न करें।

आंखों को 

चिकनगुनिया आंखों को भी प्रभावित कर सकता है। चिकनगुनिया होने पर आंखों में दर्द और जलन की समस्या हो सकती है। यह रेटिनाइटिस और ऑप्टिक न्यूरिटिस का कारण भी बन सकता है। अगर आपको बुखार और मांसपेशियों में दर्द के साथ ही, आंखों में जलन और दर्द का अनुभव भी हो, तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।

चिकनगुनिया से बचाव कैसे करें?

  • चिकनगुनिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचना जरूरी है।
  • इसके लिए आपको अपने घर के आस-पास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए।
  • अपनी डाइट का ध्यान रखें और हाइड्रेटेड रहें। 
  • मच्छरों से कटने से बचने के लिए फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें।

अगर आपको चिकनगुनिया के लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि कुछ मामलों में यह स्थिति गंभीर और जानलेवा हो सकती है।

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