Can Dietary Supplements Help in Joint Pain: जोड़ों और घुटनों के दर्द की समस्या सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवाओं और बच्चों की भी परेशानी बन चुकी है। खराब जीवनशैली, खाने में पोषक तत्वों की कमी, लंबे समय तक बैठकर काम करना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण घुटनों में दर्द की समस्या (Cause of Joint Pain in Hindi) होती है। अक्सर देखा जाता है कि जोड़ों के दर्द की परेशानी में लोग विभिन्न प्रकार के पेन किलर्स का सहारा लेते हैं। लेकिन लंबे समय तक पेन किलर खाने से किडनी, लिवर और पेट के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इन दिनों जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत दिलाने में डाइटरी सप्लीमेंट्स (Dietary Supplements) एक विकल्प के तौर पर उभरे हैं।
डाइटरी सप्लीमेंट्स क्या होते हैं- What is Dietary Supplements
यूएस फूड एंड ड्रग विभाग के अनुसार, डाइटरी सप्लीमेंट्स ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिन्हें शरीर की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष तौर पर तैयार किया जाता है। डाइटरी सप्लीमेंट्स में विटामिन्स, मिनरल्स, अमीनो एसिड्स, फैटी एसिड्स, हर्ब्स और बायोएक्टिव शामिल होते हैं।
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क्या डाइटरी सप्लीमेंट जोड़ों का दर्द ठीक करते हैं- Do dietary supplements cure joint pain
अहमदाबाद स्थित मारेंगो सीआईएमएस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विभाग के डायरेक्टर डॉ. के. सी. मेहता (Dr. K. C. Mehta as Director - Orthopaedics and Joint Replacement, Marengo CIMS Hospital, Ahmedabad) का कहना है कि अगर जोड़ों के दर्द की शुरुआत होने पर ही हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा सुझाए गए डाइटरी सप्लीमेंट का सेवन किया जाए, तो ये जोड़ों के दर्द से राहत दिला सकता है। डाइटरी सप्लीमेंट का असर व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली और दर्द की स्थिति पर निर्भर करता है।
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कौन से डाइटरी सप्लीमेंट जोड़ों का दर्द ठीक करते हैं
1. ग्लूकोसामीन - Glucosamine
डॉ. के.सी मेहता के अनुसार, ग्लूकोसामीन एक नैचुरल एमिनो शुगर है, जो शरीर के कार्टिलेज में पाया जाता है। यह जोड़ों की मरम्मत और लुब्रिकेशन में मदद करता है। जोड़ों के दर्द और कट-कट की आवाज से राहत दिलाते हैं। ग्लूकोसीमान कार्टिलेज को टूटने से बचाता है, इससे जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं।
2. कोंड्रोइटिन- Chondroitin
कोंड्रोइटिन सल्फेट कार्टिलेज में पाया जाता है। कोंड्रोइटिन एक ऐसा डाइटरी सप्लीमेंट है, जो घुटनों में प्राकृतिक तरीके से नमी को बनाए रखता है और इसका लचीलापन बढ़ता है। नियमित तौर पर कोंड्रोइटिन का सेवन करने से घुटनों की सूजन कम धीरे-धीरे कम होती है। जिससे जोड़ों का दर्द दूर होता है।
3. विटामिन D और कैल्शियम
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई रिसर्च बताती है कि विटामिन डी और कैल्शियम की कमी के कारण जोड़ों और हड्डियों से जुड़ी परेशानियां होना आम बात है। इस विषय पर डॉक्टर कहते हैं कि जोड़ों के दर्द की शुरुआती स्टेज में ही सही मात्रा में विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन किया जाए, तो ये समय के साथ बढ़ने वाली परेशानियों को कम कर सकता है। विटामिन डी का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का अवशोषण बढ़ता है। इससे हड्डियों की मजबूत और थकान दूर होती है।
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4. ओमेगा-3 फैटी एसिड- Omega-3 Fatty Acids
ओमेगा-3 फैटी एसिड में सूजनरोधी प्रभाव पाए जाते हैं। नियमित तौर पर ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों और सप्लीमेंट का सेवन करने से जोड़ों में होने वाला दर्द कम करने में मदद मिलती है।
5. कोलेजन सप्लीमेंट्स - Collagen Supplements
ज्यादातर लोगों का मानना होता है कि कोलेजन सिर्फ त्वचा और बालों के लिए उपयुक्त सप्लीमेंट है, लेकिन इसकी कमी जोड़ों के दर्द में भी योगदान दे सकती है। कोलेजन सप्लीमेंट का सेवन करने से कार्टिलेट मजबूत बनते हैं ये जोड़ों में लचीलापन बढ़ाता है और दर्द कम होता है।
डाइटरी सप्लीमेंट लेते वक्त सावधानियां- Precautions while taking dietary supplements
डॉ. के. सी मेहता के अनुसार, जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में डाइटरी सप्लीमेंट बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन इनका सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह पर डाइटरी सप्लीमेंट लिया जाए, तो ये कई प्रकार की शारीरिक और त्वचा संबंधी एलर्जी का कारण बन सकता है।
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निष्कर्ष
डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर हम ये कह सकते हैं कि डाइटरी सप्लीमेंट्स जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार होते हैं। डाइटरी सप्लीमेंट जैसे की ग्लूकोसामीन, कोंड्रोइटिन, ओमेगा-3 जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं, लेकिन इनका सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह के करना स्वास्थ्य के लिए नुसकसानदेह हो सकता है।
FAQ
जोड़ों में दर्द किसकी कमी से होता है?
जोड़ों में दर्द कैल्शियम, विटामिन डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कोलेजन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी से होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, इन पोषक तत्वों की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और कार्टिलेज घिसने लगता है। इसके कारण चलने-फिरने या हिलने पर दर्द और अकड़न महसूस होती है। इसलिए जोड़ों में दर्द होता है।जोड़ों का दर्द कैसे ठीक हो सकता है?
जोड़ों में दर्द को ठीक करने के लिए खाने में कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड और मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए हल्की एक्सरसाइज, फिजियोथेरेपी, पर्याप्त आराम करना जरूरी है। जोड़ों के दर्द में हल्दी, अश्वगंधा जैसे आयुर्वेदिक उपाय भी लाभकारी होते हैं।जोड़ों के दर्द के लिए क्या खाना चाहिए?
जोड़ों के दर्द में कैल्शियम युक्त आहार जैसे दूध, दही, पनीर, तिल, हरी पत्तेदार सब्जियां और विटामिन डी से भरपूर चीजें खानी चाहिए। जोड़ों के दर्द में ओमेगा-3 फैटी एसिड (अलसी, अखरोट), हल्दी, अदरक और लहसुन का सेवन भी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी और लहसुन घुटनों की सूजन, दर्द और इंफ्लेमेशन को कम करते हैं, इससे घुटनों के दर्द की परेशानी दूर होती है।