Doctor Verified

क्या प्रेग्नेंसी में चिकनगुनिया के कारण पड़ सकता है भ्रूण पर असर? डॉक्टर से जानें

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस दौरान चिकनगुनिया की समस्या होने पर भ्रूण पर क्या असर होता है? आइए लेख में जानें - 
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या प्रेग्नेंसी में चिकनगुनिया के कारण पड़ सकता है भ्रूण पर असर? डॉक्टर से जानें


can chikungunya affect pregnancy In Hindi: बरसात के मौसम में अक्सर लोगों को चिकनगुनिया और मलेरिया जैसे मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान अक्सर महिलाओं को स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने और फूल बाजू के कपड़े पहनने जैसी कई सलाह दी जाती हैं। बरसात में होने वाली चिकनगुनिया की समस्या के कारण लोगों को जोड़ों में दर्द होने, मांसपेशियों में दर्द होने, सिर दर्द होने और बुखार आने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अक्सर महिलाओं के मन में ये सवाल आता है कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान चिकनगुनिया की समस्या होने पर भ्रूण पर भी असर होता है। बता दें, चिकनगुनिया की समस्या में लोगों को जोड़े और मांसपेशियां ज्यादा प्रभावित होते हैं। ऐसे में आइए नवी मुंबई की कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल की प्रसूति एवं स्त्री रोग की सलाहकार डॉ. रेणुका बोरिसा (Dr. Renuka Borisa, Consultant, Obstetrics & Gynaecology, Kokilaben Dhirubhia Ambani Hospital, Navi Mumbai) से जानें क्या प्रेग्नेंसी में चिकनगुनिया के कारण भ्रूण पर असर पड़ सकता है?

क्या चिकनगुनिया गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है? - can chikungunya affect pregnancy in hindi

डॉ. रेणुका बोरिसा के अनुसार, चिकनगुनिया वायस, जो एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस द्वारा प्रसारित होने वाला एक अर्बोवायरस है। यह एक सामान्य जनसंख्या में सेल्फ लिमिटिंग बीमारी है। इसके बाद भी यह प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ खतरों को बढ़ा सकती है। इसके कारण महिलाओं को थकान होने, थकान होने, मांसपेशियों में दर्द, लाल चकत्ते होने, सिर दर्द होने और तेज बुखार होने की समस्याएं हो सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: चीन में चिकनगुनिया के 7000 से ज्यादा मामले, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जानें इसके शुरुआती लक्षण और कैसे करें पहचान

does chikungunya affect pregnancy in hindi 01 (5)

क्या प्रेग्नेंसी में चिकनगुनिया के कारण भ्रूण पर असर होता है? - Does Chikungunya during pregnancy affect the fetus?

डॉ. रेणुका के अनुसार, डिलीवरी के 7 दिनों के अंदर वायरस के मां से बच्चे में जाने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं, पहले या दूसरे ट्राइमेस्टर के दौरान वायरल का बच्चे में फैलना असामान्य है और आमतौर, पर टेराटोजेनिक नहीं होता है।

इसे भी पढ़ें: क्या चिकनगुनिया के मरीज एसी वाले कमरे में सो सकते हैं? जानें डॉक्टर की राय

मां से बच्चे के संक्रमित होने पर होने वाली नियोनेटल कॉम्प्लिकेशन - Neonatal complications in vertically infected infants in hindi

मां से बच्चे के संक्रमित होने पर बच्चे को स्वास्थ्य संबधी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में बच्चे में दिखने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

- बुखार होने

- दौरे पड़ने

- ऐंठन होने

- रक्तस्रावी लक्षण

- मल्टी-ऑर्गन डिसऑर्डर की समस्या

- एंटरोकोलाइटिस

- कई बार गंभीर मामलों में नवजात बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • चिकनगुनिया क्या है?

    चिकनगुनिया एक तरह की वायरल बीमारी है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने के कारण होती है। इस बीमारी में लोगों को जोड़ों में दर्द होने, मांसपेशियों में दर्द होने, सिर दर्द होने और बुखार होने की समस्याएं हो सकती हैं।
  • चिकनगुनिया के लक्षण क्या हैं?

    चिकनगुनिया की समस्या होने पर लोगों को तेज बुखार होने, सिर में दर्द होने, जोड़ों में तेज दर्द होने, शरीर पर दाने होने, जोड़ों में सूजन आने, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आने, थकान होने और कई बार आंखों के लाल होने की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • चिकनगुनिया से कौन सा अंग प्रभावित होता है?

    चिकनगुनिया की बीमारी में लोगों के जोड़ें और मांसपेशियां अधिक प्रभावित होती हैं। इनके कारण लोगों को जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न होने जैसी और स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती है।

 

 

 

Read Next

क्या स्तनपान से थायराइड लेवल पर बुरा असर पड़ता है? डॉक्‍टर से जानें मांओं को जरूरी सावधान‍ियां

Disclaimer

TAGS