गर्मियों का मौसम शरीर के तापमान को तेजी से बढ़ा देता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं, जलन, अपच और पेट में गर्मी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। खासतौर पर तेज धूप और लगातार पसीना निकलने से शरीर में डिहाइड्रेशन के साथ-साथ पेट की गर्मी भी बढ़ जाती है। ऐसे में सिर्फ ठंडी चीजें खाना ही काफी नहीं होता, बल्कि शरीर को अंदर से ठंडा बनाए रखना भी जरूरी होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, योगासन और प्राणायाम शरीर की एनर्जी को संतुलित करने, पाचन को सुधारने और अंदरूनी गर्मी को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाते हैं। लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक की योग एक्सपर्ट डॉ प्रिया श्रीवास्तव ने बताया कि योग, शरीर में एक थेरेपी की तरह काम करता है। शीतली प्राणायाम, अनुलोम-विलोम और पवनमुक्तासन जैसे योग शरीर को ठंडा करने, पेट की गैस और एसिडिटी को कम करने और पेट की जलन से राहत देने में मदद करते हैं। यह तीनों योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शांति भी देते हैं। इस लेख में हम जानेंगे इन तीन योग आसनों के स्टेप्स, उनके फायदे और सावधानियों के बारे में, ताकि गर्मियों में आप खुद को अंदर से कूल और एक्टिव रख सकें।
1. शीतली प्राणायाम- Sheetali Pranayama
फायदे:
- शरीर की गर्मी को कम करता है।
- पेट की जलन और एसिडिटी से राहत मिलती है।
- स्ट्रेस के लक्षण और गुस्सा कम करने में मदद करता है।
कैसे करें?:
- एक आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं।
- जीभ को नली (पाइप) की तरह गोल कर बाहर निकालें।
- मुंह से धीरे-धीरे सांस लें और ठंडी हवा को महसूस करें।
- अब जीभ बंद करके नाक से सांस बाहर छोड़ें।
- यह प्रक्रिया 10 बार दोहराएं।
- जिन्हें ठंड या सर्दी हो, वे इस प्राणायाम से बचें।
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2. अनुलोम विलोम- Anulom Vilom
फायदे:
- पाचन क्रिया को संतुलित करता है।
- पेट की गर्मी और जलन में राहत मिलती है।
- मन को शांत करता है, जिससे तनाव के कारण पेट की समस्याएं जैसे एसिडिटी नहीं होती।
कैसे करें?:
- दाईं आंख को अंगूठे से बंद करें और बाईं ओर से सांस लें।
- फिर बाईं नासिका बंद कर दाईं से सांस छोड़ें।
- यही प्रक्रिया उलटकर दोहराएं।
- 5-10 मिनट तक करें।
- सांस को रोकने की कोशिश न करें। धीमी और गहरी श्वास लें।
3. पवनमुक्तासन- Pavanmuktasana
फायदे:
- पेट की गैस, जलन और गर्मी कम करता है।
- कब्ज और अपच से राहत मिलती है।
- आंतों की कार्यक्षमता भी सुधारती है।
कैसे करें?:
- पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैर मोड़ लें।
- घुटनों को सीने की ओर खींचें और हाथों से पकड़े रहें।
- सिर को ऊपर उठाकर घुटनों से मिलाएं।
- 20-30 सेकंड तक रहें, फिर धीरे से छोड़ दें।
- इसे 3-5 बार दोहराएं।
- गर्भवती महिलाएं या हाल ही में पेट की सर्जरी कराने वाले लोग यह आसन न करें।
गर्मियों में सिर्फ ठंडी चीजें खाना ही नहीं, बल्कि शरीर के अंदरूनी तापमान को कंट्रोल करना भी जरूरी है। शीतली प्राणायाम, अनुलोम-विलोम और पवनमुक्तासन जैसे योग, पेट की गर्मी को कम कर पाचन शक्ति बढ़ाते हैं। इन्हें रोजाना 15-20 मिनट देने से गर्मी के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।
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FAQ
पेट की गर्मी को तुरंत कैसे ठंडा करें?
पेट की गर्मी को तुरंत कम करने के लिए ठंडा पानी पिएं, बेल शरबत या सौंफ का पानी लें। दही या छाछ का सेवन करें और धूप से बचें।पेट में ज्यादा गर्मी होने के क्या लक्षण हैं?
ज्यादा गर्मी से पेट में जलन, एसिडिटी, मुंह में छाले, पेशाब में जलन, ज्यादा पसीना और बेचैनी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।कौन सी चीजें खाने से पेट ठंडा रहता है?
खीरा, तरबूज, पुदीना, नारियल पानी, दही, छाछ और बेल का शरबत जैसी ठंडी तासीर वाली चीजें पेट को ठंडा बनाए रखने में मदद करती हैं।
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