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स्ट्रेस और एंग्जाइटी होने पर नजर आते हैं ये 5 आम लक्षण, न करें नजरअंदाज

एंग्जायटी और स्ट्रेस के कई समान लक्षण होते हैं। इन लक्षणों में दोनों ही समस्याओं के बीच अंतर कर पाना मुश्किल हो सकता है।   
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स्ट्रेस और एंग्जाइटी होने पर नजर आते हैं ये 5 आम लक्षण, न करें नजरअंदाज


समय के साथ लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। आज के दौर में आपको लगातार नई चीजों के साथ अपडेट रहना पड़ता है। वहीं, काम के बढ़ते घंटे और शारीरिक गतिविधियों में कमी का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। यह प्रभाव शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से हो सकता है। बीते कुछ वर्षों से लोगों में स्ट्रेस और एंग्जायटी के मामलों में इजाफा हुआ है। आज यह एक सामान्य रोग बन चुका है। हांलाकि, एंग्जायटी और स्ट्रेस दो अलग-अलग तरह की समस्याएं हैं। लेकिन, इनके कुछ लक्षण समान होते हैं। ऐसे में इन दोनों ही स्थितियों के बीच अंतर कर पाना मुश्किल हो सकता है। इस लेख में आगे स्ट्रेस और एंग्जायटी के कुछ समान लक्षणों के बारे (Symptoms of Stress and Anxietyv) में बताया गया है। साथ ही, स्ट्रेस  और एंग्जायटी से बचाव के कुछ उपायों को भी आगे बताया गया है। 

स्ट्रेस और एंग्जायटी के समान लक्षण क्या हो सकते हैं? - Common Symptoms Of Stress And Anxiety In Hindi

स्ट्रेस का मतलब चिंता होता है। इस स्थिति में व्यक्ति भविष्य के बारे में बार-बार सोचने लगता है। साथ ही, उसे भविष्य के बारे में काम न हो पाने या कुछ गलत होने का डर हो सकता है। वहीं एंग्जायटी में व्यक्ति किसी कार्य को लेकर डर महसूस होता है, साथ ही, व्यक्ति को किसी स्थिति या घटना को लेकर घबराहट हो सकती है। आगे डॉ. पंकज वर्मा, सीनियर कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन, नारायणा अस्पताल से जानते हैं कि स्ट्रेस और एंग्जायटी के समान लक्षण क्या हो सकते हैं। साथ ही इनका बचाव कैसे किया जा सकता है। 

किसी के बारे अधिक सोचना

एंग्जायटी और स्ट्रेस के समान लक्षणों में व्यक्ति किसी वस्तु, घटना, व्यक्ति या कार्य के बारे में लगातार सोचने लगता है। इस दौरान व्यक्ति खुद को नकारात्मक विचारों के चक्र में फंसा हुआ महसूस करता है। ऐसे में व्यक्ति की मानसिक स्थिति लगातार खराब हो सकती है। इससे व्यक्ति खुद को भावनात्मक रूप से कमजोर महसूस करता है।

sign of stress and anxiety

सिर दर्द, थकान, सांस लेने में परेशानी 

एंग्जायटी और स्ट्रेस होने पर व्यक्ति को सिरदर्द, थकान, सांस लेने में परेशानी, मांसपेशियों में दर्द और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं। जब व्यक्ति को स्ट्रेस या एंग्जायटी होती है तो हार्मोनल बदलाव होता है, जो शारीरिक समस्याओं की वजह बन सकता है। 

नींद के पैटर्न में बदलाव

एंग्जायटी और स्ट्रेस होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से दबाव महसूस करता है। इसकी वजह से सोने में परेशानी होना या लेटते ही बैचेनी हो सकती है। ऐसे में व्यक्ति के स्लीप पैर्टन डिसटर्ब होने लगता है। वहीं, एंग्जायटी या स्ट्रेस अधिक होने पर कुछ लोगों को अनिद्रा की समस्या भी हो सकती है। 

चिड़चिड़ापन महसूस करना

स्ट्रेस और एंग्जायटी में व्यक्ति इमोशनली रूप खुद को अकेला महसूस करने लगता है। साथ ही, वह स्थिति को सुधार पाने में खुद को नाकाम समझने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को चिड़चिड़ापन हो सकता है। इसके अलावा, उसके मूड में तेजी से बदलाव होता है और वह घर के लोगों के साथ ही गुस्सा कर सकता है। 

कार्य में फोकस करने में परेशानी 

स्ट्रेस व एंग्जायटी के कारण व्यक्ति का मानसिक स्तर प्रभावित होता है। ऐसे में वह किसी भी कार्य में फोकस नहीं कर पाता है। इसकी वजह से कार्य समय पर न होन पाने की चिंता भी सताने लगती है। साथ ही, व्यक्ति के मन में एक साथ कई विचार आते हैं, जिसकी वजह से भी उसे फोकस करने में मुश्किल होती है।

एंग्जायटी और स्ट्रेस से बचाव कैसे करें - Prevention Tips Of Anxiety And Stress In Hindi 

  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इससे नींद के पैर्टन में सुधार होगा। 
  • सोने से पहले मोबाइल, कैफीन या कंप्यूटर पर ज्यादा समय न बिताएं। इससे सोते समय परेशानी हो सकती है। 
  • संतुलित आहार का सेवन करें। इससे विटामिन और मिनरल्स का स्तर बेहतर होगा। 
  • किसी भी विचार को दिमाग में न लाएं। घर के बाहर खुले और शांत माहौल में बैठें। 
  • सुबह के समय योगा व मेडिटेशन करें। इससे ब्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है और स्ट्रेस दूर होता है। 

इसे भी पढ़ें : एंग्जाइटी से हैं परेशान? जानें दूर करने के आसान टिप्स

एंग्जायटी और स्ट्रेस से दूर रहने के लिए आप दोस्तों के साथ समय बिताएं। साथ ही, भविष्य के बारे में ज्यादा विचार न करें। यदि, स्ट्रेस की वजह से सिर में तेज दर्द हो रहा है तो ऐसे में आप डॉक्टर से जांच कराएं। 

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