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ठंड के मौसम में बॉडी मसाज के लिए कौन सा तेल बेहतर, तिल का या नारियल का? आयुर्वेदाचार्य से जानें

जैसे ही ठंड का मौसम शुरू होता है, शरीर में वात दोष बढ़ने लगता है, ऐसे में शरीर को भीतर से पोषण और गर्माहट देने के लिए अभ्यंग यानी तेल मालिश बेहद लाभकारी मानी जाती है। यहां जानिए, सर्दियों में बॉडी मसाज के लिए कौन सा तेल बेहतर, तिल का या नारियल का?
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ठंड के मौसम में बॉडी मसाज के लिए कौन सा तेल बेहतर, तिल का या नारियल का? आयुर्वेदाचार्य से जानें


सर्दियों का मौसम आते ही सिर्फ कपड़ों की लेयरिंग ही नहीं बढ़ती, बल्कि स्किन की देखभाल (winter skincare) और शरीर की गर्माहट (body warmth) का ध्यान रखना भी जरूरी हो जाता है। ठंडी हवाएं जहां शरीर को सुस्त बना देती हैं, वहीं स्किन की नमी छीनकर उसे रूखी और बेजान बना देती हैं। ऐसे में आयुर्वेद हजारों साल पुरानी एक परंपरा की सलाह देता है 'अभ्यंग' यानी तेल मालिश (body massage with oil in winter)। यह सिर्फ रिलेक्सेशन का तरीका नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और सुंदरता बनाए रखने का भी तरीक है।

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि ठंड के मौसम में शरीर में वात दोष (Vata Dosha) बढ़ता है, जिसके कारण जोड़ों में दर्द, स्किन की ड्राईनेस और थकान जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में अभ्यंग यानी रोजाना तेल मालिश करने से वात शांत होता है, रक्त संचार सुधरता है और शरीर में गर्माहट बनी रहती है। अब सवाल यह उठता है कि सर्दियों में कौन सा तेल बॉडी मसाज के लिए सबसे बेहतर (which oil is best for body massage in winter) माना जाए, तिल का तेल (Sesame oil) या नारियल तेल (Coconut oil)? इस बारे में सही जानकारी के लिए हमने, सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-

सर्दियों में मसाज के लिए कौन सा तेल बेहतर - Sesame Oil Vs Coconut Oil For Winter Body Massage

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं, ''ठंड के मौसम में व्यक्ति को नियमित रूप से अभ्यंग शुरू कर देना चाहिए। यह न केवल स्किन की ड्राईनेस कम करता है बल्कि शरीर में रक्त संचार को भी बढ़ाता है, मांसपेशियों को मजबूती देता है और मन को शांति प्रदान करता है। आयुर्वेद में तिल का तेल (Sesame oil) को सबसे उत्तम माना गया है, खासकर सर्दियों में। यह तेल स्वभाव से गर्म होता है और वात शामक माना जाता है। वात दोष ठंडा और शुष्क होता है, इसलिए इसे संतुलित करने के लिए तिल का तेल आदर्श विकल्प है।''

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डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि तिल का तेल त्वचा में गहराई तक अवशोषित होकर स्किन को पोषण देता है। यह मांसपेशियों को ताकत देता है और जोड़ों की जकड़न को कम करता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, तिल का तेल वाजीकर (ऊर्जावर्धक), मांसपेशी पोषक और त्वचा को कोमल बनाने वाला होता है।

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sesame oil vs coconut oil

तिल के तेल के फायदे - Benefits of Sesame Oil

  • स्किन की ड्राईनेस और खुरदरापन दूर करता है।
  • शरीर को भीतर से गर्म रखता है।
  • मांसपेशियों की जकड़न और जोड़ों के दर्द को कम करता है।
  • नियमित मसाज से नींद अच्छी आती है और तनाव कम होता है।
  • रक्त संचार बेहतर बनाता है और इम्यूनिटी को सपोर्ट करता है।

तिल के तेल की मालिश कैसे करें? - How to massage with sesame oil

तिल तेल को हल्का गर्म कर लें और पूरे शरीर पर हल्के हाथों से गोलाकार गति में मालिश करें। इसके बाद ताजे पानी से स्नान करें, यह प्रक्रिया न केवल स्किन को मॉइश्चराइज करती है बल्कि शरीर को गहराई तक रिलैक्स करती है।

निष्कर्ष

सर्दियों के मौसम में शरीर की देखभाल के लिए तिल तेल से अभ्यंग सबसे उत्तम माना गया है। यह शरीर को भीतर से गर्म रखता है, वात दोष को संतुलित करता है और त्वचा को पोषण देता है। जबकि नारियल तेल गर्मी के मौसम के लिए अधिक उपयुक्त है। इसलिए अगर आप ठंड के मौसम में स्किन को ड्राईनेस और दर्द से बचाना चाहते हैं, तो तिल के तेल की नियमित मालिश आपकी सबसे अच्छी देसी थेरेपी हो सकती है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • क्या तिल का तेल हर स्किन टाइप के लिए सही है?

    तिल तेल सामान्य से लेकर ड्राई स्किन वालों के लिए सबसे उपयुक्त है। हालांकि, जिनकी स्किन बहुत ऑयली या सेंसिटिव है, वे इसे नारियल के साथ मिलाकर प्रयोग कर सकते हैं।
  • क्या तिल तेल से किसी को एलर्जी हो सकती है?

    आमतौर पर तिल तेल सुरक्षित माना जाता है, लेकिन यदि किसी को तिल से एलर्जी है या त्वचा पर जलन या खुजली महसूस हो तो इसका प्रयोग बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • क्या रोजाना बॉडी मसाज करना सही है?

    रोजाना 10-15 मिनट की हल्की मसाज करने से शरीर में रक्त संचार यानी ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, तनाव कम होता है और मसल्स रिलैक्स रहती हैं। हालांकि, यदि किसी को त्वचा संबंधी रोग या चोट है तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 28, 2025 06:41 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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