आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कमर दर्द एक आम समस्या बन गई है। गलत तरीके से बैठने, ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में काम करने, भारी सामान उठाने या फिर उम्र बढ़ने के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। कमर दर्द को दूर करने के लिए कई तरह की दवाएं और थेरेपी मौजूद हैं, लेकिन घरेलू नुस्खों में तिल का तेल (Sesame Oil) एक बेहतरीन और प्राकृतिक उपाय माना जाता है। आयुर्वेद में तिल के तेल का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों को आराम देने और सूजन कम करने में मदद करते हैं। तिल का तेल शरीर को अंदरूनी गर्मी देता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है। खासकर ठंड के मौसम में यह तेल मांसपेशियों की जकड़न को दूर करने में बेहद फायदेमंद होता है। अगर आप लंबे समय से कमर दर्द से परेशान हैं, तो नियमित रूप से तिल के तेल की सही तरीके से मालिश करने से आपको फर्क महसूस होगा। आइए, अब विस्तार से जानते हैं कि तिल के तेल को कमर दर्द के लिए कैसे इस्तेमाल करें और इसके अन्य फायदे क्या हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
तिल का तेल कमर दर्द में क्यों असरदार है?- Why is Sesame Oil Effective For Back Pain
तिल के तेल में प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट, ओमेगा-6 फैटी एसिड और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो नसों को रिलैक्स करने और कमर के दर्द को कम करने में मदद करता है। यह जोड़ों में अकड़न को दूर करता है और मांसपेशियों में लचीलापन बनाए रखता है। तिल का तेल नसों में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे मांसपेशियों का दर्द कम होता है।
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कमर दर्द के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें?- How to Use Sesame Oil For Back Pain Relief
तेल को गुनगुना करके मालिश करें
तिल के तेल को हल्का गर्म करें और कमर पर हल्के हाथों से मालिश करें। इससे तेल त्वचा में अच्छी तरह से समा जाता है और दर्द में राहत मिलती है।
तिल के तेल में लहसुन को मिलाकर लगाएं
2-3 लहसुन की कलियां, तिल के तेल में डालकर गर्म करें और इससे मालिश करें। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दर्द को तेजी से कम करते हैं।
सरसों के तेल को मिलाकर लगाएं
सरसों का तेल और तिल का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से मांसपेशियों को फायदा मिलता है।
रात को सोने से पहले तेल का इस्तेमाल करें
तिल के तेल की मालिश करने से, रात को करने से मांसपेशियां पूरी तरह से आराम कर पाती हैं और दर्द में कमी महसूस होती है।
गर्म पानी से सिंकाई करें
तिल के तेल की मालिश के बाद गर्म पानी की थैली से सिंकाई करने से तेल त्वचा में अंदर तक पहुंचता है और असर जल्दी दिखता है।
तेल को कब और कितनी बार लगाना चाहिए?
- हल्के कमर दर्द के लिए रोजाना 10-15 मिनट मालिश करें।
- अगर दर्द ज्यादा है, तो दिन में दो बार मालिश करें।
- एक हफ्ते तक नियमित मालिश करने पर सुधार दिखने लगेगा।
किन लोगों को तिल के तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए?
- जिन लोगों को तिल से एलर्जी है, वे इसे न लगाएं।
- गर्मी के मौसम में इसे बहुत ज्यादा मात्रा में लगाने से बचें।
तिल का तेल एक प्राकृतिक और असरदार उपाय है, जो कमर दर्द को दूर करने में मदद करता है। सही तरीके से और नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से न केवल दर्द में राहत मिलती है, बल्कि मांसपेशियों को मजबूती भी मिलती है।
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