What Causes Joint Stiffness: बढ़ती उम्र के कारण जोड़ों और हड्डियों से जुड़ी परेशानियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा खराब खानपान और असंतुलित जीवनशैली के कारण भी हड्डियों से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी परेशानियों को नजरअंदाज करने से आप आगे चलकर गंभीर रूप से इसका शिकार हो सकते हैं। सुबह सोकर उठने पर जोड़ों में दर्द और अकड़न सामान्य नहीं है और इसे भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जोड़ों में अकड़न कई गंभीर समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं जोड़ों में अकड़न के कारण और इससे बचाव के टिप्स।
जोड़ों में अकड़न इन बीमारियों का हो सकता है संकेत- What Causes Joint Stiffness in Hindi
शरीर में कैल्शियम, विटामिन डी समेत कुछ पोषक तत्वों की कमी, गठिया या अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के कारण जोड़ों में अकड़न की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। जोड़ों में अकड़न को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "जोड़ों में अकड़न की समस्या के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। गठिया, अर्थराइटिस, ऑस्टियोअर्थराइटिस समेत कई बीमारियों और शरीर में विटामिन डी व कैल्शियम की कमी के कारण जोड़ों में दर्द और अकड़न का खतरा रहता है। इस स्थिति में सही समय पर इलाज लेने से आप गंभीर रूप से इसका शिकार होने से बच सकते हैं।
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जोड़ों में अकड़न शरीर में पनप रही इन समस्याओं का संकेत हो सकती है-
- विटामिन डी की कमी
- शरीर में कैल्शियम की कमी
- गठिया की बीमारी
- अर्थराइटिस के कारण
- ऑस्टियोअर्थराइटिस के कारण
- हड्डियों की पुरानी चोट
- ऑस्टियोपोरोसिस की वजह से
- बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण
- जोड़ों के बीच ग्रीस खत्म होना
- यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
जोड़ों में अकड़न से बचाव के टिप्स- Tips To Prevent Joint Stiffness in Hindi
जोड़ों में अकड़न की समस्या से बचाव के लिए सबसे पहले हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए। डाइट में विटामिन डी और कैल्शियम से युक्त फूड्स को शामिल करने से इस परेशानी के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग का अभ्यास करने से भी आपको इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।
अगर जोड़ों में दर्द और अकड़न की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, तो इसे नजरअंदाज करने से बचें। सही समय पर डॉक्टर की सलाह लेकर जांच कराने से बीमारी का पता चलेगा। इसके बाद ठीक ढंग से इलाज लेने से आप इसकी वजह से होने वाली गंभीर परेशानियों से बच सकते हैं। इस स्थिति को नजरअंदाज करने से आगे चलकर गंभीर परेशानियों का खतरा रहता है।
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