Age Ke Hisab Se Blood Pressure Kitna Hona Chahiye: आज के समय में भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण ज्यादा लोग अनहेल्दी खानपान करते हैं और स्ट्रेस में रहते हैं। जिसके कारण लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें कई बार लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर की समस्या में शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के अनियंत्रित होने की परेशानी होती है, जिसके कारण लोगों को कई अन्य गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही, इसके कारण हार्ट पर भी दबाव पड़ता है। बता दें, शरीर में जब ब्लड सर्कुलेशन नॉर्मल रहता है, तो ब्लड प्रेशर का स्तर भी नॉर्मल रहता है। ऐसे में अनियंत्रित खानपान, फिजिकल एक्टिविटिज की कमी होने या स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के कारण ब्लड प्रेशर की स्थिति और भी खराब हो सकती है। ब्लड प्रेशर की बीमारी 2 तरह की होती हैं, जिसको हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप (Hypertension or High BP) और लो ब्लड प्रेशर (Hypotension or Low BP) कहा जाता है, जिनके कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए अपोलो अस्पताल दिल्ली के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ के के कपूर (Dr KK Kapoor, Senior Cardiologist, Apollo Hospital, Delhi) से जानें किस उम्र में कितना ब्लड प्रेशर होने नॉर्मल है?
कितने प्रकार की होती है ब्लड प्रेशर की समस्या? (Blood Pressure Types)
शरीर में रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर की समस्या मुख्य रूप से 2 तरह की होती है। जब आपके शरीर में कुछ कारणों से हृदय की धमनियों से अधिक रक्त पंप होता है तो इसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहा जाता है। वहीं अगर शरीर में ब्लड प्रेशर का रेंज सामान्य से कम हो जाता है तो इसे लो ब्लड प्रेशर की समस्या माना जाता है। ब्लड प्रेशर में असंतुलन होने पर हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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कितनी होती है हाई और लो ब्लड प्रेशर की रीडिंग?
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
- सिस्टोलिक - 130 से 139 mm Hg के बीच
- डायास्टोलिक - 80 से 90 mm Hg के बीच
लो ब्लड प्रेशर
- सिस्टोलिक - 90 mm Hg से कम
- डायास्टोलिक - 60 mm Hg से कम
सामान्य ब्लड प्रेशर
- सिस्टोलिक - 120 mmHg
- डायास्टोलिक - 80 mm Hg

किस उम्र में कितना होना चाहिए ब्लड प्रेशर? - Age Ke Hisab Se Blood Pressure Kitna Hona Chahiye In Hindi
ब्लड प्रेशर की माप दो तरह की आंकड़ों के हिसाब से की जाती है। ब्लड प्रेशर की जांचकरने के लिए सिस्टोलिक और डायस्टोलिक आंकड़ों को देखा जाता है। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर में आपका हृदय धड़कन के बाद शरीर के सारे अंगों में खून को पंप करता है और डायस्टोलिक बीपी में आपका हृदय वापस ब्लड पंप करने के बाद शिथिल की स्थिति में होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक महिला और पुरुष दोनों में उम्र के हिसाब से नॉर्मल बीपी का रेंज इस हिसाब से होना चाहिए।
पुरुषों में उम्र के हिसाब से नॉर्मल बीपी (Normal BP Range Age Wise In Male)
- 21 से 25 साल : SBP 120.5 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 26 से 30 साल: SBP 119.5 mm Hg और DBP 76.5 mm Hg
- 31 से 35 साल: SBP 114.5 mm Hg और DBP 75.5 mm Hg
- 36 से 40 साल: SBP 115.5 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 41 से 45 साल: SBP 115.5 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 46 से 50 साल: SBP 119.5 mm Hg और DBP 80.5 mm Hg
- 51 से 55 साल: SBP 125.5 mm Hg और DBP 80.5 mm Hg
- 56 से 60 साल: SBP 129.5 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 61 से 65 साल: या उससे अधिक: SBP 143.5 mm Hg और DBP 76.5 mm Hg

महिलाओं में उम्र के हिसाब से नॉर्मल बीपी रेंज (Normal BP Range Age Wise In Female)
- 21 से 25 साल : SBP 115.5 mm Hg और DBP 70.5 mm Hg
- 26 से 30 साल: SBP 113.5 mm Hg और DBP 71.5 mm Hg
- 31 से 35 साल: SBP 110.5 mm Hg और DBP 72.5 mm Hg
- 36 से 40 साल: SBP 112.5 mm Hg और DBP 74.5 mm Hg
- 41 से 45 साल: SBP 116.5 mm Hg और DBP 73.5 mm Hg
- 46 से 50 साल: SBP 124 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 51 से 55 साल: SBP 122.55 mm Hg और DBP 74.5 mm Hg
- 56 से 60 साल: SBP 132.5 mm Hg और DBP 78.5 mm Hg
- 61 से 65 साल: या उससे अधिक: SBP 130.5 mm Hg और DBP 77.5 mm Hg
* SPB - सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर
* DBP - डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर
ये आंकड़े पुरुषों और महिलाओं में उम्र के हिसाब से नॉर्मल माने जाते हैं। कई बार कुछ कारणों से ये आंकड़े घट और बढ़ भी सकते हैं।
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हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण - High Blood Pressure Ke Lakshan
- सांस लेने में परेशानी होने
- नाक से खून आना
- चक्कर आने
- बेचैनी महसूस होना
- सीने में तेज दर्द होना
- बार-बार यूरिन आने
- आंखों के लाल होने
- जी मिचलाने या उल्टी आने
- धुंधला दिखना
लो ब्लड प्रेशर के लक्षण - Low Blood Pressure Ke Lakshan Kya Hote Hain
- चक्कर आने
- बेहोशी आने
- धुंधला दिखने
- उल्टी या मतली होने
- कमजोरी या थकान महसूस होने
- तेजी से सांस आने
- त्वचा ठंडी और पीली पड़ने
ब्लड प्रेशर से बचने के लिए क्या करें? - How to Prevent Blood Pressure Problem In Hindi
- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर बैलेंस डाइट लें।
- इसके लिए डाइट में नमक यानी सोडियम की मात्रा को सीमित करते हुए, पोटैशियम युक्त फूड का मात्रा बढ़ाएं।
- लो फैट फूड्स को डाइट में शामिल करें। इसके अलावा, फल और सब्जियों को भी डाइट में शामिल करें।
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- शरीर में ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें और फिजिकल एक्टिविटिज को बढ़ावा दें।
- शरीर में ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखें। इसके लिए नियमित से दिन में 7-8 गिलास पानी पिएं। ऐसा करने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
- ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित लोगों को वजन को हमेशा नियंत्रित रखने की कोशिश करनी चाहिए। मोटापा या अधिक वजन होने के कारण हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ सकता है।
- जंक फूड, प्रोस्सेड फूड या कार्बोहाइड्रेट्स से युक्त फूड्स का सेवन करने से बचें।
- ब्लड प्रेशर के स्तर को कंट्रोल रखने के लिए अल्कोहल का सेवन करने और स्मोकिंग से बचें। इनके कारण ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ावा मिलता है।
- दिनभर में छोटे-छोटे पोर्शन में खाना खाएं, एक साथ ज्यादा खाना खाने से बचें।
- स्ट्रेस और चिंता जैसी मानसिक स्थितियों से बचें। इसके लिए नियमित रूप से योग और मेडिटेशन करें।
- किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें। ऐसा करने से स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ सकती है।
निष्कर्ष
उम्र के हिसाब से कितना ब्लड प्रेशर का स्तर नॉर्मल होता है, यह चार्ट में देखा जा सकता है। शरीर में ब्लड प्रेशर की रीडिंग में कई कारणों से बदलाव आ सकते हैं। ऐसे में ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए लेख में बताए गए उपायों को अपनाया जा सकता है। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर के अनिंयत्रित होने या स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
बीपी बढ़ने के क्या कारण हैं?
सोडियम से युक्त फूड खाने, अल्कोहल का अधिक सेवन करने, स्मोकिंग करने, अधिक स्ट्रेस में रहने, एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी न करने और मोटापे जैसी समस्याओं के कारण लोगों को ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।हाई बीपी में क्या नहीं खाना चाहिए?
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित लोगों को प्रोस्सेड फूड, चिप्स, नमकीन, केक, पेस्ट्री, कैंडी, प्रोसेस्ड मीट, पैकेज्ड फूड्स, बर्गर और पिज्जा जैसे फूड्स को खाने से बचना चाहिए। इसके कारण ब्लड प्रेशर की स्थिति और खराब हो सकती है।क्या खाने से ब्लड प्रेशर ठीक रहता है?
ब्लड प्रेशर के स्तर को बैलेंस रखने के लिए विटामिन्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर फल, सब्जियों, साबुत अनाज, लो फैट फूड्स और हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स को खाना फायदेमंद है। इनसे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के साथ-साथ हार्ट को हेल्दी रखने में भी मदद मिलती है।