आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब खानपान, अनियमित दिनचर्या, नींद की कमी और तनाव जैसी चीजें हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं। इन्हीं कारणों की वजह से सिरदर्द और चक्कर आना अब आम स्वास्थ्य समस्याओं में शुमार हो गया है। पहले यह समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखी जाती थी, लेकिन अब युवाओं और यहां तक कि किशोरों में भी सिर भारी लगना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना और अचानक चक्कर आना जैसी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं। सिर में दर्द और चक्कर आना केवल थकावट या भूख लगने का संकेत नहीं होते, बल्कि इसके पीछे कई बार गंभीर कारण भी छिपे हो सकते हैं।
अगर यह समस्या बार-बार हो रही है या इसके साथ उल्टी, धुंधलापन, हाथ-पैर सुन्न होना या संतुलन बिगड़ने जैसे लक्षण हैं, तो इसे हल्के में बिलकुल न लें। यह संकेत हो सकता है कि शरीर किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर रहा है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि समय रहते सही कारण को पहचाना जाए और डॉक्टर की सलाह से इलाज किया जाए। इस लेख में हम एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से विस्तार से जानेंगे कि सिर में दर्द और चक्कर आने के संभावित कारण क्या हो सकते हैं और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
सिर में दर्द और चक्कर आने के क्या कारण हैं? - Causes Of Headache And Dizziness
1. तनाव और मानसिक थकान
सिर में दर्द और चक्कर आने के सबसे आम कारणों में से एक है तनाव। मानसिक दबाव, ओवरथिंकिंग, काम का प्रेशर या नींद पूरी न होना सिर दर्द के साथ चक्कर आने का कारण (sir dard aur chakkar aane ke karan) बन सकता है। तनाव के समय ब्रेन में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे सिर भारी महसूस होता है और संतुलन बिगड़ सकता है।
क्या करें: ध्यान, मेडिटेशन, गहरी सांस लेना और पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है। दिन में कुछ मिनट के ब्रेक लेना और खुद को रिलैक्स करना फायदेमंद होता है।
2. डिहाइड्रेशन
अगर शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो यह सिर दर्द और चक्कर का बड़ा कारण बनता है। खासकर गर्मियों में ज्यादा पसीना निकलने पर और पर्याप्त पानी न पीने पर यह समस्या बढ़ जाती है।
क्या करें: दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी भी शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं।
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3. लो ब्लड प्रेशर
लो बीपी की स्थिति में ब्रेन को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे चक्कर आ सकते हैं। साथ ही आंखों के आगे अंधेरा छा जाना और थकान भी महसूस हो सकती है। लो ब्लड प्रेशर की स्थिति में कमजोरी, धड़कन तेज होना, ठंडा पसीना आना जैसी दिक्कतें होती हैं।
क्या करें: नमक का सेवन बढ़ाएं, पानी में थोड़ा नमक और शुगर मिलाकर पिएं। डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।
4. हाई ब्लड प्रेशर
हाई बीपी भी सिर में तेज दर्द और चक्कर का कारण बन सकता है, खासकर अगर ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हो जाए तो स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
क्या करें: बीपी रेगुलर चेक कराएं और डॉक्टर की सलाह से दवा लें। खाने में नमक कम करें और स्ट्रेस न लें।
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5. सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस
गर्दन की हड्डियों में दिक्कत होने पर नसों पर दबाव पड़ता है जिससे सिर दर्द और चक्कर आ सकते हैं। यह समस्या कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने वालों में ज्यादा होती है।
क्या करें: गर्दन के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, पोश्चर सही रखें और तकिए का सही इस्तेमाल करें।
6. माइग्रेन
माइग्रेन में सिर के एक तरफ तेज दर्द होता है और कई बार इसके साथ चक्कर आना, उल्टी जैसा मन और रोशनी से परेशानी भी होती है। यह न्यूरोलॉजिकल स्थिति होती है।
क्या करें: ट्रिगर करने वाले फूड्स से बचें जैसे चॉकलेट, पनीर, कैफीन। डॉक्टर की सलाह से मेडिकेशन लें।
7. कान की बीमारी
कान का संतुलन बनाए रखने वाला हिस्सा अगर इंफेक्टेड हो जाए या सूज जाए तो वर्टिगो यानी चक्कर आने की समस्या होती है।
क्या करें: ईएनटी डॉक्टर से जांच कराएं, दवाएं और कभी-कभी फिजियोथेरेपी की जरूरत पड़ती है।
डॉक्टर से कब मिलें?
- अगर चक्कर के साथ उल्टी, बेहोशी, बोलने में दिक्कत हो
- सिर दर्द बहुत तेज हो और बार-बार हो
- देखने में दिक्कत हो या चलने में असंतुलन महसूस हो
निष्कर्ष
सिर में दर्द और चक्कर आना आम लगने वाली समस्या हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके पीछे शरीर की कोई गंभीर समस्या भी छिपी हो सकती है। सही समय पर जांच और इलाज से इसे रोका जा सकता है। साथ ही, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर आप इन समस्याओं से काफी हद तक बच सकते हैं। अगर आपको बार-बार सिर दर्द और चक्कर की समस्या हो रही है तो घरेलू उपायों के बजाय डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
सिर दर्द कब गंभीर होता है?
सिर दर्द तब गंभीर माना जाता है जब यह बार-बार हो, सामान्य दर्द से अलग महसूस हो या अचानक बहुत तेज हो जाए। यदि सिर दर्द के साथ चक्कर आना, उल्टी, बोलने या देखने में दिक्कत, चेहरे या शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन, चलने में असंतुलन या बेहोशी जैसी समस्याएं जुड़ जाएं, तो यह ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक या मस्तिष्क में ब्लीडिंग जैसे गंभीर रोगों का संकेत हो सकता है। अगर दर्द लगातार बना रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।