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50 से अधिक उम्र की महिलाओं को हो सकता है हाइपनिक सिरदर्द, जानें इसके कारण और लक्षण

सिरदर्द एक आम समस्या मानी जाती है। लेकिन, कुछ महिलाओं को 50 के बाद अक्सर सिरदर्द रहता है। यह हाइपनिक सिरदर्द का संकेत हो सकता है। आगे जानते हैं हाइपनिक सिरदर्द के कारण और लक्षण के बारे में।
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50 से अधिक उम्र की महिलाओं को हो सकता है हाइपनिक सिरदर्द, जानें इसके कारण और लक्षण

सिरदर्द एक ऐसी आम समस्या है जो हर किसी को किसी न किसी समय महसूस हुई होगी। सिरदर्द के कई प्रकार होते है। सिरदर्द के इन प्रकारों में हाइपनिक सिरदर्द (Hypnic Headache) को भी शामिल कर सकते हैं। यह एक एक दुर्लभ और कम पहचानी जाने वाली समस्या है, जो विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को प्रभावित करती है। यह सिरदर्द नींद के दौरान अचानक उठकर होता है और इस कारण से इसे “अलार्म क्लॉक हेडेक” (Alarm Clock Headache) भी कहा जाता है। यह सिरदर्द न केवल नींद को बाधित करता है बल्कि जीवन की क्वालिटी को भी प्रभावित कर सकता है। इस लेख में अपोलो स्पेक्ट्रा के इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ अदित्या देशमुख से जानते हैं कि हाइपनिक हेडेक क्या होता है, इसके मुख्य कारण क्या हैं, और इसके लक्षण महिलाओं में कैसे प्रकट होते हैं?

हाइप्निक हेडेक क्या है? - What Is Hypnic Headache In Hindi 

हाइप्निक हेडेक एक प्रकार का प्राथमिक सिरदर्द है, जो केवल नींद के दौरान होता है और नींद से अचानक जगाता है। यह सिरदर्द आमतौर पर हर रात एक ही समय पर होता है और 15 मिनट से लेकर 3 घंटे तक रह सकता है। यह सिरदर्द किसी अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण नहीं होता, इसलिए इसे प्राथमिक सिरदर्द की श्रेणी में रखा गया है।

किन महिलाओं को होता है अधिक खतरा? 

  • 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं
  • जिनका हॉर्मोनल संतुलन बदल रहा हो (रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज के बाद)
  • जिन्हें पहले से माइग्रेन या अन्य सिरदर्द की समस्या रही हो
  • जिनकी नींद की गुणवत्ता खराब हो आदि।

हाइपनिक सिरदर्द पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज़्यादा देखा गया है, खासकर 50 वर्ष के बाद, जब शरीर में प्राकृतिक रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन की मात्रा घटने लगती है।

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हाइपनिक सिरदर्द के लक्षण - Symptoms Of Hypnic Headache In Hindi

हाइपनिक सिरदर्द के लक्षणों को पहचानना इसलिए ज़रूरी है ताकि इसका सही समय पर इलाज किया जा सके। इसके कुछ लक्षणों को आगे बताया गया है। 

  • यह सिरदर्द नींद में अचानक उठकर होता है, अधिकतर रात को 1 से 3 बजे के बीच।
  • सिरदर्द हल्का से मध्यम या कभी-कभी तेज भी हो सकता है। यह सिर के दोनों ओर या किसी एक तरफ भी हो सकता है।
  • यह सिरदर्द 15 मिनट से लेकर 3 घंटे तक रह सकता है।
  • यह सिरदर्द अक्सर रोज एक ही समय पर होता है।
  • लगातार नींद टूटने के कारण दिन भर थकान, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी हो सकती है।

हाइपनिक सिरदर्द के कारण - Causes Of Hypnic Headache In Hindi 

हालांकि हाइपनिक सिरदर्द के सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हैं, फिर भी कुछ संभावित कारण सामने आए हैं:

हार्मोनल परिवर्तन

50 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं में मेनोपॉज के कारण हार्मोनल बदलाव होते हैं। एस्ट्रोजन की कमी मस्तिष्क के न्यूरोकेमिकल बैलेंस को प्रभावित करती है, जिससे सिरदर्द की संभावना बढ़ जाती है।

स्लीप साइकिल में गड़बड़ी

हाइपनिक हेडेक आमतौर पर नींद के विशेष चरण (REM या Non-REM) के दौरान होता है। नींद का यह चक्र यदि बाधित हो जाए तो सिरदर्द की आशंका बढ़ सकती है।

मेलाटोनिन का स्तर

मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो नींद को नियंत्रित करता है। उम्र बढ़ने पर इसका स्तर घटने लगता है, जिससे नींद की गुणवत्ता और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है।

कैफीन की कमी

कुछ मामलों में यह पाया गया है कि नियमित रूप से कैफीन लेने वाले लोग अगर एक दिन भी बिना कैफीन के रहते हैं, तो उन्हें हाइपनिक हेडेक हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं में सिर दर्द का कारण : महिलाओं में सिर दर्द का कारण हो सकता है हार्मोनल बदलाव, डॉक्टर से जानें उपाय

50 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं में होने वाला हाइपनिक सिरदर्द एक गंभीर लेकिन कम पहचानी जाने वाली समस्या है। इसे समझना और सही समय पर इलाज लेना बेहद जरूरी है। हार्मोनल बदलाव, नींद की गड़बड़ी और तनाव जैसे कारण इसका कारण बन सकते सकते हैं। यदि आप या आपकी कोई परिचित इस तरह के लक्षणों से गुजर रही हैं, तो जल्द से जल्द किसी न्यूरोलॉजिस्ट या स्लीप स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। इससे बचने के लिए आप हेल्दी डाइट लें और लाइफस्टाइल में आवश्यक बदलाव करें। 

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