How To Know If My Head Pain Is Serious In Hindi: सिरदर्द को शायद ही कोई व्यक्ति गंभीरता से लेता है। आमतौर पर हमारे यहां किसी को सिरदर्द होता है, तो वह चाय पी लेता है, थोड़ी देर आराम कर लेता है और कोई भी बाजार में उपलब्ध दवाई ले लेता है। जबकि, सिरदर्द को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। हालांकि, सिरदर्द अपने आप में कोई गंभीर समस्या नहीं है। कई बार सिरदर्द का कारण बहुत सामान्य होता है, जैसे रात को अच्छी नींद न लेना, लंबे समय तक किताब पढ़ना आदि। वहीं, कभी-कभी सिरदर्द होने का कारण बहुत गंभीर होता है। इसलिए, सिरदर्द को कब सीरियसली लेना है, इस बारे में आपको पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए। यहां हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है। ये संकेत और लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। इस बारे में हमने फरीदाबाद स्थित फोर्टिस अस्पताल में डायरेक्टर-न्यूरोलॉजी डॉ. विनीत बंगा से बात की।
गंभीर सिरदर्द होने के संकेत- How To Know If My Head Pain Is Serious In Hindi
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अचानक और तेज दर्द शुरू होना
यूं तो लंबे समय तक किसी चीज पर फोकस करने, किसी बात को लेकर परेशान होने पर अक्सर सिरदर्द की समस्या हो जाती है। थोड़ा रेस्ट करने से यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति को अचानक तेज सिरदर्द होने लगे, तो यह सही नहीं है। अगर सिरदर्द असहनीय है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज करवाएं।
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चोट लगने के बाद हो रहा सिरदर्द
चोट लगने के बाद कुछ देर के लिए प्रभावित हिस्से में दर्द होता है। कई बार सूजन आ जाती है और रेडनेस भी छा जाती है। वहीं, अगर चोट इतनी गंभीर है कि दर्द बहुत तेज हो रहा है और सहा नहीं जा रहा है, तो इस संबंध में आपको एक्सपर्ट से संपर्क कर अपनी जांच करवानी चाहिए। कई बार सिर पर लगी चोट बहुत गंभीर होती है और इंटरनल ब्लीडिंग का कारण भी हो सकता है।
दवा लेने पर भी दर्द सही न हो
अगर सिरदर्द के बाद आपने दवा ली है, लेकिन इसके बावजूद आराम न आए बेहतर है कि आप इस संबंध में लापरवाही न करें। वैसे तो ऐसा उन लोगों के साथ अधिक होता है, जो सिरदर्द होते ही अक्सर दवा ले लेते हैं। इसके अलावा, सिरदर्द होने की मूल वजह का ट्रीटमेंट किया जाना जरूरी है। सिर्फ दवा लेने से सिरदर्द की समस्या का इलाज नहीं होता है।
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न्यूरोलॉजिकल समस्या के साथ सिरदर्द
अगर सिरदर्द होने के साथ-साथ कुछ न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो रही हैं, जैसे याददाश्त का कमजोर होना, बैलेंस बना पाने में असमर्थ होना, हाथ और पैरों को मूव करने में दिक्कत आना। इस तरह का कोई भी लक्षण नजर आए, तो इसकी अनदेखी न करें। ये संकेत किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर रहे हैं। इस तरह के लक्षण नजर आने पर जितना जल्दी संभव हो, उतना जल्दी डॉक्टर के पास जाएं।
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सिरदर्द के साथ कमजोरी होना
अगर सिरदर्द होने के साथ-साथ कमजोरी, थकान, बोलन में दिक्कत और धुंधला नजर आना जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो इसे भी नजरअंदाज किया जाना सही नहीं है। ये सब कई तरह की बीमारियों का संकेत हो सकता है, जैसे मेनिनजाइटिस। यह समस्या तब होती है, जब ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड के आसपास मौजूद टिश्यूज में सूजन आ जाती है। मैनिनजाइटिस जैसी समस्या बैक्टीरियल, फंगल और पैरासाइटिक संक्रमण की वजह से हो सकता है।