Link Between Hypertension and Heart Disease: आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, खानपान और खराब जीवनशैली के कारण हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक (Heart Attack Case in India) की चपेट में आते हैं। हैरानी की बात तो ये है कि साल-दर-साल भारत में हार्ट अटैक के आंकड़े का ग्राफ ऊपर ही जा रहा है। हार्ट अटैक आने का सबसे बड़ा कारण है हाइपरटेंशन यानी की हाई ब्लड प्रेशर(High Blood Pressure)।
हाइपरटेंशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day 2025) मनाया जाता है। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक (Connection between Hypertension and Heart Disease) के बीच क्या कनेक्शन है। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित अपोलो हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बी.वी.ए. रंगा रेड्डी (Dr. BVA Ranga Reddy, Consultant Cardiologist, Apollo Hospitals, Jubilee Hills, Hyderabad) से बात की।
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हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक क्या है- What is hypertension and heart attack
डॉ. बी.वी.ए. रंगा रेड्डी के अनुसार, हाइपरटेंशन वह स्थिति है, जब किसी व्यक्ति के ब्लड सेल्स में खून का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। जब खून लगातार तेज दबाव के साथ नसों में बहता है, तो यह दिल और सेल्स पर अतिरिक्त दवाब डालता है। अगर ये स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो हार्ट पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। वहीं, जब हम हार्ट अटैक की बात करते हैं, तो तब होता है जब दिल की किसी धमनियों में खून का प्रवाह अचानक रुक जाता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिलती और वह हिस्सा तुरंत डैमेज हो जाता है। हार्ट अटैक की स्थित में व्यक्ति अपनी सुद खो देता है और उसे तुरंत इलाज न मिले, तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
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हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक का कनेक्शन- Connection between Hypertension and Heart Disease
- हाइपरटेंशन में ब्लड सेल्स सामान्य से ज्यादा कठोर और संकरी हो जाती है। इसकी वजह से ब्लड सेल्स में प्लाक जमने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इससे हार्ट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- डॉ. बी.वी.ए. रंगा रेड्डी का कहना है कि ब्लड प्रेशर ज्यादा होता है, तो दिल को पंप करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इससे दिल तक पहुंचने वाली मांसपेशियां मोटी हो जाती हैं और समय के साथ धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगती हैं। इस तरह एक समय ऐसा आता है, जब हार्ट अटैक का खतरा कई गुणा बढ़ता है।
- कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि अगर किसी व्यक्ति को सप्ताह में 2 से 3 बार हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी होती है, तो उनमें हार्ट अटैक का खतरा 20 गुणा से ज्यादा होता है।
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हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक से बचाव कैसे करें - How to prevent hypertension and heart attack
डॉ. बी.वी.ए. रंगा रेड्डी का कहना है कि हाइपरटेंशन के कारण हार्ट संबंधी परेशानियां न हो, इसके लिए हर 3 महीने में एक बार ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करनी चाहिए। अगर उम्र 30 साल से ज्यादा है, तो हर 45 दिनों में ब्लड प्रेशर की जांच जरूरी है।
जिन लोगों की फैमिली में हार्ट प्रॉब्लम, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज की हिस्ट्री रही है, उन्हें नियमित तौर पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
ब्लड प्रेशर संबंधी बीमारियों से बचने के लिए ज्यादा नमक, जंक, प्रोसेस्ड फूड और पैकेज्ड फूड का सेवन करने से बचें। खाने में ताजे फल, सब्जियां, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट को शामिल करें। हार्ट संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए नमक का सेवन 5 ग्राम प्रतिदिन से कम रखें।
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शारीरिक तौर पर कम एक्टिव रहने वाले लोगों को भी हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना, योग या साइकलिंग करें। नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर मैनेज रहता है।
स्मोकिंग धमनियों को संकीर्ण करती है और हार्ट अटैक का सीधा खतरा बनती है। इसलिए जहां तक संभव हो बिड़ी, सिगरेट और शराब से दूरी बनाएं।
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निष्कर्ष
डॉ. बी.वी.ए. रंगा रेड्डी के साथ खास बातचीत के आधार पर ये कहा जा सकता है कि हाइपरटेंशन सीधे तौर पर हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक से बचाव के लिए सही जीवनशैली, संतुलित खानपान, प्रतिदिन एक्सरसाइज जरूर करें। अगर आपकी फैमिली किसी प्रकार के हार्ट संबंधी समस्या की हिस्ट्री रही है, तो समय-समय पर डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।
FAQ
हाई बीपी में क्या दिक्कत होती है?
हाई ब्लड प्रेशर में धमनियों में ब्लॉकेज और दिल पर अधिक दबाव हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और आंखों संबंधी दिक्कत होती है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या अगर लंबे समय तक बनी रही है, तो इससे किडनी से जुड़ी बीमारी का भी खतरा रहता है।हाइपरटेंशन की रोकथाम कैसे करें
हाइपरटेंशन की रोकथाम के लिए खाने और जीवनशैली में संतुलन बनाना जरूरी है। इसके लिए खाने में जंक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन सीमित मात्रा में करें। खाने में हरी सब्जियां, फ्रेश डेयरी प्रोडक्ट और मल्टीग्रेन को शामिल करें।हाइपरटेंशन का कारण क्या होता है?
अनियमित जीवनशैली, खानपान, तनाव और जंक फूड का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हाइपरटेंशन की समस्या होती है। हाइपरटेंशन को हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है। इस बीमारी में खून धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से ज्यादा होने लगता है।