
Ayurvedic kadha to Treat Delayed Periods: आजकल की लाइफस्टाइल में खानपान, स्ट्रेस और हार्मोनल प्रॉब्लम की वजह से महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी कई तरह की समस्या होने लगी है। इन्हीं में से एक है पीरियड्स का अनियमित होना। रेगुलर पीरियड्स का समय लगभग 21 से 30 दिनों का होता है। जब एक सर्कल में लड़कियों को पीरियड्स नहीं होते हैं, तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कई बार पीरियड्स को रेगुलर (Women Periods Problem) करने के लिए महिलाएं दवाएं, इंजेक्शन और आर्टिफिशियल शेक का सहारा लेती हैं। दवाएं और इंजेक्शन जैसी चीजें कई बार पीरियड्स को रेगुलर करने के साथ-साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम का कारण भी बन सकती है। ऐसे में आप पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा ट्राई कर सकते हैं। आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट शिखा ने अपने इंस्टाग्राम पर इसकी रेसिपी शेयर की है। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, इस काढ़े का सेवन करने से पीरियड्स ना आने की दिक्कत से छुटकारा पाया जा सकता है।
रुके हुए पीरियड्स ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा - Ayurvedic kadha to Treat Delayed Periods in Hindi
- इस काढ़े को बनाने के लिए एक पतीले को गैस पर गर्म कर लें।
- जब पतीला गर्म हो जाए, तो इसमें 1 चम्मच देसी घी डाल लें।
- घी के गर्म होने के बाद इसमें 1 चम्मच जीरा, हल्दी और अदरक का पेस्ट डालें।\
- इन सभी चीजों को अच्छे से मिलाने के बाद आंच को बंद कर दें।
- अब एक दूसरे पतीले में लगभग 1 गिलास पानी को गर्म कर लें।
- इस मिश्रण में गर्म पानी को मिलाएं और एक उबाल आने तक पकाएं।
- आपका आयुर्वेदिक काढ़ा तैयार हो चुका है।
रुके हुए पीरियड्स को ठीक करने के लिए आप इस आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कर सकते हैं। इस काढ़े का सेवन करते वक्त ध्यान दें कि आपको यह सप्ताह में 2 से 3 बार ही करना है। अगर आपको काढ़े में इस्तेमाल की जाने वाली किसी सामग्री से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें।
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आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करते वक्त सावधानियां - Precautions while consuming Ayurvedic decoction
एक्सपर्ट का कहना है कि इस आयुर्वेदिक काढ़े की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मियों के मौसम में एक सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए। अगर, आप ज्यादा मात्रा में इस काढ़े का सेवन करते हैं, तो इससे पेट में दर्द, गैस, उल्टी और दस्त जैसी समस्या हो सकती है। गर्मियों के मौसम में अधिक मात्रा में आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने की वजह से स्किन पर जलन, खुजली और रैशेज जैसी समस्या भी देखने को मिलती है।
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