
BP Checkup at Home: आजकल ब्लड प्रेशर की समस्या हर किसी को हो रही है, फिर चाहे किसी का ब्लड प्रेशर ज्यादा हो सकता है या फिर कम भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में लोगों के लिए ब्लड प्रेशर डॉक्टर से चेक कराना तो मुश्किल होता है, इसलिए वे लोग रोजाना घर पर ही बीपी चेक कर लेते हैं। घर पर बीपी चेक करने से यह भी पता चलता है कि दवाई का असर कितना हो रहा है? इसलिए डॉक्टर भी लोगों को घर पर बीपी चेक करने की सलाह देते हैं और ऐसा ही अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) भी सलाह देती है। इस लेख में जानते हैं कि एसोसिएशन ने बीपी के मरीजों को घर पर बीपी चेक करने की नई गाइडलाइन्स दी है, साथ ही नोएडा के काश्वी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. आशीष श्रीवास्तव (Dr Ashish Srivastava, Consultant, Department of Cardiology, Cure and Care Healthcare Centre, Noida) से भी जानते हैं कि घर पर ब्लड प्रेशर कितनी बार चेक करना चाहिए?
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किन लोगों को घर पर बीपी जरूर चेक करना चाहिए?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या है, उन्हें घर पर रेगुलर बीपी चेक जरूर करना चाहिए। इसके अलावा, इन लोगों को भी बीपी चेक करने की जरूरत होती है।
- जिन लोगों का हाई ब्लड प्रेशर डायग्नोज हो चुका है, उन्हें घर पर रेगुलर चेकअप करना चाहिए।
- अगर दवाई शुरू की है या बदली है, उन्हें भी रेगुलर बीपी नोट करने की सलाह दी जाती है, ताकि दवाई के असर को समझा जा सके।
- जिन लोगों को मोटापा, डायबिटीज, किडनी की बीमारी, हार्ट की बीमारी और प्रेग्नेंसी में हाई बीपी की समस्या है, तो इन्हें भी मॉनिटरिंग की जरूरत होती है।
- कई बार लोग डॉक्टर के पास जाकर घबरा जाते हैं, तो उनका बीपी कम ज्यादा हो सकता है, लेकिन जब वे घर जाकर बीपी चेक करते हैं, तो नार्मल रीडिंग आती है, इसलिए लोगों को घर पर बीपी चेक करने की सलाह दी जाती है।

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घर के लिए किस तरह की बीपी मशीन होनी चाहिए?
AHA के अनुसार, बीपी चेक करने के लिए सही मशीन का चुनाव करना जरूरी है। कई बार लोग सस्ती मशीन ले आते हैं, तो इससे न सिर्फ रीडिंग गलत हो सकती है, बल्कि इलाज भी गलत जा सकता है। इसलिए मशीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। ऑटोमैटिक, कफ-स्टाइल, अपर आर्म मॉनीटर लेना सबसे सही होता है और घड़ी या फिंगर बीपी से रीडिंग सही न आने का रिस्क हो सकता है।
- मशीन लेते समय अपने डॉक्टर से जरूर जान लें कि कौन सी मशीन बेहतर रहेगी।
- कफ साइज सही लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि गलत साइज से कफ रीडिंग बिगड़ सकती है।
- बुजुर्गों, बच्चों और प्रेगनेंट महिलाओं के लिए खास मशीनें होती है, एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
- जब भी मशीन खरीदें, तो डॉक्टर से उसकी रीडिंग जरूर मैच कराएं और हर साल मशीन को दोबारा चेक करवाना सही रहता है।
घर पर बीपी कैसे चेक करें?
डॉ. आशीष श्रीवास्तव कहते हैं, “बीपी चेक करने से करीब आधा घंटा पहले स्मोकिंग, कॉफी, चाय या एक्सरसाइज न करें। कई लोग अपना पेशाब रोककर भी बीपी चेक कराने लग जाते हैं, यह गलत तरीका है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कपड़ों के ऊपर कफ न बांधें। इसके अलावा, इन बातों का भी ध्यान रखें।”
- बीपी चेक करने से पहले शांत होकर 5 मिनट तक बैठ जाएं।
- बीपी चेक करते समय फोन न चलाएं।
- पैर जमीन पर टिकाकर रखें और हाथ मेज पर रखें।
- कफ को कोहनी के ऊपर सही जगह बांधें।
- हर बार दो रीडिंग लें और दोनों के बीच करीब एक मिनट का गैप रखें।
- बीपी चेक करने का एक ही समय रखें और डॉक्टर से पूछे कि कितने दिन तक का रिकॉर्ड रखना जरूरी है।
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कितनी बार घर पर बीपी चेक करना चाहिए?
डॉ. आशीष श्रीवास्तव कहते हैं, ”हाई बीपी वाले लोगों को हफ्ते में 2 से 3 बार चेक करना चाहिए। जिन लोगों ने बीपी की दवाई अभी शुरू की है, उन्हें कुछ दिन रोजाना बीपी चेक करना चाहिए। जिन लोगों को बीपी स्टेबल हो जाता है, उन्हें हफ्ते में 2 से 3 बार बीपी चेक कर लेना चाहिए।”
घर पर BP चेक करना क्यों बेहतर है?
डॉ. आशीष श्रीवास्तव कहते हैं, “घर पर मरीज रिलैक्स होता है, उसे किसी तरह का स्ट्रेस नहीं होता और कई बार रीडिंग लेकर एवरेज निकाला जा सकता है। इसलिए मैं भी मरीजों को घर पर रेगुलर बीपी चेक करने की सलाह देता हूं। अगर किसी का बीपी एक दो दिन ऊपर नीचे आ जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है, बस रेगुलर रिकॉर्ड रखना महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
वैसे तो घर पर बीपी चेक करना बहुत ही आसान और असरदार तरीका है, लेकिन अगर किसी को बीपी नार्मल आने के बाद या हाई बीपी में सांस फूलने, सीने में दर्द और चक्कर आने लगे, तो तुरंत डॉक्टर से जरूर मिलें। अगर समय रहते बीमारी का पता चल जाए, तो डॉक्टर सही इलाज कर सकते हैं।
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Dec 05, 2025 20:01 IST
Modified By : Aneesh RawatDec 05, 2025 19:42 IST
Modified By : Aneesh RawatDec 05, 2025 19:36 IST
Published By : Aneesh Rawat