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प्रेग्नेंसी में बीपी हाई क्यों होता है? डॉक्टर से जानें कारण और बचाव

प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए बेहद खास समय होता है लेकिन कई महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। यहां जानिए, प्रेग्नेंसी में हाई बीपी क्यों होता है?
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प्रेग्नेंसी में बीपी हाई क्यों होता है? डॉक्टर से जानें कारण और बचाव


प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन का एक बेहद खास और सुखद समय होता है, लेकिन इस दौरान कुछ महिलाएं कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करती हैं। इनमें से एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या हाई ब्लड प्रेशर है, जो प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं को परेशान कर सकती है। हाई बीपी प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी हो सकता है, यदि इसे नजरअंदाज किया जाए। बेशक, हर प्रेग्नेंट महिला में यह समस्या नहीं होती, लेकिन जिनमें यह होता है, उनके लिए यह जरूरी होता है कि वे इसके कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों को समझें। इस लेख में दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर क्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन (Dr. (Col.) Gunjan Malhotra Sareen, Senior Consultant, Obstetrics and Gynecologist, Gynecology: Every Woman Matters Clinic, located in Anand Niketan, Delhi) से जानिए, प्रेग्नेंसी में हाई बीपी क्यों होता है?

प्रेग्नेंसी में हाई बीपी क्यों होता है? - Why Does High Blood Pressure Happen During Pregnancy

प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर स्थिति बन सकती है, खासकर अगर यह लंबे समय तक बना रहे। प्रेग्नेंसी में हाई बीपी को प्री-एक्लेम्पसिया (Pre-eclampsia) कहा जाता है, जो आमतौर पर 20 सप्ताह के बाद देखा जाता है और यह प्रेग्नेंसी के दौरान सबसे खतरनाक स्थितियों में से एक हो सकता है। ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी का असर कई अंगों पर पड़ सकता है, जैसे दिल, किडनी और मस्तिष्क और इससे प्रेग्नेंट महिला के साथ-साथ बच्चे को भी खतरा हो सकता है।

1. प्रेग्नेंसी में शरीर के बढ़ते दबाव का असर

प्रेग्नेंसी जैसे-जैसे बढ़ती है, गर्भाशय का आकार बढ़ता है, जिससे ब्लड वैसेल्स पर दबाव बढ़ जाता है। इसका असर ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है, जिससे हाई बीपी की स्थिति बन सकती है। गर्भाशय में बढ़े हुए दबाव के कारण ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर यदि मां का वजन ज्यादा हो या वह मोटापे से ग्रस्त हो।

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2. वजन का बढ़ना

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर का वजन तेजी से बढ़ता है, जो ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है। ज्यादा वजन होने पर ब्लड वैसेल्स पर दबाव बढ़ता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है।

3. पहले से हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज

यदि प्रेग्नेंट महिला को पहले से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज या किडनी की समस्या हो, तो उन्हें प्रेग्नेंसी में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा होता है।

4. ज्यादा उम्र में प्रेग्नेंसी

35 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र में प्रेग्नेंट होने वाली महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना ज्यादा होती है। इस उम्र में हार्मोनल बदलाव और शारीरिक दबाव अधिक हो सकते हैं, जो प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर बढ़ाने का कारण बनते हैं।

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 why does high blood pressure happen during pregnancy

प्रेग्नेंसी में हाई बीपी से बचाव - How to prevent high blood pressure during pregnancy

1. बैलेंस डाइट

एक बैलेंस डाइट प्रेग्नेंट महिला के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। हाई बीपी से बचने के लिए, कम नमक, फलों, हरी सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन करें। इसके अलावा, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए।

2. वजन कंट्रोल रखें

प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ने पर ध्यान देना जरूरी है। डॉक्टर के निर्देशानुसार उचित वजन बढ़ाना चाहिए और ज्यादा वजन बढ़ने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादा वजन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है।

3. फिजिकल एक्टिविटी

हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी जैसे कि चलना, योग ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। हालांकि, फिजिकल एक्टिविटी से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

4. तनाव कम करें

मानसिक तनाव भी ब्लड प्रेशर बढ़ाने का कारण हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिला को आराम करना चाहिए और मानसिक शांति बनाए रखने के लिए ध्यान, योग और प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए।

5. नियमित चेकअप

प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करना बेहद जरूरी है। प्री-एक्लेम्पसिया जैसी समस्याओं का जल्दी पता चलने पर उसका उपचार आसान हो सकता है।

6. डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों का सेवन

यदि किसी प्रेग्नेंट महिला को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो, तो डॉक्टर के निर्देश पर दवाइयां लेना जरूरी होता है। कुछ विशेष दवाएं प्रेग्नेंसी में सुरक्षित होती हैं, जिनसे ब्लड प्रेशर कंट्रोल किया जा सकता है।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी में हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही डाइट, फिजिकल एक्टिविटी और नियमित मेडिकल चेकअप से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। महिलाओं को अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान अपना स्वास्थ्य विशेष ध्यान से देखना चाहिए और किसी भी असामान्यता को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • प्रेग्नेंसी में बीपी हाई होने से क्या होता है?

    प्रेग्नेंसी में बीपी हाई होने से मां और शिशु दोनों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इससे गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी या बच्चे का वजन कम होना जैसी स्थितियां हो सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर के कारण गर्भ में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे शिशु को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता। मां को सिरदर्द, धुंधला दिखाई देना, सूजन और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
  • प्रेग्नेंसी में बीपी कम करने के लिए क्या करें? 

    प्रेग्नेंसी में बीपी कम करने के लिए सबसे पहले हेल्दी और बैलेंस डाइट लेना जरूरी है, जिसमें नमक की मात्रा कम हो और फल, हरी सब्जियां व प्रोटीन शामिल हों। तनाव से दूर रहें और रोजाना हल्की वॉक या प्रेग्नेंसी योग करें (डॉक्टर की सलाह से)। पर्याप्त नींद लें और शरीर को थकावट से बचाएं। पानी ज्यादा पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे। नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
  • बीपी बढ़ने पर क्या महसूस होता है?

    बीपी बढ़ने पर शरीर में कई लक्षण महसूस हो सकते हैं, हालांकि कभी-कभी यह बिना किसी लक्षण के भी बढ़ जाता है। सामान्य लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर आना, धुंधला दिखाई देना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, घबराहट, नाक से खून आना और थकान शामिल हैं। कुछ लोगों को दिल की धड़कन तेज महसूस हो सकती है या बेचैनी महसूस होती है। इसलिए लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

 

 

 

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