Which Hormone Is Important in Pregnancy: प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के जीवन के सबसे सुखद और नए एहसासों से भरपूर पल होते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें वे रोजाना महसूस करती हैं। इन बदलावों का कारण शरीर में होेन वाले अलग-अलग हार्मोन्ल में बदलाव और उतार-चढ़ाव है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोन रिलीज होते हैं, जो मां और भ्रूण दोनों के बेहतर स्वास्थ्य और विकास के लिए जरूरी होते हैं। ये हार्मोन्स न सिर्फ प्रेग्नेंसी को बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि भ्रूण के विकास, स्तनों को ब्रेस्टफीडिंग और शरीर को डिलीवरी के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में आइए जयपुर के दिवा अस्पताल और आईवीएफ केंद्र की प्रसूति एवं स्त्री रोग की विशेषज्ञ, लेप्रोस्कोपिक सर्जन और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शिखा गुप्ता (Dr. shikha gupta, Laparoscopic surgeon and IVF specialist, DIVA hospital and IVF centre) से जानने की कोशिश करते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर और भ्रूण के विकास के लिए कौन-से हार्मोन्स महत्वपूर्ण हैं और क्यों?
गर्भावस्था के लिए कौन से हार्मोन सबसे जरूरी हैं? - Which Hormones is Most Important For Pregnancy in Hindi
1. ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एससीजी)
ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन किसी भी महिला में प्रेग्नेंसी की पुष्टि करने वाला पहला हार्मोन होता है। यह भ्रूण की ट्रोफोब्लास्ट द्वारा बनता है और कंसीव करने के शुरुआती हफ्तों में इसकी मात्रा तेजी से बढ़ती है। इस हार्मोन का काम प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बनाए रखना है, जिससे गर्भाश्य के अंदरुनी परत भ्रूम को सहारा दे सके। महिलाओं के शरीर में इस हार्मोन के ज्यादा होने पर प्रेग्नेंसी टेस्ट में पॉजिटिव रिजल्ट नजर आता है।
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2. प्रोजेस्टेरोन
प्रोजेस्टेरोन हार्मोन प्रेग्नेंसी के लिए महिलाओं के लिए एक बहुत जरूरी हार्मोन है, जो गर्भाशय को भ्रूण के लिए अनुकूल बनाता है। यह भ्रूण को इम्यून सिस्टम से सुरक्षित रखने में मदद करता है और गर्भाश्य की मांसपेशियों को शांत रखता है, जिससे समय से पहले महिलाओं के गर्भाश्य में सिकुड़न न हों। साथ ही यह हार्मोन प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट को मिल्क प्रोडक्शन के लिए तैयार करता है।
3. एस्ट्रोजेन
एस्ट्रोजेन हार्मोन प्लेसेंटा द्वारा बनता है और प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में इसकी मात्रा लगातार बढ़ती है। यह हार्मोन महिलाओं के ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, गर्भाशय के विकास में मदद करता है और ब्रेस्ट को डिलीवरी के बाद मिल्क दूध उत्पादन के लिए तैयार करता है। इतना ही नहीं, यह भ्रूण के अंगों के विकास में भी फायदेमंद होता है।
4. रिलैक्सिन
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला और भ्रूण के स्वास्थ्य के लिए रिलैक्सिन हार्मोन भी बहुत जरूरी होता है। यह हार्मोन गर्भाशय की मांसपेशियों को मुलायम और लचीला बनाता है। यह गर्भाशय के बढ़ने में मदद करता है और गर्भाशय ग्रीवा को डिलीवरी के समय खलने के लिए तैयार करता है। साथ ही, यह रिलैक्सिन गर्भाशय की मांसपेशियों को नरम और लचीला बनाता है। यह गर्भाशय के बढ़ने में सहायता करता है और गर्भाशय ग्रीवा (cervix) को प्रसव के समय खुलने के लिए तैयार करता है। साथ ही यह पेल्विक की हड्डियों को ढीला करता है ताकि डिलीवरी के समय शिशु को बाहर निकलने में आसानी हो।
5. प्रोलैक्टिन
प्रोलैक्टिन एक पॉलीपेप्टाइड हार्मोन है, जो महिलाओं में ब्रेस्टफीड, स्तन विकास और अन्य शारीरिक कार्यों में अहम भूमिका निभाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान यह हार्मोन पिट्यूटरी ग्रंथि से डिस्चार्ज होता है और स्तनों में दूध उत्पादन को बढ़ावा देता है। प्रेग्नेंसी के अंतिम महीनों में प्रोलैक्टिन हार्मोन महिलाओं के ब्रेस्ट को स्तनपान के लिए तैयार करता है और जन्म के बाद मिल्क प्रोडक्शन को बनाए रखता है।
6. ऑक्सीटोसिन
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए ऑक्सीटोसिन एक बहुत ही जरूरी हार्मोन है, जो डिलीवरी की शुरुआत में अहम भूमिका निभाता है। यह गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकोड़ने को बढ़ावा देता है, जिससे डिलीवरी संभव हो पाती है। साथ ही, यह ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दूध को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
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7. ह्यूमन प्लेसेंटल लैक्टोजेन
ह्यूमन प्लेसेंटल लैक्टोजेन, एक हार्मोन है, जो आपके प्रेग्नेंट होने पर प्लेसेंटा द्वारा डिस्चार्ज होता है और यह मां के मेटाबॉलिज्म को इस तरह से बदलता है, जिससे भ्रूण को ज्यादा पोषण मिल सके। यह महिला के शरीर में ग्लूकोज को भ्रूण के लिए बढ़ाता है और मां के शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाता है, जिससे भ्रूण को जरूरत के अनुसार एनर्जी मिल सके।
8. थायराइड हार्मोन
प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड हार्मोन मां और भ्रूण दोनों के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। ये भ्रूण के दिमान और नर्व सिस्टम के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड ग्लैंड के काम करने की क्षमता बढ़ जाती है, क्योंकि भ्रूण के विकास के लिए ज्यादा थायराइड हार्मोन की जरूरत होती है।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य औऱ भ्रूण के विकास के लिए ये हार्मोन्स बहुत जरूरी होते हैं। इन सभी हार्मोन्स को मैनेज करके आप अपनी प्रेग्नेंसी को हेल्दी रखने और भ्रूण के बेहतर विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। इसलिए, प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से अपने शरीर की जांच करवाएं और हार्मोन्स से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण पर नजर रखें।
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FAQ
गर्भवती होने के लिए मुख्य हार्मोन क्या है?
प्रेग्नेंट होने के लिए कई हार्मोन्स जिम्मेदार होते हैं, जिसमें प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन अहम भूमिका निभाते हैं। हालांकिह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन भी गर्भावस्था के शुरुआती संकेत को जानने के लिए बहुत जरूरी होता है।गर्भावस्था में प्रोजेस्टेरोन की क्या भूमिका है?
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर के लिए प्रोजेस्टेरोन हार्मोन भी बहुत जरूरी होता है, क्योंकि ये गर्भाशय की परत को मोटा करने, ओव्यूलेशन को रोकने, गर्भाश्य संकुचन को दबाने और ब्रेस्ट को ब्रेस्टफीडिंग के लिए तैयार करने में मदद करता है।डिलीवरी के लिए कौन सा हार्मोन जिम्मेदार है?
प्रेग्नेंसी के आखिरी कुछ महीनों में महिलाओं के शरीर के लिए ऑक्सीटोसिन हार्मोन बहुत जरूरी माना जाता है, क्योंकि ये डिलीवरी के लिए जिम्मेदार होता है। डिलीवरी के दौरान, ऑक्सीटोसिन गर्भाशय के संकुचन को बढ़ावा देती है, जिससे गर्भाशय ग्रीवा फैलती है और बच्चे का जन्म देना संभव हो पाता है।