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हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है हाई ब्लड प्रेशर, डॉक्टर से जानें इसे मैनेज करने का तरीका

Link Between Hypertension and Heart Failure: हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) से जूझने वाले व्यक्ति डॉक्टर से अक्सर ये सवाल पूछते हैं कि क्या उन्हें हार्ट फेलियर (Heart Faliure) का खतरा ज्यादा है?
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हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है हाई ब्लड प्रेशर, डॉक्टर से जानें इसे मैनेज करने का तरीका


Link Between Hypertension and Heart Failure: आज के समय में अनियमित खानपान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, तनाव, खाने में केमिकल्स और प्रोसेसिंग का इस्तेमाल की वजह से लोगों को कई प्रकार की बीमारियां हो रही हैं। हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) आज की जीवनशैली से जुड़ी सबसे आम बीमारियों में से एक है। हाई ब्लड प्रेशर को डॉक्टर साइलेंट किलर भी कहते हैं, क्योंकि ये एक ऐसी बीमारी है, जो बिना किसी लक्षण के शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचाती रहती है।

हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) से जूझने वाले व्यक्ति डॉक्टर से अक्सर ये सवाल पूछते हैं कि क्या उन्हें हार्ट फेलियर (Heart Faliure) का खतरा ज्यादा है? अगर आपके मन में भी कभी इस तरह का सवाल आया है, तो इस लेख में इसका जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे।

हाई ब्लड प्रेशर कैसे बनता है हार्ट फेलियर का कारण- Link Between Hypertension and Heart Failure

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉ. वरुण बंसल का कहना है कि स्वास्थ्य जांच के डेटा से पता चलता है कि हाई ब्लड प्रेशर सभी आयु समूहों में चिंता का विषय है, लेकिन विशेष रूप से 55 वर्ष की आयु के बाद, इस आयु वर्ग में 65% महिलाएं और 71% पुरुष हाई ब्लड प्रेशर से प्रभावित हैं

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ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) वह दबाव है जो खून, शरीर की धमनियों की दीवारों पर डालता है जब यह हृदय से पंप होकर पूरे शरीर में प्रवाहित होता है। जब यह दबाव सामान्य से अधिक होता है, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हाई ब्लड में धमनियों पर पड़ने वाला दवाब ज्यादा होता है, जिससे दिल की दीवारें कमजोर हो जाती है। इससे हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ता है।ॉ

1. हाई बीपी बढ़ाता है धमनियों को नुकसान

डॉ. वरुण बंसल के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर धमनियों की अंदरूनी परत (endothelium) को नुकसान पहुंचाता है। यह उन्हें संकुचित और कठोर बना देता है। इसकी वजह से धमनियों में प्लाक जमा होने लगता है। जिसकी वजह से दिल को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और यह Coronary Artery Disease (CAD) जैसी गंभीर स्थिति को पैदा करता है। यह स्थिति अगर लगातार बनी रहती है, तो ये हार्ट फेलियर का कारण बन सकती है।

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2. हाई बीपी के कारण पंपिंग होती है कम

हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट को हार्ट को पंप करने के लिए लगातार अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे हार्ट की पंपिंग की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है। इसका नतीजा ये होता है कि शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल पाता है, जिससे हार्ट फेलियर की स्थिति पैदा होती है।

3. हार्ट की मांसपेशियों पर भार बढ़ना

जब ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ा हुआ रहता है, तो इससे हार्ट को खून पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसके कारण हार्ट की मांसपेशियां मोटी हो जाती है। मांसपेशियों के मोटे होने का आसान भाषा में मतलब हार्ट फेलियर ही है।

4. हार्ट में सूजन और फ्लूइड रिटेंशन

हाई बीपी के कारण किडनी भी प्रभावित होती है, जिससे शरीर में नमक और पानी का संचित होना शुरू होता है। इसका सीधा असर हार्ट हेल्थ पर पड़ता है, क्योंकि उसे अधिक मात्रा में तरल पदार्थ को पंप करना पड़ता है। इससे हार्ट और हार्ट की आसपास की दीवारों में सूजन आती है और फेलियर की स्थिति बनती है।

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हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर के लक्षण

हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर के लक्षण एक-दूसरे काफी अलग होते हैं। आइए जानते हैं इन दोनों के बारे में...

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण- Symptoms of high blood pressure

  • सुबह के समय सिर दर्द होना
  • चक्कर आना
  • आंखों से धुंधला दिखाई देना
  • छाती में दबाव
  • सांस फूलना
  • नाक से खून आना

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हार्ट फेलियर के लक्षण- Symptoms of heart failure

  • शारीरिक थकावट या कमजोरी

  • सांस लेने में तकलीफ (विशेषकर लेटते समय)
  • पैरों, टखनों या पेट में सूजन

हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हार्ट फेलियर से कैसे बचें- How to Prevent Heart Failure Due to High Blood Pressure

- हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट फेलियर और हार्ट संबंधी अन्य समस्याएं न हो, इसके लिए 30 साल की उम्र के बाद हर 6 महीने में एक बार ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करवाएं।

- ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के लिए प्रतिदिन खाने में नमक की मात्रा को सीमित करें। WHO के अनुसार, प्रतिदिन 5 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन हानिकारक है।

- रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज, वॉक और योग करें। शारीरिक तौर पर एक्टिव रहने से ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मदद मिलती है।

- अगर आपको किसी प्रकार का मानसिक तनाव है, तो मेडिटेशन, योग और संगीत सुनें। दोस्तों और परिवारवालों से बात करके तनाव को कम करने की कोशिश करें।

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निष्कर्ष

डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर हम ऐसा कह सकते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट का सीधा दुश्मन है। अगर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को समय रहते मैनेज न किया जाए, तो ये दिल के लिए घातक दुश्मन साबित हो सकती है।

FAQ

  • बीपी कितना बढ़ जाए तो हार्ट अटैक आ सकता है? 

    डॉक्टर के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 140-179 mmHg के बीच रहता है, तो उसे हार्ट अटैक होने का खतरा मध्यम होता है। वहीं, 180/120 mmHg या उससे अधिक होने पर हार्ट अटैक आने की संभावना काफी ज्यादा हो जाती है।
  • अपने रक्तचाप को नियंत्रित करना क्यों महत्वपूर्ण है?

    अगर ब्लड प्रेशर ज्यादा हो जाता है, तो ये कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहने से हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, किडनी फेलियर और आंखों से संबंधी परेशानियां कम होती है। ब्लड प्रेशर अगर नियंत्रण में रहता है तो हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
  • क्या हार्ट अटैक में बीपी बढ़ता है?

    हां, जब किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ता है और अनियंत्रित हो जाता है, तो हार्ट अटैक का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। इतना नहीं ज्यादा बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हार्ट फेल्योर का भी कारण बनता है।

 

 

 

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