हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) आज के समय में एक कॉमन और खतरनाक स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। यह केवल थकान या सिरदर्द तक ही सीमित नहीं रहता, बल्कि हमारे शरीर के कई खास अंगों पर गंभीर असर डालता है। अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह हार्ट, दिमाग और किडनी जैसे खास अंगों के लिए खतरा बन सकता है। लंबे समय तक हाई बीपी रहने से शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ता है, ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाते हैं और अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इसलिए इसे हल्के में न लें। चलिए जानते हैं हाई बीपी के कारण किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ. राजेश हर्षवर्धन से बात की।
1. हार्ट डिजीज- Heart Disease
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि हाई बीपी का सबसे बड़ा खतरा हृदय रोग (Heart Disease) है। लगातार हाई बीपी रहने पर हार्ट पर दबाव बढ़ता है, जिससे कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज हो सकता है। इससे हार्ट अटैक और हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। हाई बीपी वाले लोगों को अपने कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का भी ध्यान रखना चाहिए।
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2. स्ट्रोक- Stroke
हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक (Stroke) का मुख्य कारण है। बढ़ा हुआ बीपी, दिमाग में ब्लड वेसल्स को कमजोर करता है, जिससे ब्लीडिंग या ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है। समय पर इलाज न होने पर यह न्यूरोलॉजिकल डैमेज और लकवा (Paralysis) का कारण बन सकता है।
3. किडनी डिजीज- Kidney Disease
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि हाई बीपी, किडनी डिजीज (Kidney Disease) को भी बढ़ावा देता है। किडनी में ब्लड फिल्टरिंग सिस्टम पर दबाव बढ़ने से यह धीरे-धीरे डैमेज होने लगती है। लंबे समय तक कंट्रोल न होने पर क्रॉनिक किडनी डिजीज और किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है।
4. आई डिजीज- Eye Disease
हाई ब्लड प्रेशर, आंखों पर भी असर डालता है। हाई बीपी, हायपरटेंशन रेटिनोपैथी (Hypertensive Retinopathy) और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। इससे विजन ब्लर होना, आंखों में दर्द और गंभीर मामलों में अंधापन भी हो सकता है।
5. मेटाबॉलिक सिंड्रोम- Metabolic Syndrome
हाई बीपी मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) का हिस्सा भी बन सकता है, जिसमें वजन बढ़ना, ब्लड शुगर का असामान्य होना और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना शामिल है। यह डायबिटीज और हार्ट डिजीज के रिस्क को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
हाई बीपी से बचने के लिए क्या करें?- How To Prevent High Blood Pressure
- ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। रोजाना 5 ग्राम से कम नमक लें।
- फल, सब्ज़ियां, ओट्स और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।
- तली-भुनी और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें।
- हफ्ते में कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या हल्की एक्सरसाइज करें।
- ज्यादा वजन हाई बीपी का बड़ा कारण है। हेल्दी वजन बनाए रखें।
- मेडिटेशन, डीप ब्रीथिंग एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद से स्ट्रेस कम होता है और बीपी कंट्रोल होता है।
- ब्लड सर्कुलेशन स्थिर रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
निष्कर्ष:
हाई बीपी को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। अपने ब्लड प्रेशर को नियमित चेक करवाएं, हेल्दी डाइट अपनाएं, स्ट्रेस कम करें और समय पर एक्सरसाइज करें। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का सही समय पर सेवन करें।
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FAQ
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण क्या हैं?
हाई बीपी अक्सर शांत होता है, इसमें किसी बड़े लक्षण का पता नहीं चल पाता। सिरदर्द, चक्कर, धड़कन तेज होना, थकान, धुंधला दिखाई देना और नाक से खून आना आम लक्षण हो सकते हैं। इससे बचने के लिए नियमित ब्लड प्रेशर चेक करना जरूरी है।हाई ब्लड प्रेशर होने पर क्या करें?
हाई ब्लड प्रेशर होने पर स्ट्रेस कम करें, नमक और तली-भुनी चीजें कम खाएं। वॉक और हल्की एक्सरसाइज करें।पर्याप्त पानी पिएं और समय पर डॉक्टर से सलाह लें।हाई ब्लड प्रेशर का इलाज क्या है?
हाई ब्लड प्रेशर में डॉक्टर की सलाह से दवाएं लें। हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज जरूरी है। ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें और एल्कोहल-सिगरेट से दूर रहें।
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Oct 06, 2025 19:17 IST
Published By : Yashaswi Mathur