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बदलते मौसम में बीपी चेकअप क्यों जरूरी है? जानें डॉक्‍टर की राय

Importance Of BP Monitoring: बदलते मौसम में बीपी चेकअप जरूरी है। समय पर चेकअप से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
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बदलते मौसम में बीपी चेकअप क्यों जरूरी है? जानें डॉक्‍टर की राय


मौसम बदलते ही हमारे शरीर की कई क्रियाएं प्रभावित होती हैं- खासकर ब्‍लड प्रेशर (Blood Pressure) पर इसका असर और भी गहरा होता है। सर्दी, गर्मी या बरसात में तापमान और वायुमंडलीय दबाव बदलने से शरीर में हार्मोनल और ब्‍लड वेसल्‍स का रिस्पॉन्स भी बदल जाता है। यही कारण है कि जिन लोगों को हाई बीपी (Hypertension) या लो बीपी (Hypotension) की समस्या रहती है, उन्हें इस समय अचानक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि बदलते मौसम में नियमित बीपी चेकअप कराना न सिर्फ बीमारियों को समय पर पकड़ने में मदद करता है, बल्कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक या किडनी डैमेज जैसे गंभीर खतरे भी कम कर सकता है। इस लेख में हम समझेंगे कि बदलते मौसम में बीपी चेकअप क्यों जरूरी है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ. सीमा यादव से बात की।

मौसम बदलते ही बीपी में उतार-चढ़ाव होता है- Weather Change & BP Fluctuations

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डॉ. सीमा यादव ने बताया क‍ि बदलते मौसम के दौरान शरीर का तापमान और ब्लड वेसल्स की लोच बदलती है। ठंड में वेसल्स सिकुड़ते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। वहीं गर्मी में वेसल्स फैलते हैं और लो बीपी की समस्‍या हो सकती है। नियमित बीपी मॉनिटरिंग की मदद से इन बदलावों को समय पर पकड़ने में मदद म‍िलती है।

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समय पर बीपी की डायग्नोसिस जरूरी है

डॉ. सीमा यादव बताती हैं क‍ि बीपी चेकअप से असामान्य रीडिंग्स जल्दी पकड़ में आती हैं। बदलते मौसम में यह चेकअप हर 15-20 दिन में 1 बार जरूर कराना चाहिए, ताकि दवाओं की खुराक (Dosage) जरूरत पड़ने पर एडजस्ट की जा सके।

हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव होता है- Heart Attack & Stroke Prevention

डॉ. सीमा यादव ने बताया क‍ि अनियंत्रित बीपी, हार्ट अटैक या स्ट्रोक का बड़ा कारण है। मौसम बदलने पर जब बीपी अचानक ऊपर-नीचे जाता है, तो धमनियों पर दबाव बढ़ता है। चेकअप से खतरा कम किया जा सकता है और समय रहते इलाज शुरू किया जा सकता है।

सीनियर सिटीजन के लिए जरूरी है बीपी मॉन‍िटर‍िंग- Blood Pressure Monitoring Is Important For Senior Citizens

बुजुर्गों की धमनियां पहले से ही कम फ्लेक्‍स‍िबल होती हैं। बदलते मौसम में वे जल्दी प्रभावित होती हैं। डॉक्टर सलाह देते हैं कि 50 साल से ऊपर के लोग सर्दी और गर्मी दोनों मौसम में बीपी चेकअप की फ्रीक्वेंसी बढ़ा दें।

बदलते मौसम में हाई बीपी पेशेंट्स की दवा चेक करें- Medication Monitoring For Hypertensive Patients

बदलते मौसम में बीपी के मरीजों के ल‍िए दवा की डोज को चेक करना जरूरी है। मौसम बदलने पर अगर आपके बीपी में बदलाव आता है, तो डॉक्टर दवा की मात्रा या टाइमिंग बदल सकते हैं। इसलिए मौसम बदलने पर चेकअप कराना जरूरी है।

बीपी चेकअप के दौरान क‍िन बातों का ध्‍यान रखें?- Things To Keep In Mind While Checking Blood Pressure

  • बीपी चेक करने से 5 से 10 मिनट पहले आराम से बैठें। चलने, सीढ़ी चढ़ने या किसी काम के तुरंत बाद बीपी न लें, वरना रीडिंग गलत आ सकती है।
  • अगर मशीन का कफ (बैंड) बड़ा या छोटा होगा, तो रीडिंग गलत आएगी। अपनी बांह के घेर के अनुसार सही कफ चुनें।
  • बहुत भूखे या बहुत भरे पेट में बीपी मापने से रीडिंग प्रभावित हो सकती है। सामान्य स्थिति में मापना बेहतर है।
  • कॉफी, चाय या सिगरेट बीपी को बढ़ा सकते हैं। चेकअप से 30 मिनट पहले इनसे बचें।
  • हर बार लगभग एक ही समय पर बीपी लें, जैसे सुबह उठने के बाद या शाम को। इससे पैटर्न समझना आसान होगा।

निष्कर्ष:

बदलते मौसम में बीपी चेकअप सिर्फ हाइपरटेंशन वाले लोगों के लिए नहीं, बल्कि सभी वयस्कों के लिए जरूरी है। इससे समय रहते बीपी के उतार-चढ़ाव को पहचाना जा सकता है, दवाओं की खुराक या लाइफस्टाइल में बदलाव किया जा सकता है और हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसे खतरों को काफी हद तक टाला जा सकता है।

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FAQ

  • सामान्‍य बीपी क‍ितना होता है?

    सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg के आसपास माना जाता है। 120 सिस्टोलिक और 80 डायस्टोलिक होता है। सेहत और उम्र के अनुसार थोड़ा बदलाव हो सकता है।
  • हाई बीपी के क्‍या कारण हैं?

    हाई बीपी के कारणों में ज्यादा नमक का सेवन, मोटापा, तनाव, धूम्रपान, अल्कोहल, शारीरिक निष्क्रियता और जेनेट‍िक शामिल हैं।
  • लो बीपी के क्‍या कारण हैं?

    लो बीपी के कारणों में डिहाइड्रेशन, लंबी बीमारी, हार्मोनल असंतुलन, दिल की कमजोरी, खून की कमी और कुछ दवाओं का असर शामिल हो सकता है।

 

 

 

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  • Nov 05, 2025 18:36 IST

    Published By : Anurag Gupta

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